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बजट 2020: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पढ़ी ये कविता, बौखलाया विपक्ष
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कविता से मोदी सरकार की तुलना की और सरकार काम गिनाए जिसपर हंगामा मच गया। निर्मला सीतारमण की कविता पर विपक्षलाल हो गया और सदन में हंगामा होने लगा।
नई दिल्ली: बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कविता से मोदी सरकार की तुलना की और सरकार काम गिनाए जिसपर हंगामा मच गया। निर्मला सीतारमण की कविता पर विपक्षलाल हो गया और सदन में हंगामा होने लगा। यह कविता तमिलनाडु के कवि तिरुवल्लुवर की थी, जिसमें अच्छे देश की क्या खूबियां होती हैं यह बताई गई थीं। कविता सुनाकर निर्मला ने दावा किया कि कविता में बताई गईं सभी खूबियां नरेंद्र मोदी सरकार में देश में आई हैं।
सीतारमण ने पहले कविता को तमिल में पढ़ा। फिर मतलब बताया। उन्होंने कहा कि कवि तिरुवल्लुवर बताते हैं कि एक अच्छे देश में पांच चीजें होती हैं। पहली कि वहां बीमारियां न हो, पैसा हो, अच्छी फसल हो, खुशहाली हो और जगह सुरक्षित हो। फिर मोदी सरकार से तुलना करते हुए उन्होंने मोदी की योजनाओं के नाम लिए और कहा कि उनसे देश खुशहाल हुआ है।
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सीतारमण ने कहा कि आयुष्मान भारत ने स्वास्थ्य दिया, वेल्थ क्रिएटर का देश में सम्मान होता है, किसानों के लिए किसान सम्मान निधि, अन्य योजनाएं लाए, ईज ऑफ लिविंग बेहतर हुई जिससे देश में खुशहाली आई।
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उन्होंने बजट भाषण पढ़ते हुए कहा कि देश की सुरक्षा इस सरकार के लिए सबसे पहले है इसके तो कई प्रूफ हैं। इसपर जारी हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला को बोलना पड़ा। उन्होंने माहौल को हल्का करते हुए विपक्षियों से कहा कि 'आपको खुश होना चाहिए कि तमिल में पढ़ा है।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण के दौरान एक कश्मीरी कविता पढ़ी। उन्होंने बजट के पीछे मूल भावना का जिक्र करते हुए यह कश्मीरी कविता पढ़ी। कश्मीर में कविता पढ़ने के बाद उन्होंने इसका हिंदी मतलब बताया। उन्होंने कहा, 'हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन। यह कविता पंडित दीनानाथ कौल की है।