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UP Viral Fever: कोरोना के बाद यूपी में वायरल बुखार का कहर, एटा में नहीं है कोई बचाव के इंतजाम
UP Viral Fever: एटा जनपद में भी बुखार कहर बरपा रहा है। यहां सरकारी व निजी अस्पतालों में लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
UP Viral Fever: एटा जनपद में भी बुखार कहर बरपा रहा है। यहां सरकारी व निजी अस्पतालों में लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। ओपीडी में एक दिन में सैकड़ों बुखार से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। जिले में बुखार व डेंगू से पीड़ित लोगों का आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है। प्रशासन की ओर से कोई समुचित व्यवस्था अभी तक हीं की गयी है।
बीते 24 घंटों मे जनपद के थाना सकीट क्षेत्र के ग्राम कोंछी डेरा निवासी नाजिय पुत्री महफूज की उपचार के दौरान मौत हो गयी। वहीं आज इस अज्ञात बुखार की चपेट में आयी जनपद मैनपुरी के अजय सिंह ने अपनी 4 वर्षीय बच्ची अंशिका को एटा के मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। वह एक सप्ताह से इस रहस्य मयी बुखार की चपेट में थी इसी से उसका एक हाथ व एक पैर सुन्न हो गया था। शरीर के आधे हिस्से ने काम करना बंद कर दिया।
वहीं पूर्व में पिछले वर्ष जनपद में डैंगू के फैलने के बाद हुई मौतों व सैकडों की संख्या में हुये बीमार डरे सहमे शहर वासी सरकारी अव्यवस्थाओं के चलते सरकारी चिकित्सालय में नहीं जा रहे हैं। बल्कि दर्जनों लोग सीधे निजी चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती होकर अपना उपचार करा रहे हैं। जिला चिकित्सालय के स्थान पर स्वायत अबन्ती बाई मेडिकल कालेज मे सौ से अधिक प्रतिदिन ओपीडी में मरीज दिखाने व बुखार पीडितों के भर्ती होने की बात चिकित्सक बता रहे हैं। पूर्व सभासद वार्ड संख्या 24 अखिलेश दीक्षित ने कहा कि एटा के मोहल्ला महाराणा प्रताप नगर निवासी श्रीमती कमला मिश्रा पत्नी अखिलेश मिश्रा व उनका पुत्र अंकित मिश्रा बीते एक सप्ताह में अधिक समय से अलीगढ के एक निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियों से कीचड नहीं निकाली गयी है। वहीं कई स्थानों पर जल भराव भी है। नगर पालिका द्वारा मोहल्ले में डेंगू से बचाव के लिए न तो आज तक फॉगिंग कराई गयी है और न किसी दवा का छिडकाव किया गया है। नगर पालिका व जिला प्रशासन के बचाव कार्य सिर्फ कागजी आंकड़े बाजी है।
जिसमें जनपद फिरोजाबाद की स्थिति अनियंत्रित होती जा रही है जहाँ पांच दर्जन से अधिक मौतों के बाद भी अभी मौतों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जब कि स्वास्थ्य विभाग इन मौतों के आंकड़े कम करने के लिए कागजी आंकड़े बाजी का खेल भी खेलकर सरकारी आंकड़ों में हेराफेरी करने के पूरे प्रयास में है।
इसी क्रम में एटा जनपद में में भी डेंगू रूपी अज्ञात बुखार ने अपने पांव पसारने प्रारंभ कर दिए हैं। मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। किंतु सीएम ओ उमेश त्रिपाठी ने कहा कि सिर्फ सरकारी जांच में मरीजों में डेंगू की कोई पुष्टि नहीं हो रही है सिर्फ सरकारी जांच ही सबसे सही है प्राईवेट डाक्टर व लैब मिलकर मरीजों को डराकर लूट करना चाहते हैं। अभी एटा में डेंगू के लक्षण नहीं है जहाँ से भी हमें सूचना मिलती है हम तुरंत टीम भेज कर वहां जांच कराते हैं और मच्छरों से बचाव के उपाय भी हमारी टीम बताती है।
शहरी क्षेत्र में डेंगू से बचाब के लिये सफाई व दवा के छिड़काव की जिम्मेदारी नगर पालिका परिषद की है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानों को इसकी जिम्मेदारी सोंपी गयी है।नगर पालिका अध्यक्ष राकेश गांधी ने बताया कि शहर मे डेंगू को दृष्टिगत रखते हुये सभी वार्डों में सफाई की जा रही है तथा मच्छरों से बचाव के लिए दवा का छिड़काव कगया जा रहा है। छिड़काव की जिम्मेदारी उस क्षेत्र के सफाई नायक को दी गयी है।