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Agra Tajmahal: पूर्वी गेट पर मेट्रो प्लेटफार्म लेवल का काम शुरू, 11 महीने में 24 पीयरकैप का निर्माण
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि यूपी मेट्रो ने कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना की गति को लगातार कायम रखा है।
Agra Tajmahal: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Metro Rail Corporation) द्वारा तेज गति से आगरा में मेट्रो का सिविल निर्माण कार्य किया जा रहा है। आगरा मेट्रो के प्रथम स्टेशन ताज ईस्ट गेट पर कॉन्कोर्स निर्माण के साथ ही प्लेटफॉर्म लेवल का काम शुरू हो गया है। वहीं, प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में 24 पीयरकैप सफलतापूर्वक रखे जाने के बाद यू-गर्डर के परिनिर्माण की तैयारी शुरू हो गई है, जल्द ही यू-गर्डर का परिनिर्माण किया जाएगा। यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक ने आगरा टीम की सराहना करते हुए इसे बरकरार रखने के निर्देश दिए हैं।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि यूपी मेट्रो ने कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना की गति को लगातार कायम रखा है। इस वर्ष कोविड की दूसरी लहर के दौरान भी आगरा मेट्रो का सिविल निर्माण कार्य लगातार जारी रहा। इसके फलस्वरूप यूपी मेट्रो ने परियोजना के शुभारंभ के 11 महीने बाद 24 पीयरकैप एवं 34 डबल टी गर्डर का सफलतापूर्वक परिनिर्माण कर लिया है। इसके साथ ही आगरा मेट्रो के स्टेशन अब आकार लेने लगे हैं। प्रबंध निदेशक ने कहा कि यू-गर्डर परिनिर्माण की तैयारियां शुरू हो गई हैं, जल्द ही यू-गर्डर का परिनिर्माण किया जाएगा।
ऐसे होता है ऐलिवेटेड स्टेशन का निर्माण
बता दें कि ऐलिवेटेड स्टेशन के निर्माण से पूर्व सबसे पहले निर्माण स्थल पर पाइलिंग कार्य किया जाता है। इसके बाद कई पाइल मिलकर पीयर (पिलर) को आधार देने वाली पाइलकैप का निर्माण करती है। पाइलकैप बनने के बाद उसपर पीयर (पिलर) का निर्माण किया जाता है। जब स्टेशन परिसर के सभी पीयर बनकर तैयार हो जाते हैं, तो उनकों आपस में जोड़ने एवं डबल टी गर्डर को आधार देने के लिए हॉरिजोंटल बीम का निर्माण किया जाता है। हॉरिजोंटल बीम बन जाने के बाद उनपर डबल टी गर्डर रखकर स्टेशन के कॉन्कोर्स लेवल का निर्माण किया जाता है। इसके बाद कॉन्कोर्स के ऊपर प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण किया जाता है।
ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे प्रयॉरिटी कॉरिडोर के ऐलीवेटिड भाग में तेज गति के साथ निर्माण कार्य किया जा रहा है। ऐलिवेटिड भाग में अब तक 625 पाइल, 125 पाइलकैप एवं 107 पीयर का निर्माण किया जा चुका है। वहीं, बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में अब तक 33 पीयरकैप, 74 डबल टी गर्डर एवं 24 यू-गर्डर की कास्टिंग का काम पूरा हो गया है।