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Bulandshahr News: कंगना रनौत बुलंदशहर MP/MLA अदालत में तलब,जानिए क्या है पूरा मामला
Bulandshahr News: आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणी के बाद बुलंदशहर की MP/MLA कोर्ट में किसान नेता ने कंगना रनौत के खिलाफ याचिका दाखिल की जिसके बाद शुक्रवार को कंगना रनौत बुलंदशहर कोर्ट में पेश नहीं है
Bulandshahr News: अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। किसान आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणी के बाद बुलंदशहर की MP/MLA कोर्ट में किसान नेता ने कंगना रनौत के खिलाफ याचिका दाखिल की जिसके बाद शुक्रवार को कंगना रनौत बुलंदशहर कोर्ट में पेश नहीं है ।अब बुलंदशहर की MP/MLA कोर्ट ने 28 नवंबर को कंगना रनौत को तलब किया है। कंगना को कोर्ट ने अंतिम नोटिस भी जारी किया है।
वादी के अधिवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि अभिनेत्री और हिमाचल से भाजपा सांसद कंगना रनौत शुक्रवार को कोर्ट में पेश नहीं हुई। कोर्ट ने अब उन्हें 28 नवंबर को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं। कोर्ट की तरफ से इस बार सांसद कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश के उनके आवास, दिल्ली में उनके सरकारी आवास और मुम्बई में उनके निजी आवास के पते पर नोटिस जारी किया है। पिछली बार यह नोटिस सिर्फ मुम्बई के आवास पर जारी किया गया था।
जानिए क्या है पूरा मामला
किसान आंदोलन के दौरान महिलाओं से दुष्कर्म व हत्या का बयान देने वाली भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया गया था। कोर्ट ने 25 अक्तूबर को कंगना रनौत को पेश होने के आदेश दिए थे। भारतीय किसान यूनियन किसान शक्ति के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री गजेंद्र शर्मा ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ लाए गए तीन काले कानून के खिलाफ किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान भाकियू किसान शक्ति के पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया और काले कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि 24 अगस्त को भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मुंबई में एक इंटरव्यू के कंगना रनौत ने किसानों के प्रदर्शन के दौरान वहां दुष्कर्म व हत्याएं होने का विवादित बयान दिया था ।
उन्होंने कहा कि यदि भारत में सरकार कमजोर होती तो वहां बांग्लादेश जैसी स्थिति बन सकती थी। किसान आंदोलन के नाम पर केवल हिंसा फैलाने का काम किया गया, दुष्कर्म और हत्या की गईं। गजेंद्र शर्मा की ओर से विभिन्न चैनल पर प्रसारित इंटरव्यू की सीडी भी कोर्ट में जमा की गई है। उन्होंने बताया कि 28 अगस्त को मामले में उन्होंने किसानों के साथ लोकसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। जबकि दो सितंबर को प्रधानमंत्री के नाम शिकायत ऑनलाइन भेजी थी, लेकिन इसके बाद भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। जिससे साफ है कि सांसद कंगना रनौत ने किसानों का अपमान किया है, जोकि न्यायिक व सामाजिक दृष्टि से गलत है।