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Agra News : एटा के बिलसड गांव में मिले 5वीं शताब्दी के मंदिर के अवशेष, पुरातत्व विभाग की बड़ी सफलता

Agra News : एटा जनपद के बिलसड गांव में खुदाई के दौरान ए एस आई द्वारा संरक्षित स्थल पर प्राचीन अवशेष मिले हैं।

Rahul Singh
Report Rahul SinghPublished By Shraddha
Published on: 10 Sept 2021 7:44 PM IST
कार्यालय अधीक्षण पुरातत्वविद
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कार्यालय अधीक्षण पुरातत्वविद

Agra News : एटा जनपद (Etah District) के बिलसड गांव (Bilsad Village) में खुदाई के दौरान ए एस आई द्वारा संरक्षित स्थल पर प्राचीन अवशेष मिले हैं। यहां पहले से कुमारगुप्त के स्तंभ अभिलेख उपलब्ध हैं। उसी साइट पर दो चौकोर पिलर थे। जिन पर मानव आकृति बनी हुई थी। उनको देखने के लिए कि यह किससे संबंधित है। वहां पर छोटी सी खुदाई करवाई गई। खुदाई के दौरान 5 सीढ़ियां मिली है। जो की फिनिश्ड हैं।

सीढ़ियां दोनों पिलर के बीच में से होकर जा रही हैं। ऐसा लगता है कि वह किसी मंदिर का प्रवेश द्वार रहा है। आगे चलकर पकी हुई ईटों का चबूतरा मिला है। पांचवी सीढ़ी पर चौड़ी सीढ़ी है। उस पर शंख लिपि में एक अभिलेख मिला है। जो की पांचवीं शताब्दी ईसवी का है। विद्वानों ने लेख को पढ़ा है, जो श्री महेंद्र आदित्य का है।


मिले अवशेष को टीन शेड लगाकर संरक्षित किया जा रहा


महेंद्र आदित्य कुमार गुप्त प्रथम शासक की उपाधि है। इसके पहले भी कई अभिलेख महेंद्र आदित्य के नाम से मिल चुके हैं। माना जा रहा है कि यह सीढ़ियां किसी मंदिर की तरफ जा रही हैं । यह मंदिर पांचवी शताब्दी का है। गुप्तकालीन जो अभिलेख मिला है। उसकी लिपि पांचवी शताब्दी की है। इससे मिलाजुला अभिलेख खीरी जिला में पत्थर के घोड़े की प्रतिमा मिली थी। घोड़े की पीठ पर लगभग ऐसा ही अभिलेख है क्योंकि उसकी तिथि निर्धारण हो चुकी है । इसलिए इसे पांचवी शताब्दी का माना जा रहा है। जो अवशेष मिले हैं उन्हें टीन शेड लगाकर संरक्षित किया जा रहा है। मौके पर बोर्ड लगा कर प्राप्त अवशेषों का विवरण भी लिखा जाएगा। ताकि आने वाले पर्यटकों को इसकी पूरी जानकारी प्राप्त हो सके।


एटा जिले में एक खुदाई में 5 वी शताब्दी के मंदिर से जुड़े अवशेष कुछ अवशेष मिले हैं। जिन्हें प्राचीन माना जा रहा है। बता दें कि खुदाई के दौरान 5 सीढ़ियां मिली है। इन सीढ़ियों को देखकर ऐसा लगता है कि वह किसी मंदिर का प्रवेश द्वार रही हैं। यह जो सीढ़ियां मिली हैं वो ए एस आई द्वारा संरक्षित है।



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Shraddha

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