×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Bulandshahr: रिश्वत-चोरी की कार का BJP जिलाध्यक्ष कनेक्शन, ड्राइवर हिरासत में, ऑडियो Viral

Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में BJPके जिला अध्यक्ष के ऊपर आरोप लगा है कि उन्होंने रिश्वत के रूप में कार ली है। कुछ दिन पहले ही उस कार के चोरी होने का मामला दर्ज हुआ है।

Sandeep Tayal
Written By Sandeep TayalPublished By Bishwajeet Kumar
Published on: 4 April 2022 11:20 PM IST (Updated on: 4 April 2022 11:57 PM IST)
Bulandshahr News
X

चोरी की कार (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया) 

Bulandshahr News : देश के पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी (Chief Minister Adityanath Yogi) सब देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की कवायद में लगे हैं। भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस पर काम हो रहा है। मगर बुलंदशहर में तो भाजपा (BJP) के जिलाध्यक्ष का ही भ्रष्टाचार की कार में सफर करने का मामला प्रकाश उस समय प्रकाश में आया जब संगठन में पद अथवा विधानसभा का टिकट दिलाने के नाम पर रिश्वत बतौर कार लेने के आरोप। जनपद के प्रख्यात डॉक्टर संजीव अग्रवाल ने लगाये। यही नहीं कार की 4 दिन पूर्व चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज हुई और आज रिश्वत या यूं कहें कि चोरी की कार आज बरामद भी हो गयी। हालांकि भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल शिशौदिया बरामद कार को अपनी बता आरोपो को गलत ठहरा रहे है।

बुलंदशहर पुलिस वाहन चोरों के खिलाफ भले ही अभियान चलाए है मगर बुलंदशहर में तो भाजपा के जिलाध्यक्ष ही चोरी की गाड़ी में फर्राटा भर रहे थे। सत्ता की हनक में भाजपा रिश्वत या यूं कहें कि वसूली की कार जिलाध्यक्ष होने को चलाते रहे और अधिकारियों ने एक बार भी उन्हें रोककर जांच करने की जहमत तक नहीं उठाई। फिलहाल पुलिस ने विधान परिषद सचिवालय व भाजपा का स्टिकर लगी चोरी की जिस चोरी की कार को बरामद कर चालक को हिरासत में लिया है वो कार चालक खुद को भाजपा के बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष अनिल शिशौदिया का ड्राइवर बता रहा है। आरोपी ड्राइवर ने कार को जिलाध्यक्ष के घर से लेकर आने की बात भी पुलिस को बताई है।

औरंगाबाद के गांव सैदपुरा निवासी अतुल कुमार ने 31 मार्च को देहात कोतवाली में स्कोर्पियो कार की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, रिपोर्ट में कहा गया था कि वह अपने दोस्त से मिलने अनूपशहर अड्डा क्षेत्र में आया था। इसी दौरान उसकी कार को अज्ञात लोगों ने चोरी कर ली। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की थी। अब सोमवार को डीएम रोड से पुलिस ने स्कोर्पियो गाड़ी को बरामद किया है।

गिरफ्त में आया चालक खुद को बता रहा जिलाध्यक्ष का ड्राइवर

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में आरोपी कार चालक ने बताया कि उसे पता नहीं गाड़ी किसकी है, वह भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया का ड्राइवर है। जिलाध्यक्ष ने ही सोमवार सुबह उसे यह गाड़ी दी थी। इसके बाद बरामद कार और आरोपी को लेकर आवास विकास चौकी पहुंची। जहां से आरोपी को कोतवाली देहात पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कार की बरामदगी के बाद कोर्ट में दस्तावेज पेश किए।

जानिये क्या बोले भाजपा जिलाध्यक्ष

भाजपा के जिला अध्यक्ष अनिल शिशौदिया ने बताया कि जिस स्कॉर्पियो कार की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, वह मेरी अपनी है। लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। मैने कोई चोरी की गाड़ी का प्रयोग नहीं किया है। आरोप लगाना वाला व्यक्ति रिकॉर्डिंग वायरल करते हुए गाड़ी देने की बात कर रहा है। इसके बाद फर्जीवाड़ा कर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।

पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई का कर रही दावा

एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि मामले की निष्पक्षता से जांच कराने के निर्देश दिए हैं। प्राथमिक दृष्टया कार चोरी के बजाए लेनदेन का मामला प्रतीत हो रहा है। देहात कोतवाली पुलिस को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जानिये रिश्वत में दी या बरामद चोरी की स्कोर्पियो कार का असली मलिक कौन

