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योगी सरकार सुधारे गलती: मायावती की सलाह, बोली- मुश्किल होगा अपराध रोकना

बसपा सुप्रीमों मायावती ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर कहा कि हाथरस कांड की आड़ में विकास को प्रभावित करने हेतु जातीय व साम्प्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश का विपक्ष पर आरोप लगाया गया,

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Published on: 6 Oct 2020 4:47 AM GMT
योगी सरकार सुधारे गलती: मायावती की सलाह, बोली- मुश्किल होगा अपराध रोकना
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गलती सुधारे योगी सरकार वरना मुश्किल होगा जघन्य घटनाओं को रोकना: बसपा सुप्रीमों (social media)

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि योगी सरकार द्वारा विपक्ष पर लगाये गये जातीय व साम्प्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश के आरोप सही या चुनावी चाल यह तो समय बतायेगा। बसपा सुप्रीमों ने कहा सरकार अब भी गलती सुधारे व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए गंभीर हो वरना जघन्य घटनाओं को रोक पाना मुश्किल होगा।

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बसपा सुप्रीमों मायावती ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर कहा

बसपा सुप्रीमों मायावती ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर कहा कि हाथरस कांड की आड़ में विकास को प्रभावित करने हेतु जातीय व साम्प्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश का विपक्ष पर आरोप लगाया गया, यूपी सरकार का आरोप सही या चुनावी चाल, यह समय बतायेगा, किंतु जनमत की मांग कि हाथरस काण्ड के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने पर सरकार ध्यान केंद्रित करे तो बेहतर।

अगले ट्वीट में बसपा सुप्रीमों ने कहा कि वैसे हाथरस काण्ड को लेकर पीड़िता परिवार के साथ जिस प्रकार का गलत व अमानवीय व्यवहार किया गया उससे देश भर में काफी रोष व आक्रोश। सरकार अब भी गलती सुधारे व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए गंभीर हो वरना जघन्य घटनाओं को रोक पाना मुश्किल होगा।



बसपा सुप्रीमों ने यूपी सरकार द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश पर आशंका जताई थी

इससे पहले सोमवार को मायावती ने हाथरस गैंगरेप काण्ड में मीडिया के साथ बदसलूकी और विपक्षी दलों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज की निन्दा करते हुए यूपी की योगी सरकार को अपने अहंकारी और तानाशाही रवैये को बदलने की सलाह दी थी। जबकि बीते रविवार को बसपा सुप्रीमों ने यूपी सरकार द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश पर आशंका जताई थी कि पीड़ित परिवार को धमकाने के आरोपी हाथरस के जिलाधिकारी के वहां तैनात रहते इस मामलें की निष्पक्ष जांच कैसे हो सकती है।

बता दे कि हाथरस में एक दलित बच्ची के दुष्कर्म के बाद उसकी मौत और बगैर परिजनों की रजामंदी के किए गए अंतिम संस्कार को लेकर सभी विपक्षी दल द्वारा यूपी की योगी सरकार की घेरेबंदी के कारण स्थानीय जिला प्रशासन ने बच्ची के गांव में धारा-144 लागू करके सभी के आने जाने पर रोक लगा दी थी। जिस पर स्थानीय जिला प्रशासन की चहुओर आलोचना हुई थी और भाजपा के ही कुछ वरिष्ठ नेताओं ने जिला प्रशासन के इस कदम को गलत ठहराया था।

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कई विपक्षी दलों के नेता पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंच रहे है

जिसके बाद यूपी की योगी सरकार ने हाथरस के पुलिस कप्तान समेत कुछ अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया था। जबकि शनिवार को यूपी सरकार ने पीड़िता के गांव में मीडिया को जाने की अनुमति देते हुए इस मामलें की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था। इसके बाद रविवार से ही कई विपक्षी दलों के नेता पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंच रहे है। जिला प्रशासन हर दल के पांच-पांच नेताओं को जाने की अनुमति दे रहा है।

मनीष श्रीवास्तव

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