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Judge Jyotsana Rai: महिला जज ने सुसाइड नोट में लिखी चौंकाने वाली बातें, पिता ने किया यह दावा
Judge Jyotsana Rai: महिला जज के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था। हालांकि सुसाइड नोट पर आधिकारिक तौर पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
Judge Jyotsana Rai: जिले में बीते शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में महिला जज ज्योत्सना राय का शव उनके सरकारी आवास पर फांसी के फंदे से लटका मिला था। जिसके बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। महिला जज के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था। हालांकि सुसाइड नोट पर आधिकारिक तौर पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वहीं महिला जज के परिजनों को उनके सुसाइड करने की बात पर यकीन नहीं हो रहा है। महिला जज के पिता ने कहा कि उनकी बेटी काफी मजबूत थी। वह सुसाइड नहीं कर सकती है। परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
सुसाइड नोट में लिखी थी यह बातें
महिला जज के कमरे में जो सुसाइड नोट मिला है। वह अंग्रेजी में लिखा हुआ है। सूत्रों के अनुसार सुसाइड नोट में महिला जज ने लिखा है कि वह सुबह उठकर एक ही जैसी दिनचर्या होने से ऊब सी गयीं हैं। वह जो कदम उठा रही हैं उसके लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है। वह काफी तनाव महसूस कर रही हैं। साथ ही सुसाइड नोट में उन्होंने अपने खरगोशों के बारे में भी लिखा है। उन्होंने लिखा कि उनकी मौत के बाद उनके खरगोशों का ध्यान रखें। साथ ही उन्होंने इच्छा जाहिर की है कि उनका अंतिम संस्कार सरयू नदी के तट पर किया जाए। हालांकि महिला जज का सुसाइड करना न्यायालय से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के गले नहीं उतर पा रहा है। सभी का यहीं कहना है कि आखिर जज का किस चीज की परेशानी थी। उन्होंने कभी इसका जिक्र परिजनों या अपने साथियों से भी नहीं किया।
पड़ोसियों ने कही यह बात
बदायूं में महिला जज सरकारी आवास पर रहती थी। उनके पड़ोस में रहने वाले लोगों के मुताबिक शुक्रवार रात को ज्योत्सना राय किसी से मोबाइल पर काफी तेज आवाज में बात कर रही थी। आवाज सुनकर ऐसा लग रहा था जैसे उनकी किसी से बहस हो रही हो। वह काफी गुस्से में भी लग रही थी।
पिता बोले- मेरी बेटी नहीं कर सकती सुसाइड
महिला जज ज्योत्सना राय के पिता अशोक कुमार राय बेटी के निधन से काफी सदमे में हैं। उनका कहना है कि उनके बेटी कमजोर नहीं थी। वह किसी भी कीमत पर सुसाइड तो नहीं कर सकती है। उसकी हत्या की गयी है। अशोक कुमार राय ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज कराया है।
चेक कराया गया सुसाइड नोट
ज्योत्सना राय के कमरे में मिले सुसाइड नोट की जांच के लिए एसएसपी आलोक प्रियदर्षी ने पेशकार को बुलाया और हैंड राइटिंग की जांच करायी। पेशकार को सुसाइड नोट दिखाया गया। पेशकार ने लिखावट और हस्ताक्षर की पुष्टि की है। वहीं अब सुसाइड नोट को फॉरेसिंग लैब भेजा जाएगा और उसकी जांच करायी जाएगी।
मृदुभाषी और व्यवहारिक थीं ज्योत्सना राय
महिला जज ज्योत्सना राय बदायूं में दीवानी के मुकदमों की सुनवाई करती थीं। कोर्ट में मुकदमा लड़ने वाले वकीलों के मुताबिक ज्योत्सना राय बेहद मृदुभाषी और व्यवहारिक थीं। उन्हें देखकर कभी भी ऐसा प्रतीत ही नहीं हुआ कि वह निजी जिंदगी से परेशान हैं। शुक्रवार को भी उन्होंने कोर्ट में तमाम मुकदमों की सुनवाई की थी और शाम को समय पूरा होने के बाद ही वह न्यायालय से गईं थीं। तब उनके चेहरे पर कोई परेशानी जैसा भाव नजर नहीं आ रहा था।