Bulandshahr News: गलत इलाज से बिगड़ी 1 दर्जन से अधिक मरीजों की हालत, जांच को भेजे जाएंगे सैंपल

Bulandshahr News: जिला प्रशासन ने मामला संज्ञान में लेकर औषधि निरीक्षक को जांच के निर्देश दिए। सोमवार को औषधि निरीक्षक अनिल कुमार आनंद जिला अस्पताल के औषधि भंडार पहुंचे।

Sandeep Tayal
Published on: 27 May 2024 2:24 PM GMT
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 Bulandshahr News (Pic:Newstrack)

Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर के जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में इंजेक्शन लगने से 13 मरीजों की हालत बिगड़ने का मामला प्रकाश में आया है। मरीजों की हालत बिगड़ने से अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। सीएमओ ने बताया कि संबंधित इंजेक्शन का स्टॉक फिलहाल हटवा दिया गया हैं। अब मरीजों को नए बैच के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। उधर, सोमवार को औषधि निरीक्षक ने जांच के लिए तीनों इंजेक्शन के सैंपल लिए। साथ ही तीनों इंजेक्शन का स्टॉक औषधि भंडार में अलग रखवा दिया हैं। वहीं, हालत बिगड़ने वाले मरीजों की स्थिति में सोमवार को सुधार देखने को मिला।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती सोनम, आसिफ, माहिर, गौरव, मोनू व आकांक्षा समेत करीब 13 मरीजों को स्टाफ नर्स ने चिकित्सक परामर्श के बाद रविवार शाम एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाया। एंटीबायोटिक सेफ्ट्रिएक्सोन वन ग्राम व गैस आदि के लिए रेनिटिडीन इंजेक्शन लगाने के 10 मिनट बाद संबंधित की हालत बिगड़ने लगी। इसमें कुछ मरीजों को उल्टी का ओन्डेनसेट्रॉन का इंजेक्शन भी लगाया गया। मरीजों की हालत बिगड़ने पर परिजन अपने-अपने मरीज को इमरजेंसी लेकर पहुंचे तो कुछ निजी अस्पताल पहुंचे।

जिला प्रशासन ने मामला संज्ञान में लेकर औषधि निरीक्षक को जांच के निर्देश दिए। सोमवार को औषधि निरीक्षक अनिल कुमार आनंद जिला अस्पताल के औषधि भंडार पहुंचे। औषधि भंडार में चीफ फार्मासिस्ट मदनलाल से एंटीबायोटिक सेफ्ट्रिएक्सोन वन ग्राम, रेनिटिडीन और ओन्डेनसेट्रॉन इंजेक्शन का सैंपल जांच के लिए लिया। साथ ही तीनों इंजेक्शन के शेष स्टॉक को अलग रखवा दिया गया। जांच रिपोर्ट आने तक पृथक कराए गए इंजेक्शन आदि का प्रयोग नहीं किया जायेगा।

मामले की रिपोर्ट शासन को भेजेंगे !

सीएमएस डा.राजीव प्रसाद का कहना है कि जिला अस्पताल की सभी दवाएं सरकारी कारर्पोशन से प्राप्त हाती है। जिला अस्पताल के औषधि भंडार में ओन्डेनसेट्रॉन के 4370, रेनिटिडीन के 1920 व सेफ्ट्रिएक्सोन वन ग्राम के 1630 इंजेक्शन उठवा कर अलग रखवा दिए गए। रेनिटिडीन व सेफ्ट्रिएक्सोन वन ग्राम के नए बैच के इंजेक्शन सभी वार्ड में रखवा दिए गए तो ओन्डेनसेट्रॉन के अलग बैच का इंजेक्शन न होने पर अब मेटोक्लोप्रमाइड का प्रयोग किया जाएगा। इस मामले की मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य, अपर स्वास्थ्य निदेशक और शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

रोगियों की सेहत से खिलवाड़ करने वालो पर कार्रवाई की मांग

उद्योग व्यापार मंडल नरेंद्र के चेयरमैन राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि रविवार को रियाज के पुत्र मौ0 शुऐब व पुत्री मन्तशा की भी इंजेक्शन लगने से हालत बिगड़ गई थी। अब दोनों का एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही रही हो उस पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी के नाम एक पत्र नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। और जांच कराकर दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान नगर अध्यक्ष सौरभ गर्ग, महासचिव अमित सिंघल, सजल अग्रवाल, अशोक गिरी, महताव अल्वी आदि मौजूद रहे।

Durgesh Sharma

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