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Bulandshahr News: कलंक के खिलाफ CBI एक्शन, रिश्वत लेते बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर गिरफ्तार
Bulandshahr News: बैंक ऑफ़ बड़ोदा शिकारपुर की शाखा के बैंक मैनेजर एक व्यापारी से करोड़ों रुपए की लिमिट बनवाने के नाम पर ₹100000 की रिश्वत लेते हुए सीबीआई की टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए।
CBI action against Bank of Baroda Shikarpur manager (photo: social media )
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में CBI गाजियाबाद की टीम ने बैंक ऑफ बड़ौदा शिकारपुर के मैनेजर अंकित मलिक को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बैंक मैनेजर अंकित मालिक पुत्र ओमपाल मालिक पर व्यापारी की लिमिट बनवाने के नाम पर रिश्वत वसूलने का आरोप है। प्रशिक्षु सीओ प्रखर पाण्डेय ने बताया कि सीबीआई की टीम ने बैंक मैनेजर के घर से अवैध पिस्टल भी बरामद की है। बैंक मैनेजर के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा । सीबीआई की टीम बैंक मैनेजर को अपने साथ पूछताछ के लिए गाजियाबाद ले गई है।
लिमिट बनवाने के नाम पर बैंक मैनेजर वसूल रहा था रिश्वत
सरकार भले ही भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस के दावे करें, मगर आज भी कुछ अधिकारी रिश्वतखोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के शिकारपुर में उस समय प्रकाश में आया । जब बैंक ऑफ़ बड़ोदा शिकारपुर की शाखा के बैंक मैनेजर अंकित मलिक एक व्यापारी से करोड़ों रुपए की लिमिट बनवाने के नाम पर ₹100000 की रिश्वत लेते हुए सीबीआई की टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए।
सीबीआई की रेड के बाद बैंक कर्मियों में हड़कंप मच गया। देर रात तक सीबीआई की टीम बैंक मैनेजर से पूछताछ करती रही और उसके बाद बैंक मैनेजर के आवास पर छापा मार कर एक अवैध पिस्टल भी बरामद किया है।
कलंक के खिलाफ CBI ने ऐसे बिछाया जाल
दरअसल शिकारपुर के व्यापारी जावेद ने बैंक ऑफ बड़ौदा शिकारपुर में लिमिट के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि लगभग एक करोड़ की लिमिट के लिए बैंक मैनेजर द्वारा रिश्वत की मांग की गई, जिसके बाद व्यापारी ने मामले की शिकायत सीबीआई में की। सीबीआई की टीम ने बैंक मैनेजर को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया, बाकायदा रंग लगे नोटो के नंबर लिखने के बाद व्यापारी को दिए गए और जब व्यापारी रिश्वत की रकम लेकर बैंक मैनेजर को देने पहुंचा तो सीबीआई की टीम ने बैंक मैनेजर अंकित मालिक को गिरफ्तार कर लिया। व्यापारी का कहना है कि उसे लिमिट मिले या न मिले लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।