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Bulandshahr News: कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर छोटी कांशी में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

Bulandshahr News: कार्तिक पूर्णिमा मेला गंगा की तलहटी में करीब 7 किमी क्षेत्र में फैला है। यह मेला सोलहवीं शताब्दी से आयोजित होता आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले के सबसे बड़े इस ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

Sandeep Tayal
Published on: 15 Nov 2024 5:49 PM IST
Bulandshahr News: कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर छोटी कांशी में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
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Bulandshahr News (newstrack)

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Bulandahahr News: कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर यूपी के बुलंदशहर की छोटी काशी यानि अनूपशहर गंगा के विभिन्न गंगा घाटों पर एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। शुक्रवार को ब्रह्म मुहूर्त में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे का जयघोष करते हुए गंगा में डुबकी लगाई। मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन की ओर से शहर को तीन जोन और 15 सेक्टरों में बांटा गया है। डीएम सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ने गंगा घाटों और मेले का निरीक्षण किया। श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ जेपी घाट और पुल के नीचे बने जोन पर रही। करीब दो किमी के विशाल मैदान में श्रद्धालुओं का आना एक दिन पहले ही शुरू हो गया था। शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने देर शाम तक पूजा-अर्चना के साथ गंगा स्नान कर पुण्य कमाया। दूसरा जोन जाह्नवी गंगा तट पर बनाया गया था। वहां बने प्राचीन घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। यहां भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। कार्तिक पूर्णिमा पर संतों ने विश्व शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की। कार्तिक पूर्णिमा के विशेष महत्व के चलते श्रद्धालुओं का आवागमन देर शाम तक जारी रहा। श्रद्धालुओं ने गंगा पुल के नीचे विशाल रेती पर तंबुओं का अस्थायी शहर बसा लिया है।

कार्तिक पूर्णिमा मेला गंगा की तलहटी में करीब 7 किमी क्षेत्र में फैला है। यह मेला सोलहवीं शताब्दी से आयोजित होता आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले के सबसे बड़े इस ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, लेकिन इस वर्ष इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मेले को प्रांतीय राजकीय मेला घोषित कर दिया है। मेला शुरू होने से 3 से 4 दिन पहले ही दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के साथ ही आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु रात में ही जल्दी पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। भैंसा-बुग्गी, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में आए श्रद्धालु पुल के नीचे गंगा की रेती पर अस्थायी तंबू व शिविरों में ठहरे हुए हैं। दोपहर में मेले में आए युवा गंगा की रेती पर कुश्ती, कबड्डी, ताश व बच्चों के खिलौनों से मनोरंजन कर रहे थे। शहर के जेपी घाट, जाह्नवी घाट, परशुराम घाट, त्रिवेणी घाट, शिव स्वरूप घाट व पुल के पास बने अस्थाई घाटों पर गंगा स्नान के लिए स्नानार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी थी। श्रद्धालुओं ने बांस-बल्लियों के सहारे स्नान किया। गढ़ मेले के बाद छोटी काशी दूसरे नंबर पर रही। प्रशासन ने गंगा किनारे बांस-बल्लियां लगवाकर प्रकाश, अस्थाई शौचालय, पेयजल व रात्रि में साफ-सफाई के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती की थी। सेवा के लिए पुल के नीचे पुलिस, चिकित्सा, पशु चिकित्सा व खोया-पाया शिविर लगाए गए हैं।

व्यवस्थाओं के लिए 3 जॉन, 15 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात है

अनूपशहर में कार्तिक पूर्णिमा मेला के दौरान व्यवस्थाओं को ध्यान में रखकर 3 जॉन तथा 15 सेक्टर में वितरित किया गया है। शुक्रवार को मेला क्षेत्र को 3 जोन जेपी घाट, बवस्टर गंज क्षेत्र, पुल क्षेत्र के रूप में बांटा गया है। 1 जॉन में 5 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात हैं। यह सभी मजिस्ट्रेट अलग-अलग विभागों के हैं। गंगा में सुरक्षा के लिए प्रत्येक स्नान क्षेत्र के गोताखोर सहित नावों को तैनात किया गया है। सभी नागरिकों को पास टॉर्च, लाइट, लाइफ बेल्ट, रस्ता आदि सामान रखा गया है। तीनों स्थानों पर अग्नि शमन की गाड़ियों के साथ एंबुलेंस की गाड़ियों को भी तैनात किया गया है। लक्खी मेला में आये श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े या मेला में कोई घटना ना घटे इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने जगह-जगह अपने सीयूजी नंबर के होर्डिग लगा रखे हैं।

नाविकों, गोताखोरों सतर्क

अनूपशहर में कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। जिसके चलते कोई हादसा नहीं हुआ। सुरक्षित स्नान के लिए प्रशासन ने घाटों पर फ्लड प्लाटून के जवान मोटर बोट से गस्त करते रहे। नावों में पुलिस व गोताखोरों की तैनाती की गई थी। जिससे श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग तोड़कर गंगा में अंदर घुसने नहीं दिया गया। गोताखोर अलर्ट रहे।

प्रतिबंध के बाद भी हुई शराब अंडे की बिक्री

अनूपशहर में कार्तिक पूर्णिमा मेला के दौरान शराब के ठेका व अंडों की बिक्री पर पूरी तरह बंद कराने के निर्देश दिए। नगर के झंडा चौक स्थित शराब के सभी देसी, अंग्रेजी, बीयर के ठेका पूरी तरह बंद रहे। किंतु अलीगढ़ व बुलंदशहर बस अड्डे पर स्थित शराब के संचालकों ने सरकारी निर्देश को धता बताते हुए ठेकों को खोला गया। जिससे शराबियो की मौज रही। मेला के दौरान अंडों पर भी प्रतिबंध लगाने के बावजूद भी अनेक स्थानों पर अंडे के ठेले लगे रहे।

मेला में उपस्थित रहे आला अधिकारी

अनूपशहर में कार्तिक पूर्णिमा लक्खी मेला की व्यवस्थाओं के लिए आला अधिकारी पूरी रात नगर में मौजूद रहे। मध्य रात्रि में जिलाधिकारी सीपी सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, एडीएम डा. प्रशांत कुमार, एसपी क्राइम नरेश कुमार ने मेला क्षेत्र में घूम कर मेला का अवलोकन किया। उन्होंने मेलाधिकारी एसडीएम प्रियंका गोयल, तहसीलदार बालेंदु भूषण वर्मा, सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी, प्रशिक्षु सीओ आयुषी सिंह, कोतवाली प्रभारी रजनीश कुमार त्यागी, पालिका ईओ गार्गी त्यागी से मेला की व्यवस्था की पल-पल की जानकारी लेते रहे।



Ragini Sinha

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