जिस स्कॉर्पियो कार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष भाजपा के जिला मंत्री डॉक्टर संजीव अग्रवाल पद वह भाजपा का टिकट दिलाने के नाम पर रिश्वत में देने की बात कर रहे हैं दरअसल वह कार किसकी है जब इसका पता किया तो पंजीयन विभाग के अनुसार

स्कॉर्पियो कार यू पी13-बी क्यू 4700 औरंगाबाद थाना क्षेत्र के सैदपुरा गांव के रहने वाले अतुल के नाम हैं। आरोप हैं कि इसी स्कॉर्पियो कार को भाजपा जिलाध्यक्ष काफी लंबे समय से इस्तेमाल करते आ रहे हैं।

चोरी की बरामद कार का भाजपा कनेक्शन!

स्कॉर्पियो कार नंबर यूपी 13 बी क्यू 4700 का भाजपा के जिला अध्यक्ष में भाजपा से क्या कनेक्शन है इसकी कहानी खुद कार पर लगे स्टीकर वे झंडे बयां कर रहे हैं। दरअसल इस कार में भाजपा के बुलंदशहर के जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया सवार रहते हैं। कई कार्यक्रमो में जिलाध्यक्ष इस विवादित कार में सवार होकर पहुँचे थे, यही नहीं इस कार पर बाकायदा विधान परिषद सचिवालय लखनऊ का स्टीकर भी लगा है, भाजपा का झंडा भी लगा है और बुलंदशहर का उल्लेख भी किया गया है।

भाजयुमो जिलाध्यक्ष बनवाने के नाम पर ली थी कार की रिश्वत!

भारतीय जनता पार्टी बुलंदशहर के जिला मंत्री एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ.संजीव अग्रवाल ने बताया कि बुलंदशहर के भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल शिशौदिया से भाजपा युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनने की इच्छा जताई थी, आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि अगर आपके पास पैसे है तो आप बन सकते है, नही तो सामान्य कार्यकर्ता की भांति काम करे। फिर उन्होंने 20 लाख रुपयों की डिमांड रखी, पैसे ना देने की दशा में एक कार(गाड़ी) देने को बोला। अक्टूबर 2020 में एक कार स्कार्पियो UP13BQ4700 मूल्य 20 लाख रुपये दे दी थी। जो मेरे दोस्त अतुल के नाम पर पंजीकृत है, आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया दावा किया था कि मैँ लखनऊ तक व्यवस्था कर लूंगा और अगर किसी वजह से युवा मोर्चा नही दिला पाया तो किसी भी विधानसभा का टिकट दे दूंगा। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले उन्होंने मुझसे आवदेन के लिए बोला तो मैंने कहा कि क्या टिकट दिला दोगो तो आवेदन करू, जिसपर उन्होंने टिकट दिलाने में असमर्थता जतायी। जिसके बाद मैंने अपने पैसे मांगे जिसपर मुझे असभ्य बातें की एवं गालियां दी।लेकिन बार बार दबाब बनाने पर 5 लाख रुपये लौटाए जिसकी वॉइस रिकॉर्डिंग भी वायरल हो रही है।

रिश्वत की कार!, का मामला पहुँचा लखनऊ

भाजपा के जिला मंत्री व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष डॉ संजीव अग्रवाल ने पार्टी आलाकमान को पत्र भेजा है। जिसमे दावा किया गया है कि पद दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये अथवा स्कॉर्पियो कार भाजपा जिलाध्यक्ष बुलंदशहर ने मांगे थे, पद न दिलाने पर 5 लाख रुपये देने व बाकी पैसे इंस्टाल में देने की बात फोन पर कही थी, डॉक्टर संजीव अग्रवाल ने मामले की जांच कर संगठन दे भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल सिसोदिया के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है अनिल सिसोदिया ने पत्र के साथ टेलीफोन पर हुई वार्ता की रिकॉर्डिंग भी भाजपा हाईकमान को भेजने का दावा किया है।

चोरी/रिश्वत की कार को किसने इशू कराया विधान परिषद सचिवालय स्टिगर

चोरी की कार या यूं कहें कि रिश्वत की कार, जो भी हो उस पर विधान परिषद सचिवालय का स्टिकर लगा है, हालांकि इस बात की भी जांच होनी चाहिये कि आखिर इस कार पर लगे स्टिगर को किसने इशू कराया, विधान परिषद का स्टिगर इशू होने से पहले कार किसकी है इसकी पड़ताल की गयी थी या नही।



\
Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

Next Story