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Holi 2022: कान्हा नगरी में रंगभरनी एकादशी की धूम, बांके बिहारी मंदिर में भक्तों ने खेली होली
Holi 2022: बांके बिहारी और द्वारिकाधीश मंदिर में रंग होली की शुरुआत हो गयी। बड़ी-बड़ी पिचकारियों से भक्तो पर टेसू का रंग डाला जाएगा।
Holi 2022: कान्हा की नगरी में आज हर तरफ रंगभरनी एकादशी की धूम है। वहीं वृन्दावन में आज बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में भक्तों ने भगवान के साथ होली खेली और कान्हा को अबीर, गुलाल लगाया। बता दें कि ब्रज के मंदिरों सहित परिक्रमा में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। इसी क्रम में बांके बिहारी और द्वारिकाधीश मंदिर में रंग होली की शुरुआत हो गयी। बड़ी-बड़ी पिचकारियों से भक्तो पर टेसू का रंग डाला जाएगा।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर फूलों की अलौकिक होली का आयोजन किया गया है। मयूर नृत्य,चुरकुला सहित हाड्रोलिक पिचकारी से गुलाल और रंग उड़ेगा। देश विदेश से आये कान्हा व राधा रानी के भक्त लठमार होली भी खेलेंगे। वहीं गोकुल, नंदगाव, बरसाना व रावल के हुरियारे हुरियारिनों संग प्रेम की होली खेलेंगे।
मथुरा में 40 दिन तक मनाया जाता है होली का पर्व
यूं तो पूरे देश में होली का पर्व मनाया जाता है अगर बात मथुरा की करें तो ब्रज नगरी में होली का पर्व पूरे 40 दिन तक मनाया जाता है। मथुरा में बसंत पंचमी से ही होली प्रारंभ हो जाती है और जिसके बाद ब्रज नगरी के प्राचीन मंदिरों में होली का पर्व बड़ी धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
इसी क्रम में आज मथुरा केसरी की जन्म स्थान पर होली का पर्व मनाया जाएगा। इस होली को देखने के लिए श्रद्धालु देश-विदेश कान्हा की नगरी मथुरा पहुंचते हैं और आज सभी श्रद्धालु होली मनाने ब्रज नगरी मथुरा के श्री चरणों में स्थान पहुंच रहे हैं। लोगों के स्वागत के लिए सरकार द्वारा 2022 रंग उत्सव का कार्यक्रम भी जगह-जगह आयोजित किए जा रहे हैं यहां श्रद्धालु होली के ब्रज लोकगीत एवं रसिया गानों पर जमकर थिरकते हुए नजर आ रहे हैं।
राधा रानी मंदिर में मनाई गई लठमार होली
मथुरा के यमुना पार क्षेत्र के रावल धाम में स्थित राधा रानी मंदिर में लठमार होली का आयोजन किया गया। जिसमें दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने जमकर होली का आनंद लिया। वहीँ श्रद्धालु होली के भजनों पर जमकर थिरकते भी नजर आए। राधा रानी मंदिर में लठमार होली के आयोजन के दौरान पहले गुलाल की होली खेली गई जिसमें जमकर गुलाल वर्षा उसके बाद लट्ठमार होली शुरू हो गई। जिसमें हुरियारिनों के हुरियारों पर प्रेम पगी लाठियां बरसाई गई दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने इसका जमकर आनंद लिया।
भक्तों ने भगवान के साथ खेली होली
इस होली में देश ही नहीं बल्कि विदेशी श्रद्धालुओं ने भी जमकर उठाया होली का आनंद और खूब लगाया एक दुसरे को रंग और गुलाल। ब्रज में सवा महीने तक चलने वाली होली का रंग अब अपने सुरूर में दिखने लगा है। रंग भरनी एकादशी से ब्रज के सभी मंदिरों में भगवान् के साथ खेली जाने वाली होली में आज से टेसू के रंगो को शामिल कर लिया है।
जिसके वाद प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में हर दिन होने वाली इस होली में सवसे पहले सेवायत पुजारियों द्वारा भगवान् को गुलाल और पिचकारी से रंग लगाना शुरू हो जाता है और जिसके बाद मंदिर में आये दर्शनार्थियों पर भी खूब जमकर रंग और गुलाल उड़ाते हुए होली में सराबोर कर देते हैं। क्योंकि की यहाँ पर आने वाले हर भक्त की कामना होती है की उनपर भी भगवान् की भक्ति में सराबोर ये रंग पड़े और भगवान की आशीर्वाद की कृपा पा सकें।
वहीं होली की मस्ती में मस्त होकर खूब नाचते गाते परिक्रमा करते हुए ब्रज की होली का आनंद लेते है वृन्दावन की परिक्रमा का इस दिन बेहद विशेष महत्व होता है।
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