Bulandshahr News: ग्रेजुएट साइबर क्रिमिनल्स गिरफ्तार, खातों से उड़ाए करोड़ों रुपए

Bulandshahr News: आरोपियों को जब उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद मन पसंद नौकरी नहीं मिली तो जल्दी मालदार बनने के चक्कर में साइबर क्राइम की दुनिया में कदम बढ़ा दिए, फिर उसके बाद ...

Sandeep Tayal
Published on: 6 July 2024 1:54 PM GMT
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पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी (Pic: Newstrack)

Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में क्राइम ब्रांच ने 10 उच्च शिक्षित साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है। जो पूरे फिल्मी अंदाज में क्लोन चेक और ऑन लाइन लोगों के खाते खाली कर डालते थे। एसएसपी ने बताया कि गैंग का यूपी, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों में नेटवर्क फैला है। सभी का साइबर क्राइम का अलग-अलग दायित्व था। क्राइम ब्रांच टीम ने 42 मोबाइल, 33 सिम, 13 क्लोन चेकबुक और 20 पासबुक आदि बरामद की है। साइबर क्राइम ब्रांच की टीम अब देश और विदेश में भी इनके नेटवर्क की जड़े तलाश कर रही है।

फिल्मी अंदाज में चला रहे थे साइबर क्राइम कंपनी

जब उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद मन पसंद नौकरी नहीं मिली तो जल्दी मालदार बनने के चक्कर में साइबर क्राइम की दुनिया में कदम बढ़ा दिए, बताया गया कि अकाउंट, कंप्यूटर, हैकिंग, खाते धारकों का डाटा जुटने आदि में साइबर गैंग के सदस्यों को महारत हासिल थी। फिर क्या था गैंग बनाया और फिल्मी अंदाज में शुरू कर दी साइबर क्राइम कंपनी। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि गिरोह के सदस्यों का अलग़ दायित्व था। साइबर क्रिमिनल्स कंपनी के कुछ सदस्य लोगों के खातों की डिटेल और डाटा कलेक्ट करते थे, तो कुछ लोग सिम बदलवाने का काम करते हैं जो किसी व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका सिम किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर करा लेते हैं ताकि जब भी कोई ओटीपी या बैंक से कॉल आये तो उसमे वो व्यक्ति अपने आप को असली व्यक्ति के रुप में दर्शाते हुए उस कॉल को सत्यापित कर सकें।

कुछ लोग चैक का क्लोन बनाने का काम करते हैं जिसमें चैक पर लिखे डाटा को एक कैमिकल की सहायता से हटाकर, जिस खाते से पैसे निकालने होते है उसकी डिटेल पुनः अपटेड करते हैं ताकि बैंक को उस क्लोन चैक के बारे में कोई जानकारी न हो पाये। कुछ लोग निकाले गये पैसो को अलग-अलग खातो में भेजने का काम करते हैं ताकि उनकी रिकवरी न हो सके तथा कुछ लोग उस पैसे को एक जगह इक्ठठा करके संपत्ति (जमीन, मकान, दुकान आदि) खरीदने का काम करते हैं।

कार में रखते थे पुलिस की कैप और वायरलैस सेट

अभियुक्तों द्वारा अपनी पहचान छुपाने के लिए अलग-अलग फोन, सिम व वायरलैस सैट का प्रयोग किया जाता था ताकि पुलिस की पकड में न आ सके तथा गाडी में एक दिल्ली पुलिस की पी कैप रखते हैं जिससे लोग इन्हें पुलिस वाला समझे तथा ये निर्भीक विचरण कर सके। पुरस्कार घोषित गिरफ्तार अभियुक्त उरुज आलम उर्फ आशू द्वारा अलग-अलग छदम नामों से अपनी पहचान छुपाने के लिए 08 आधार कार्ड बनाये गये थे, जिससे कोई उसे पहचान न सके, लोग उन्हें पुलिस वाला समझे इसीलिए पी कैप के साथ वायरलेस सेट भी रखते थे।

बुलंदशहर में क्लोन चैक से की थी लाखों की ठगी

एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि 30 जून 2024 को लोती राम पुत्र गंगा सहाय निवासी लाडपुर थाना बीबीनगर जनपद बुलन्दशहर ने थाना साइबर क्राइम थाने पर तहरीर दी कि उसके बैंक खाते से अज्ञात व्यक्ति द्वारा कलोन चैक के माध्यम से 15 लाख 39 हजार 500 रुपये तथा यूपीआई के माध्यम मे 01 लाख 08 हजार 773 रुपये की ठगी की गयी हैं। पुलिस ने धारा 420, 467,468,471,120B,411 भादवि 66C, 66(D) आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया। एसपी क्राइम डा. आर के मिश्रा के निर्देशन में साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक ऋषिपाल सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस टीम के साथ मिलकर मालागढ को जाने वाले रास्ते पर स्थित रेलवे लाइन के नीचे बने पुल के पास से 10 साइबर क्रिमिनल्स को X L6 गाडी सहित गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त शाह आलम व उरुज आलम उर्फ आशू जनपद मुज्जफरनगर जनपद के 15- 15 हजार रुपए के इनामी है।

पुलिस ने नितिन कश्यप पुत्र राकेश कश्यप मेरठ, प्रेम शंकर विश्वकर्मा पुत्र लाल बहादुर नि0 बघैडी थाना चाकघाट जिला रीवा मध्य प्रदेश, अवधेश कुमार पुत्र विश्राम सिंह निवासी थाना कल्यानपुर जनपद कानपुर, शाह आलम पुत्र हसीव अख्तर और उरुज आलम उर्फ आशू पुत्र हसीव अख्तर निवासी दिल्ली, हाल निवासी खतौली मुजफ्फरनगर, भूपेन्द्र कुमार पुत्र चन्द्रपाल निवासी खुर्जा नगर बुलन्दशहर, कालीचरन पुत्र परमाल निवासी पिलखुआ, आलोक कुमार पुत्र जितेन्द्र सिंह निवासी ग्राम केशुपुर सटला थाना बीबीनगर बुलन्दशहर, बृजेश कुमार पुत्र शर्मानन्द शर्मा निवासी चित्सौना थाना बीबी नगर जनपद बुलन्दशहर, चतर सिंह उर्फ चेतन पुत्र प्रीतम सिंह निवासी चित्सौना अल्लीपुर थाना बीबी नगर जनपद बुलन्दशहर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।साइबर क्रिमिनल्स के कब्जे से 83864 रुपए की नगदी, 42 मोबाइल फोन, 33 सिम कार्ड विभिन्न बैंकों की 12 चैक बुक, 20 पासबुक, 14 लूज चैक ,1 कार, 3 अन्य कार्ड, 2 हैण्ड सैट वायर लैस मय दो चार्जर, 1 पुलिस की पी कैप, 1 डायरी, 2 नोट बुक, 1 पैन्ड्राईव मय कनैक्टर, 9 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 3 कार्ड दिल्ली मेट्रो के, 11 डेबिट कार्ड, 2 मतदाता पहचान पत्र आदि बरामद किए है।

Durgesh Sharma

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