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Firozabad News: शिकोहाबाद जिला चिकित्सालय में फीता काटकर हुआ अल्ट्रासाउंड मशीन का शुभारंभ, गर्भवती महिलाओं को मिली सहूलियत
Firozabad News: जिला सयुंक्त चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड की काफी दिनों से मांग चल रही थी। इस मांग को सीएमएस आरसी केशव ने आज हरी झंडी दे दी।
Firozabad News: फ़िरोज़ाबाद जिले के शिकोहाबाद जिला संयुक्त चिकित्सालय (Shikohabad District Hospital) में आज सीएमएस आरसी केशव ने अल्ट्रासाउंड मशीन (ultrasound machine) का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ जिला सयुंक्त अस्पताल का स्टाफ मौजूद रहा।
दरअसल जिला सयुंक्त चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड (ultrasound machine) की काफी दिनों से मांग चल रही थी। इस मांग को सीएमएस आरसी केशव (CMS RC Keshav) ने आज हरी झंडी दे दी। इससे गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को सहूलियत मिलेगी। क्योंकि पहले गर्भवती महिलाएं प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर अल्ट्रासाउंड कराती थी। अब अल्ट्रासाउंड सुविधा मिलने से गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर पर नहीं जाना होगा, उन्हें अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में ही अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल सकेगी।
सीएमएस आरसी केशव नीता गुप्ता के साथ आज अस्पताल परिसर में बने अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंचे, जंहा उन्होंने मशीन का रिविन काटा ओर गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कराया। इस दौरान महिला चिकित्सक डॉ. नीता गुप्ता ने बताया कि महिलाओं को पहले अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बाहर जाना पड़ता था ,उनकी इस समस्या को ध्यान में रखते हुए सीएमएस ने आज गर्भवती महिलाओं को सहूलियत दी है। जिससे ग्रामीण अंचल से आने वाली गर्भवती महिलाओं को बाहर नही जाना होगा। अभी अल्ट्रासाउंड केवल गर्भवती महिलाओं के ही किये जायेंगे ,जल्द यह सुविधा हर मरीज को मिल सकेगी। जिसके लिए रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर की मांग है। डॉक्टर की मांग के लिए सीएमएस ने स्वास्थ्य विभाग को एक पत्र भी लिखा है। हालांकि जिला सयुंक्त चिकित्सालय में 100 बेड की अभी व्यवस्था है। जल्द इस अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा भी मिलने वाला है, जिसका प्रयास अभी चल रहा है ।
काफी दिनों से अल्ट्रासाउंड की चल रही थी मांग
2004 में स्थापित जिला सयुंक्त चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड मशीन की मांग समय-समय पर होती रही है। लेकिन छः महीने सुचारू रूप से यह व्यवस्था सयुंक्त चिकित्सालय में कभी नही रही। जिससे आये दिन मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब यह तीसरा मौका है जब अल्ट्रासाउंड मशीन को पुनः सुचारू किया गया है। इससे पहले दो बार यह मशीन चालू हो चुकी है। लेकिन कुछ ही महीनों के बाद इस मशीन की कोई सुध नही लेता है। अब देखना यह होगा कि आज शुरू हुई अल्ट्रासाउंड मशीन मरीजो को कब तक सहूलियत प्रदान करेगी।