TRENDING TAGS :
Bulandshahr News: करंट लगने से संविदा विद्युत कर्मी की मौत, लोगों ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम
Bulandshahr News: संविदारत विद्युत कर्मी सुशील की मौत की खबर उसके परिजनों को लगी तो गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शव को ताल बिवियाना चौराहे पर रख हंगामा हंगामा किया और जाम लगा दिया।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में पीवीवीएनएल के कर्मचारियों की लापरवाही जानलेवा सबित हो रही है। पिछले 1 साल में जनपद में 1 दर्जन संविदारत बिजली कर्मचारी करंट लगने से मौत हो चुकी है। ताजा मामला बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली क्षेत्र के गांव ताल बिबियाना का है, जहां विद्युत उपकेंद्र पर सेवारत संविदा कर्मी सुशील (48) की आज उस समय बिजली का करंट लगने से मौत हो गई जब वह गांव लोधई में विद्युत फाल्ट ठीक कर रहा था। सुशील की करंट से मौत के बाद गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने बिना कंफर्म करे लाइन चालू करने वाले एसएसओ के खिलाफ कार्रवाई करने और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने की मांग को लेकर सड़क पर शव रख जाम लगा दिया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी प्रदर्शनकारियो से वार्ता करने में जुटे हैं।
कार्रवाई, आर्थिक सहायता की मांग को लेकर जाम, हंगामा
सुशील पुत्र सरदार सिंह निवासी गांव राजपुर अनूपशहर कोतवाली क्षेत्र में स्थित ताल बिबयाना के विद्युत उपकेंद्र पर संविदारत लाइन मैन का काम करता था। सुशील के परिजनों ने बताया कि आज शटडाउन लेकर पास के ही गांव लोधई में विद्युत फाल्ट ठीक करने गया था। लाइन पर कार्य करते समय अचानक तारों में करंट दौड़ गया और बिजली के करंट से मौत हो गई।
जैसे ही सुशील की मौत की खबर उसके परिजनों को लगी तो गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शव को ताल बिवियाना चौराहे पर रख हंगामा हंगामा किया और जाम लगा दिया। परिजन और ग्रामीण आरोपी के एएसओ के खिलाफ कार्रवाई करने और आर्थिक सहायता की मांग को लेकर 2 घंटे तक प्रदर्शन करते रहे, मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे अनूपशहर के एसडीम, ईओ, एसडीओ ने पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उसके बाद जाम खुल सका। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
1साल में 1 दर्जन संविदारत कर्मचारी गंवा चुके जान
बता दें कि जनपद बुलंदशहर के अलग अलग थाना क्षेत्रों में पिछले एक साल में लगभग 1 संविदारत बिजली कर्मचारियों को मौत हो चुकी है, कई बिजली कर्मचारी करंट का दंश आज तक झेल रहे है। बड़ा सवाल यह है कि बिजली लाइन ठीक करने के दौरान अचानक बिजली चालू करने से होने वाली मौतों को आखिर पीवीवीएनएल गंभीरता से क्यों नही ले रहा। हालांकि, शट डाउन और शट डाउन वापस में हो रही लापरवाही ही संविदाकर्मियों के लिए कई बार जानलेवा बन जाती है। आधिकारिक सूत्रों की माने तो फीडर पर काम करने वाला लाइनमैन फोन कर शट डाउन और शटडाउन वापस ले सकते हैं। अनूपशहर के एसडीएम ने बताया कि सूत्र बताते हैं कि बिजली करंट से ऑन ड्यूटी जान गंवाने वाले संविदारत बिजली कर्मचारियों के परिजनों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान कराई जाने का प्रावधान है। परिजनों को शासन से प्रदत्त होने वाली आर्थिक सहायता दिलवाने का आश्वासन देकर जाम खुलवा दिया गया है।