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Firozabad Dengue: वायरल बुखार से हाहाकार, लोग कर रहे पलायन

Firozabad Dengue: यूपी में वायरल बुखार और डेंगू से हाहाकार मचा हुआ है। फिरोजाबाद के एक गांव से लोग पलायन कर रहे हैं।

Brajesh Rathore
Report Brajesh RathorePublished By Ragini Sinha
Published on: 16 Sept 2021 3:22 PM IST (Updated on: 16 Sept 2021 3:27 PM IST)
Firozabad Dengue updated news
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Firozabad Dengue: वायरल बुखार से हाहाकार, लोग कर रहे पलायन

Firozabad Dengue: यूपी में कोरोना का संक्रमण भले ही कम हो गया हो, लेकिन डेंगू और वायरल बुखार लगातार अपना कहर बरपा रहा है। कई लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गवां बैठे हैं। फिरोजाबाद में तो इसके डर से लोगों का पलायन भी शुरू हो गया है। करीब 11 से अधिक परिवारों ने अपना गांव छोड़ दिया है। उन्हें इस बात का डर है कि अगर वह और उनके बच्चे डेंगू की चपेट में आ गए, तो उनकी जान भी जा सकती है।



गांव में 15 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं

जानकारी के मुताबिक, फीरोजाबाद के नगला अमान गांव में वायरल बुखार से करीब 15 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस गांव में करीब 4,000 की आबादी है। आज स्थिति यह है कि गांव के कई परिवारों में वायरल डेंगू बुखार से पीड़ित बच्चे अपना इलाज करवा रहे हैं। गांव में रहने वाले 11 से अधिक परिवार इस वजह से गांव छोड़कर दूसरे शहरों में जा रहे हैं, ताकि वह इस बीमारी से दूर रह सकें। ऐसे में गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।

ग्रामीण कर रहे पलायन

ग्रामीणों का कहना है कि डेंगू के कहर की इतनी दहशत है कि लोग अब गांव छोड़कर जाने लगे हैं। उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां कभी कभी आती है, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं होता है। बता दें कि गांव में अब तक 15 से अधिक मौत हो चुकी है। 30 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए थे। उससे पहले ही गांव में साफ सफाई और दवाइयां बांटी गई थी। उनके जाने के बाद किसी सफाई कर्मचारी या अधिकारी ने उस गांव में दस्तक तक नहीं दी, जिसका परिणाम आज लोग गांव छोड़ कर जा रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि स्वास्थ्य विभाग या फिरोजाबाद जिले के आला अधिकारी उनकी मदद करें और इस बीमारी से मुक्ति दिलाएं।

गांव छोड़ने वाले परिवार

1- राम कुमार पुत्र बनवारी लाल जो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अपनी ससुराल चला गया है।

2- श्याम सुंदर पुत्र बनवारी लाल वह भी अपने परिवार के साथ अपनी ससुराल मैनपुरी चला गया।

3- राम प्रताप पुत्र बनवारी लाल वह भी अपने परिवार के साथ अन्य रिश्तेदारी में चला गया।

4- सुनील पुत्र चुन्नीलाल 11 लोग थे परिवार में बीमारी के चलते अपनी रिश्तेदारी राजाखेड़ा चला गया।

5- आशिक पुत्र मोतीलाल यह भी अपने परिवार के साथ अलीगढ़ के पास एक गांव में अपनी रिश्तेदारी में चला गया।

6- गुड्डी पत्नी स्वर्गीय सोबरन सिंह बीमारी के चलते अपने बेटे के साथ अपना घर छोड़कर अपनी बेटी के घर बिलासपुर चली गई।

7- रेखा पत्नी स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह यादव चार बच्चों के साथ अपने रिश्तेदार के यहां घड़िया टूंडला चली गई।

8- विनोद पुत्र बाबूलाल 5 बच्चे और पत्नी के साथ इटावा चला गया अपनी रिश्तेदारी में।

9- पप्पू पुत्र बाबूलाल पत्नी गीता के साथ गांव छोड़कर रेवाड़ी चला गया अपने रिश्तेदार के यहां।

10- हरिशंकर पुत्र नत्थी लाल इसकी मां का देहांत हो गया बुखार के चलते,उसके बाद वह रिश्तेदारी में राजाखेड़ा चला गया अपने परिवार के साथ।

11- करतार पुत्र नत्थी लाल यह भी बीमारी के चलते अपने परिवार के साथ मैनपुरी चला गया अपने रिश्तेदार के यहां।

डेंगू बुखार की बीमारी को लेकर अच्छी व्यवस्था की जाने की मांग

स्वास्थ्य विभाग की टीम के बावजूद गांववालों का भरोसा स्वास्थ्य विभाग से पूरी तरह उठ चुका है। ऐसे में वो गांव छोड़कर दूसरे गांव में अपने रिश्तेदारों के पास जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वह भी गांव छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे। अब देखना यह है कि कब तक फिरोजाबाद के अधिकारी इस गांव में डेंगू बुखार की बीमारी को लेकर अच्छी व्यवस्था करते हैं या फिर गांव के इन ग्रमीणों का गांव छोड़ने का सिलसिला ऐसे ही बरकरार रहेगा।



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Ragini Sinha

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