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Bulandshahr News: गुलावठी में मिनी सुधीर गोयल सक्रिय, अनधिकृत कॉलोनीयों पर चलेगा BDA का बुलडोजर!

Bulandshahr News: मेरठ का एक कॉलोनाइजर हापुड़ बुलंदशहर हाइवे पर शीघ्र अपनी कॉलोनी का ग्रैंड शुभारंभ करने जा रहा है, इसके लिए बकायदा निमंत्रण पत्रों को भी वितरित किया गया है।

Sandeep Tayal
Published on: 20 Dec 2024 1:44 PM IST
Bulandshahr News: गुलावठी में मिनी सुधीर गोयल सक्रिय, अनधिकृत कॉलोनीयों पर चलेगा BDA का बुलडोजर!
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गुलावठी में मिनी सुधीर गोयल सक्रिय, अनधिकृत कॉलोनीयों पर चलेगा BDA का बुलडोजर! (newstrack)

Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर जनपद के गुलावठी में भू माफिया सुधीर गोयल की तर्ज पर पनप रहे ठगों की खैर नहीं, बुलंदशहर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डा.अंकुर लाठर ने बताया कि गुलावठी क्षेत्र में भी कॉलोनी काटने वालों को प्राधिकरण से नक्शा पास कराकर स्वीकृति लेनी होगी, गुलावटी में काटी जा रही कॉलोनियों का खाका खंगाला जा रहा है, अनधिकृत कॉलोनियों पर शीघ्र नियमानुसार बुलडोजर कार्रवाई की जायेगी।

प्राधिकरण से अप्रूव्ड कॉलोनी में ही खरीदे प्लाट्स: बीडीए उपाध्यक्ष

बुलंदशहर जनपद का गुलावटी पूर्व में जिला पंचायत द्वारा नक्शा पास और स्वीकृति लेनी पड़ती थी, लेकिन अगस्त 2024 में गुलावठी क्षेत्र बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आ गया है इसका बाकायदा सरकार द्वारा अगस्त में गजट भी जारी कर दिया गया। गुलावठी बुलंदशहर गुलावठी सिकंदराबाद गुलावठी धौलाना गुलावठी सैदपुर बीवी नगर रोड पर अनेक अवैध कॉलोनाइजरों द्वारा किस का खेत लेकर बिना लैंड उसे चेंज कारण और बिना प्राधिकरण से नक्शा पास कारण प्लाटिंग कर अपना अधिकार तरीके से कालोनी काटी जा रही है, जिसको लेकर अब बुलंदशहर विकास प्राधिकरण सक्रिय हो गया है। बुलंदशहर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ.अंकुर लाठर ने बताया कि गुलावठी क्षेत्र में की जा रही प्लाटिंग और काटी जा रही कॉलोनीयों का खाका खंगाला जा रहा है, सबको सूचीबद्ध कर नियमानुसार नोटिस जारी कर विधि कार्रवाई की जाएगी। अनधिकृत कॉलोनी पाए जाने पर बुलडोजर कार्रवाई भी होगी।

अनधिकृत कॉलोनी में न खरीदे प्लाट्स

बुलंदशहर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ.अंकुर राठौर ने बायर्स से अनधिकृत कॉलोनी में अपनी मेहनत की कमाई को इन्वेस्ट न करने की अपील की है, उन्होंने बताया कि किसान के खेत में प्लाटिंग कर एक-एक प्लॉट को कई कई लोगों को बेचने के मामले सामने आते हैं, यही नहीं कई बार भू माफिया किसान के खेत को बेचकर उनकी मेहनत की रकम भी डकार जाते हैं, ऐसे ही दर्जनों कैसे थानो में दर्ज है।

YASSV- R -GARDEN की जांच की मांग

मेरठ का एक कॉलोनाइजर हापुड़ बुलंदशहर हाइवे पर शीघ्र अपनी कॉलोनी का ग्रैंड शुभारंभ करने जा रहा है, इसके लिए बकायदा निमंत्रण पत्रों को भी वितरित किया गया है। बताया जाता है कि कॉलोनाइजर द्वारा कई नियमों को ताक पर रख कॉलोनी काटी गई है। प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ने बताया कि इसकी जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हालांकि HPDA में भी मामले की एक RTI कार्यकर्ता ने शिकायत भेजी है और हापुड़ जनपद के कपूरपुर थाना क्षेत्र में हापुड़ बुलंदशहर हाईवे किनारे काटी जा रही YASSV-R-GARDEN की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है, जिससे इन्वेस्टर्स को संभावित ठगी से बचाया जा सके।

जानिए भू माफिया सुधीर गोयल को

दरअसल बुलंदशहर के सुधीर गोयल ने किसानों की जमीनों को लेकर उसमें प्लाटिंग की, हापुड, मेरठ, बुलंदशहर जनपद में अलग-अलग इलाको में अवैध ट्रैक से कॉलोनियों काटी, जिनमें कई इन्वेस्टर्स ने एक-एक प्लॉट कई लोगों को बेचने के आरोप लगाए, यही नहीं कुछ किसानों को उनके खेत का पूरा पैसा भी नहीं दिया गया, कई इन्वेस्टर्स को उनके प्लॉट पर कब्जा नहीं मिल सका, जिसके चलते बुलंदशहर जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की और सुधीर गोयल उसकी पत्नी राखी गोयल और उसके गुर्गे गिरफ्तार कर जेल भेजे गए, वर्तमान में सुधीर गोयल और उसके गुर्गे जिला जेल में बंद है। बता दें कि सुधीर गोयल पर जमीनों की खरीद फरोख्त में धोखाधड़ी के दो दर्जन से अधिक मामले अलग अलग थानों में दर्ज हैं। ईडी ने भी कार्रवाई कर 100 करोड़ से अधिक लैंड स्कैम का दावा किया था

अनधिकृत कॉलोनी में प्लाट खरीदने की सजा भुगतने को मजबूर दर्जनों इन्वेस्टर्स

बड़ा सवाल यह है कि भू माफिया या यूं कहे कि अवैध कॉलोनाइजर इन्वेस्टर्स की मोटी रकम डकार गया, भले ही जेल चला गया, मगर उन इन्वेस्टर्स का क्या जिन्होंने अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी लगाकर एक प्लॉट खरीदा और वह भी उसे नहीं मिला। अब परेशान इन्वेस्टर्स थाने और कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने को मजबूर है। उन्हें भी नहीं पता कि ठगी के बाद उनका पैसा इस जन्म में उन्हें वापस मिलेगा भी या नहीं।इसीलिए बीडीए की उपाध्यक्ष डॉ. अंकुर लखन ने इन्वेस्टर से अपील की है कि वह ठगी से बचने के लिए प्लॉट खरीदने से पहले प्राधिकरण में उसके अधिकृत होने की पुष्टि अवश्य कर लें।



Ragini Sinha

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