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Agra Crime News: पुलिस एनकाउंटर के डर से अपराधी ने किया सरेंडर, पुलिस ने की थी 25 हजार इनाम की घोषणा
कुख्यात अपराधी ने इनकाउंटर के डर से थाने में आकर सरेंडर कर दिया, उसपर कई आपाराधिक मामले पहले से हीं थानें में दर्ज थे।
Agra Crime News: आगरा में बदमाशों पर पुलिस का खौफ हावी है। ताबड़तोड़ हो रही मुठभेड़ में पुलिस बदमाशों को ढेर कर रही है। देर रात पुलिस ने चिकित्सक डॉक्टर उमाकांत गुप्ता के अपहरण कांड में शामिल एक लाख के इनामी बदन सिंह और उसके साथी अक्षय उर्फ चंकी पांडे को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। इस बात की जानकारी वारदात में शामिल 25000 के इनामी भोला को मिली तो वह डर के मारे खुद थाने पहुंच गया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
भोला ने पुलिस को डॉ उमाकांत गुप्ता के अपहरण की पूरी कहानी बताई। और अपनी भूमिका का खुलासा भी पुलिस के सामने कर दिया। भोला ने पुलिस को बताया कि पवन के जरिए उसकी मुलाकात बदन सिंह से हुई थी। पवन के कहने पर ही वह वारदात में शामिल हुआ था। फिरौती मिलने पर उसको भी हिस्सा मिलना था। आगरा के निबोहरा थाना क्षेत्र का रहने वाला भोला गुजरात में नौकरी करता था। लॉकडाउन में नौकरी छूटने के बाद वह घर आगरा आ गया। गांव में उसकी मुलाकात पवन से हुई। और वह अपराध के दलदल में फंस गया।
मुठभेड़ में मारे गए दूसरे बदमाश की हुई पहचान
चिकित्सक डॉक्टर उमाकांत गुप्ता के अपहरण में शामिल दो बदमाशों को पुलिस टीम ने देर रात जगनेर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। मुठभेड़ में मारे गए एक बदमाश की पहचान मौके पर बदन सिंह के रूप में कर ली गई थी। बदन सिंह 1 लाख रुपए का इनामी बदमाश था। जबकि मौके पर दूसरे बदमाश की पहचान नहीं हो पाई थी। जामा तलाशी के दौरान दूसरे आरोपी की जेब से मिले मोबाइल फोन पर जानकारी करने के बाद पुलिस को पता चला कि मुठभेड़ में मारे गए दूसरे आरोपी का नाम अक्षय उर्फ चंकी पांडे है।
एक लाख के इनामी बदन सिंह के खिलाफ दर्ज हैं अपहरण के 5 मुकदमे
आरोपी अक्षय उर्फ चंकी पांडे जनपद एटा का रहने वाला है। आरोपी चंकी पांडे के खिलाफ 15 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से पांच मुकदमे आगरा के विभिन्न थानों में दर्ज है। अक्षय उर्फ चंकी पांडे बदन सिंह के साथ कैसे आया। पुलिस इस बात का पता लगाने के प्रयास में जुटी हुई है। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए ₹100000 के इनामी बदमाश बदन सिंह के खिलाफ अपहरण के 5 मुकदमे दर्ज हैं। बदन सिंह के खिलाफ आगरा में अपहरण के 4 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि एक मुकदमा टूंडला थाने में दर्ज है।
बदन सिंह ही इस गिरोह का सरगना था। बदन सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह नए लड़के और लड़कियों को रुपए का लालच देकर अपने गैंग का सदस्य बनाता था। नए लड़के लड़कियों को गैंग में शामिल करने के पीछे बदन सिंह की सोच थी कि इन पर पुलिस की नजर नहीं रहती ।