सुनो...10 हजार रुपए दो, तो ही मिलेगा वेंटीलेटर, पीड़ित बोला- PRO के साथ आया था दलाल

aman
By aman
Published on: 22 Feb 2017 1:33 PM GMT
सुनो...10 हजार रुपए दो, तो ही मिलेगा वेंटीलेटर, पीड़ित बोला- PRO के साथ आया था दलाल
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Sudhanshu Saxena

लखनऊ: राजधानी के किंग जार्ज मे‍डिकल कॉलेज में दलालों का राज खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार (22 फरवरी) को एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।

हालिया मामले में पीड़ित राजकुमार निगम ने बताया कि मंगलवार (21 फरवरी) को वह गंभीर हालत में अपने भाई को ट्रॉमा सेंटर लेकर आए थे। उनको वेंटीलेटर की जरूरत थी। लेकिन अस्‍पताल के पीआरओ ने वेंटीलेटर खाली न होने की जानकारी दी। इसके थोड़ी देर बाद पीआरओ के साथ एक दलाल आया और उसने दस हजार रुपए घूस देने पर ही वेंटीलेटर दिलवाने की बात कही। वेंटीलेटर के अभाव में मरीज की मौत हो गई।

गौरतलब हो कि इससे पूर्व भी केजीएमयू में दलालों द्वारा मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने और अस्‍पताल में सुविधा के नाम पर वसूली की खबरें सामने आ चुकी हैं। लेकिन अस्‍पताल प्रशासन इन सबसे बेखबर अपना पल्‍ला झाडता रहा है। इस पूरे प्रकरण में दलाल की ऑडियो रिकार्डिंग newstrack.com के पास मौजूद है।

परिजनों के हंगामे के बाद मुकदमा दर्ज

-पीड़ित राजकुमार निगम ने बताया कि मंगलवार को उनका भाई तीन मंजिला इमारत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

-इसके बाद उनको लेकर ट्रॉमा सेंटर आए और भर्ती करवाया।

-इस बीच उन्‍हें वेंटीलेटर की आवश्ययकता बताई गई।

-इस पर जब उन्‍होंने अस्‍पताल प्रशासन से संपर्क किया, तो पता चला कि वेंटीलेटर अभी खाली नहीं है।

आगे की स्लाइड्स में पढ़ें पूरा मामला ...

दलाल ने आखिरकार 5 हजार रुपए की डिमांड रखी

-पीड़ित ने पीआरओ से लेकर अस्‍पताल प्रशासन तक, कई अधिकारियों से वेंटीलेटर के लिए संपर्क किया।

-उसे हर बार यही बताया जाता रहा कि वेंटीेलेटर खाली नहीं है।

-राजकुमार निगम का आरोप है कि इसके बाद पीआरओ के साथ एक दलाल आया और उसने पीडित से कहा कि अगर वह 10 हजार रुपए दे तो वह ट्रॉमा में वेंटीलेटर का इंतजाम करवा देगा।

-जब पीडित ने इतने रुपए न होने की बात कही तो दलाल ने पांच हजार रुपए की डिमांड की।

-इस दौरान मरीज ने दम तोड़ दिया।

अस्पताल कर्मी बदतमीजी पर उतर आए

-इस पर जब पीडित ने डॉक्‍टर पर लापरवाही का आरोप लगाया तो सब उसके साथ बदतमीजी करने लगे।

-इस पर पीड़ित और कर्मचारियों के बीच नोंक-झोंक हुई।

-इस बात पर केजीएमयू कर्मचारी नेता राधेलाल जायसवाल ने तीमारदारों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए मुकदमा दर्ज करवा दिया।

अगली स्लाइड में पढ़ें दलाल ने उगले राज ...

अफजल नामक दलाल ने उगले राज

-पीड़ित राजकुमार निगम ने बताया कि डॉक्‍टरों के अलावा उन्हें रमेश नामक व्‍यक्ति ने अफजल दलाल का नंबर दिया।

-पीड़ित से रमेश ने दावा किया था कि अफजल ट्रॉमा सहित पूरे केजीएमयू में कुछ भी करवा सकता है।

-जब पीड़ित ने अफजल से इस बारे में बात की तो उसने कहा कि उसका एक आदमी गाड़ी के साथ अस्‍पताल परिसर में आएगा।

-वह व्‍यक्ति उसके मरीज को राजधानी के बर्लिंग्‍टन स्थित एफआई अस्‍पताल के लिए ट्रॉमा से रेफर करवा देगा।

-जब पीड़ित ने कहा कि डॉक्‍टर रेफर करने से मना कर रहे हैं ताे अफजल ने कहा कि उसका आदमी सब करवा लेगा।

-रेफर होने के बाद मरीज को प्राइवेट गाडी में लेकर एफआई हॉस्पिटल आना होगा।

-यहांं वह 4 हजार रुपए में ही वेंटीलेटर का इंतजाम करवा देगा।

जारी ...

'दलालों पर लगाते रहे हैं लगाम'

-केजीएमयू के प्रवक्‍ता डॉ. वेद प्रकाश से जब इस बारे में जानकारी ली गई तो उन्‍होंने कहा कि अस्‍पताल प्रशासन दलालों पर लगाम लगाता रहा है।

-इस घटना के हर पहलू की जांच होगी।

-जहां तक वेंटीलेटर का सवाल है तो वेंटीलेटर खाली ही नहीं था।

-बस इसीलिए मरीज को वेंटीलेटर उपलब्‍ध नहीं हो पाया है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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