TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Bulandshahr: जिला जेल का डीजी ने किया निरीक्षण, बोले- बंदियों को डिप्रेशन से बचाएं,..बच्चों की शिक्षा पर दें ध्यान 

Bulandshahr News: बुलंदशहर की जिला कारागार में बंद कैदियों को सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधाओं की भौतिक स्थिति को परखने के लिए जिला कारागार बुलंदशहर का डीजी जेल ने अधिकारियों के साथ औचक निरीक्षण किया।

Sandeep Tayal
Published on: 17 Nov 2023 5:01 PM IST
Bulandshahr News
X

डीजी जेल एसएन साबत ने किया जिला जेल का औचक निरीक्षण (Social Media) 

Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर की जिला कारागार का डीजी जेल एसएन साबत (DG Jail SN Sabat) ने शुक्रवार (17 नवंबर) को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान डीजी जेल ने बंदी सुधार और जेल में बंद कैदियों को अवसाद (Depression) से दूर रखने के लिए कार्यक्रम कराने के निर्देश दिए।

बुलंदशहर की जिला कारागार में बंद कैदियों को सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधाओं की भौतिक स्थिति को परखने के लिए जिला कारागार बुलंदशहर का डीजी जेल ने अधिकारियों के साथ औचक निरीक्षण किया। बंदियों को दी जा रही सुविधाओं, व्यवस्थाओं का जायजा लिया। महिला एवं पुरुष बैरकों का निरीक्षण कर बंदियों से सुविधाओं और समस्याओं को भी जानकारी ली।

बच्चों को बांटे खिलौने, भोजन गुणवत्ता को परखा

महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों को डीजी जेल द्वारा खिलौने, खाने की सामग्री वितरित की। साथ ही, बच्चों की शिक्षा-व्यवस्था पर भी ध्यान देने की बात कही। डीजी जेल एसएन साबत ने भोजनालय का निरीक्षण किया। बंदियों के लिए बनाए गए खाने को खाया और गुणवत्ता को भी परखा। अन्न भण्डारण केंद्र, कौशल विकास केंद्र, अस्पताल, कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने महिला कैदियों और उनके बच्चों के संबंध में कई आवश्यक निर्देश दिए।

डिजिटल बोर्ड का किया उद्घाटन

कर्मचारी कल्याण निगम से आपूर्ति किये जा रहे गल्ला का भी निरीक्षण किया। बन्दियों से मुलाकात स्थल पर लगाए गए डिजिटल बोर्ड का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर जिले के एएसपी अनुकृति शर्मा, जेल अधीक्षक राजेन्द्र कुमार जायसवाल, जेलर धीरज कुमार, सीओ ट्रैफिक अन्विता उपाध्याय सहित जेल स्टाफ उपस्थित रहे। बुलंदशहर जिला कारागार के जेल अधीक्षक नहीं डीजी जेल को बताया बंधिया को अवसाद से दूर रखने के लिए समय-समय पर त्योहार और संस्कृत में अन्य कार्यक्रम समाजसेवी संगठनों के सहयोग से कराए जाते हैं।



\
aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story