×

Etah News: एटा में वैक्सीनेशन के नाम पर हो रही दलाली, पैसे लेकर बांटे जा रहे टोकन

Etah News: यूपी के एटा जिले में सीएचसी स्थित वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगाने के नाम पर पैसा लेने का मामला सामने आया है।

Sunil Mishra
Report Sunil MishraPublished By Ashiki
Published on: 4 Aug 2021 8:39 PM IST
Etah News: एटा में वैक्सीनेशन के नाम पर हो रही दलाली, पैसे लेकर बांटे जा रहे टोकन
X

Etah News: यूपी के एटा जिले में सीएचसी स्थित वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगाने के नाम पर पैसा लेने का मामला सामने आया है। साथ ही वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा कोरोना नियमों का पालन न कराने और भीड़ इकट्ठा करने को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ।

वहीं घटना की जानकारी पर पहुंचे पत्रकारों ने जब सेंटर प्रभारी चिकित्सक रिषभ सक्सेना से बात कर उनके सेंटर पर अवैध वसूली तथा वैक्सीनेशन कराने आये लोगों से अभद्रता के बारे में बात की तो उन्होंने पत्रकारों पर भी दबाव बनाने की कोशिश की। यही नहीं गलत सूचना देकर पुलिस और सीएमओ को भी चिकित्सालय बुला लिया।


जब मुख्य चिकित्साधिकारी उमेश त्रिपाठी स्वयं अपनी टीम के साथ मंडी समिति वैक्सीनेशन बूथ पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने उनसे सीधा संवाद करके आप बीती सुनाई। अधिकारियों व वहां के स्टाफ द्वारा अभद्रता व वैक्सीन न लगाने तथा पैसा लेकर बाहरी प्राईवेट लोगों से अवैध वसूली कराके टोकन नम्बर आवंटित करने तथा बाद में आने वालों को पहले वैक्सीन लगवाने की शिकायत की। इस दौरान उन्होंने स्वयं अवैध रुप से दलालों द्वारा बांटे गये टोकन देखे तो टोकन बांटने वाले के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के चिकित्सा प्रभारी को निर्देश दिए और कहा क कोई भी दलाल चिकित्सालय परिसर में प्रवेश न करे। साथ ही उन्होंने डाक्टर को स्वयं अपनी देखरेख मे सभी को वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए।


अवैध वसूली व वैक्सीन न लगाने की शिकायत पर नहीं हुई कोई कार्यवाही

हालांकि जांच में पहुंचे वरीष्ठ अधिकारी ने मन्डी समिति स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कर भारी अनियमितता व अवैध वसूली एवं वैक्सीन न लगाने की शिकायतों की पुष्टि की। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मन्डी समिति प्रभारी डाक्टर रिषभ सक्सेना एटा के बालरोग विशेषज्ञ चर्चित डाक्टर राजेश सक्सेना के बेटे हैं, जिनके पास दो बजे तक चिकित्सालय तथा 5 बजे तक वैक्सीन बूथों को चेक करने की जिम्मेदारी है। इसे में सवाल ये उठता है कि क्या अन्य बूथों पर भी भष्टाचार का खेल जारी है, क्या वहां भी व्यवस्थाओं का अभाव है?

Ashiki

Ashiki

Next Story