×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Bulandshahr News: बुलंदशहर जेल में आजादी के अमृत महोत्सव की धूम, बंदियों ने कौशल कला का किया प्रदर्शन

Bulandshahr News: बुलंदशहर जिला जेल के अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि जिला कारागार में स्वतंत्रता दिवस की बंदियों में धूम है। बंदी बाकायदा मेरी माटी मेरा देश अभियान से जुड़कर अपनी कौशल कला का प्रदर्शन कर रहे हैं।

Sandeep Tayal
Published on: 13 Aug 2023 8:51 PM IST
Bulandshahr News: बुलंदशहर जेल में आजादी के अमृत महोत्सव की धूम, बंदियों ने कौशल कला का किया प्रदर्शन
X
(Pic: Newstrack)

Bulandshahr News: जहां एक तरफ पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस से पूर्व आजादी के अमृत महोत्सव की धूम है वहीं बुलंदशहर की जिला जेल में भी बंदियों ने अपनी कौशल कला का प्रदर्शन किया, यही नहीं बंदियों के बीच पेटिंग, ड्राइंग, गायन, रंगोली एवं सिलाई व कढाई प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।

जेलर ने बंदियों के बीच कराई प्रतिस्पर्धाएं

बुलंदशहर जिला जेल के अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि जिला कारागार में स्वतंत्रता दिवस की बंदियों में धूम है। बंदी बाकायदा मेरी माटी मेरा देश अभियान से जुड़कर अपनी कौशल कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला जेल में पेंटिंग एवं ड्राइंग प्रतियोगिता के अंतर्गत पर्यावरण/स्वतंत्रता दिवस के शीर्षक पर क्रमशः 04 पुरूष बंदियों ने पेंटिंग बनाई तथा 05 महिला बंदियों एवं 15 पुरूष बंदियों द्वारा ड्राइंग बनाई गई। गायन प्रतियोगिता में बंदियों द्वारा एकल एवं ग्रुप बनाकर प्रतिभाग किया गया। पॉच-पॉच महिलाओं के दो ग्रुप द्वारा भजन गाये गये तथा 12 पुरूष बन्दियों द्वारा धार्मिक भजन ‘‘जय हो जय हो बजंरग बली‘‘, देशभक्ति गीत - ‘‘कमल चमन था‘‘ तथा रागनी ‘‘सत्यवान-सावित्री संवाद‘‘ एवं कविताएं- ‘‘मैं तूफानों में चलने का आदी हूॅ‘‘ सुनाई गई।

महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों द्वारा ‘‘नन्हा मुन्ना राही हूॅ‘‘ गाना सुनाया गया। गायन प्रतियोगिता में बंदियों द्वारा अपने गानों से सभी को आनंदित किया तथा स्वर एवं ढोलक की ताल से पूरा परिसर आजादी के अमृत महोत्सव के रंग में रंग गया। सिलाई प्रतियोगिता में 15 पुरूष एवं 05 महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसमें समय सीमा निर्धारित कर झंडा एवं अन्य प्रकार के वस्त्र सिलवाकर तैयार कराये गये। महिला अहाते में 05 महिला बंदियों द्वारा कढ़ाई प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जिसमें महिलाओं द्वारा रेशमी धागे से कपड़े पर कढाई कर निर्जीव आकृति को रंग-बिरंगे रेशमी धागों के माध्यम से जीवंत स्वरूप प्रदान किया गया।

आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों में सभी बंदी खूब आनन्द प्राप्त कर रहे हैं। कारागार परिसर में चारों तरफ महोत्सव का माहौल बना हुआ हैं। सभी बंदियों द्वारा पूरे जोश और उल्लास के साथ स्वेच्छा से अपना नाम प्रतियोगिता में नामित कराया जा रहा हैं।



\
Sandeep Tayal

Sandeep Tayal

Next Story