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Etah News : योगी सरकार में चिकित्सकों की बल्ले- बल्ले, तनख्वाह सरकार की, इलाज निजी चिकित्सालय में

Etah News : एटा जिले के मेडिकल कालेज में दलाली लूट को लेकर आज चिकित्सक के विरुद्ध परिजनों का गुस्सा फूट कर बाहर आ गया।

Sunil Mishra
Report Sunil MishraPublished By Shraddha
Published on: 14 Sept 2021 7:41 PM IST
चिकित्सक ने एटा में अभ्योदर हॉस्पिटल के नाम से खोला क्लिनिक
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चिकित्सक ने एटा में अभ्योदर हॉस्पिटल के नाम से खोला क्लिनिक

Etah News : एटा जनपद (Etah District) मुख्यालय स्थित नवनिर्मित मेडिकल कालेज (Medical College) में बीते पांच दिनों से भर्ती महिला का चिकित्सक ने उपचार इसलिए नहीं किया क्योंकि वह चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक के निजी क्लीनिक पर रुपये देकर उपचार नहीं करा रही थी। इस मेडिकल कालेज में उपचार के नाम पर हो रही दलाली लूट को लेकर आज चिकित्सक के विरुद्ध परिजनों का गुस्सा फूट कर बाहर आ गया।

आपको बताते चलें कि एटा जनपद के थाना रिजोर क्षेत्र के ग्राम रामनगर में एक युवक की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गयी थी जो घायल महिला का रिश्ते में भाई लगता था। मौत की खबर पर 45 वर्षीय झुनझुन देवी पत्नी सत्यपाल उन्हें देखने उनके घर गयी थी तभी बरसात के चलते एक दीवार उनके ऊपर गिर गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जिनको पांच दिन बीत जाने के बाद भी सिर्फ पटटी करके भर्ती कर रखा है।



घायल महिला के भाई योगेन्द्र ने बताया कि मेरी बहन पांच दिन से चिकित्सालय में भर्ती है उसका कोई इलाज नहीं किया जा रहा है। इलाज करने वाले डाक्टर भी नहीं देखते जब मैने वार्ड के लोगों से पूछा डॉक्टर कहां मिलेंगे तो उन्होंने बताया कि ओ टी में जब उनसे बात की गयी तो उन्होंने बताया कि ऑपरेशन करना पडेगा जो मेरे निजी क्लिनिक अभियोदय हॉस्पिटल पर किया जायेगा फीस बीस हजार लगेगी दवा के पैसे अलग से लगेंगे। सरकारी अस्पताल में पैसे लेकर ऑपरेशन करने की शिकायत उसने मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. राजेश गुप्ता व उच्च अधिकारियों से की है।

आपको बताते चलें कि एटा के मेडिकल कालेज में काफी लम्बे समय से हॉस्पिटल से मरीजों को आगरा ले जाकर ऑपरेशन किया जाता था। चर्चित डॉक्टर परमार खुलेआम मरीजों को ले जाते थे काफी बार बवाल होने व शिकायतों के बाद अब उन्होेंने अपना निजी क्लिनिक एटा में ही अभ्योदय हॉस्पिटल के नाम से खोल लिया है। वह सिर्फ अब हॉस्पिटल में मरीजों को प्राइवेट देखने के लिए आते हैं, उनका उपचार नहीं करते। उनकी गैर मौजूदगी में उनके दलाल मरीजों को चिकित्सालय से भेजते हैं जिसके बदले में उन्हें भारी कमीशन मिलती है। वहीं कई बार मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. राजेश गुप्ता से बात करने का प्रयास किया किंतु बात नहीं हो सकी।

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