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Bulandshahr News: 1992 के कार सेवकों को राष्ट्र चेतना मिशन ने किया सम्मानित
Bulandshahr News: अयोध्या में भगवान रामलला भव्य गर्भगृह में विराजमान हो उससे पहले बुलंदशहर में कार सेवकों को राष्ट्रीय चेतना मिशन ने पुष्प वर्षा करके और राम मंदिर माडल का चित्र भेंट कर सम्मानित करना शुरू कर दिया है।
Bulandshahr News: अयोध्या में भगवान रामलला भव्य गर्भगृह में विराजमान हो उससे पहले बुलंदशहर में कार सेवकों को राष्ट्रीय चेतना मिशन ने पुष्प वर्षा करके और राम मंदिर माडल का चित्र भेंट कर सम्मानित करना शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमंत सिंह ने बताया कि श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए 1992 में कार सेवा करने वाले बुलंदशहर के राम भक्त कार सेवकों को सम्मानित किया जा रहा है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को की थी कार सेवा
राष्ट्रीय चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमंत सिंह ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व राष्ट्र चेतना मिशन द्वारा जिले भर से 1990 और 1992 की कार सेवा में सम्मिलित रहे कार सेवकों को घर घर जाकर सम्मानित करने का 20 दिवसीय अभियान प्रारम्भ हो गया है। सभी कार सेवकों का श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का स्मृति चिह्न, भगवा अंगवस्त्र, माला एवं पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया जा रहा है। अभियान के तहत बुलंदशहर के डीएम रोड निवासी एडवोकेट केके उपाध्याय और उनके पुत्र विवेक उपाध्याय, दुष्यंत उपाध्याय कार सेवा को अयोध्या गए थे, जिन्हे रास्ते में ही हिरासत में ले सहित सैकड़ों कार सेवकों के साथ मुजफ्फरनगर की अस्थाई जेल में रखा गया था।
उनके उपरांत 1992 बाबरी विध्वंस के दौरान हुई कार सेवा में बुलंदशहर निवासी उमेश कुमार चौधरी, देवीपुरा निवासी डॉक्टर किशोरी लाल, मोहल्ला फर्राशान कसाई बाड़ा निवासी स्व. रामफल वर्मा परिवार आदि को घर घर जाकर सम्मानित किया।कार्यक्रम में राष्ट्र चेतना मिशन के संरक्षक सीए मनीष मांगलिक, अध्यक्ष हेमन्त सिंह, सचिव स्वदेश चौधरी, जिला संयोजक पिंटू गुर्जर, जिला उपासना प्रमुख कृष्ण मिश्रा, नगर संयोजक विकास सिंह, तुषार अग्रवाल, प्रशान्त चक्रवर्ती, राम अवतार लोधी, राहुल कुमार, धनंजय सिंह, प्रखर चौधरी, अतुल कृष्ण, चाहत राजपूत आदि सम्मिलित रहे।
31 साल बाद सपना हुआ पूराः कार सेवक
कार सेवकों की माने तो 1990 और 1992 में की गई कर सेवा का परिणाम अब मिला है भगवान श्री राम लाल अपने गर्भ ग्रह में भव्य रूप से पुनर्स्थापित होंगे जो सपना 1992 में सजोया था वह 31 साल बाद पूरा हो रहा है।