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Bulandshahr News: MP-MLA कोर्ट ने UP DGP से मांगा स्पष्टीकरण,पूछा- पूर्व BJP सांसद को पुलिस क्यों नही कर पा रही पेश
Bulandshahr News: भाजपा के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर जिन्हें पुलिस पकड़ कोर्ट में पेश नहीं कर पा रही वो सोशल मीडिया पर छाए हुए है। उनके कार्यक्रमों के फोटो, वीडियो सोशल मीडिया अकाउंट-काउंट पर देखे जा सकते है।
Bulandshahr News: बलिया जनपद की घोसी लोक सभा सीट से भाजपा सांसद रहे हरी नारायण राजभर की मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही है। यूपी के बुलंदशहर की एमपी- एमएलए कोर्ट ने अब यूपी के डीजीपी को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण तलब किया है। पूछा है कि धोखाधड़ी के मामले में 53 बार भाजपा के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर को गैर जमानती वारंट जारी होने का बाद भी आखिर पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश क्यों नहीं कर पा रही है।
विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट अनूपशहर क न्यायधीश विनय कुमार सिंह चतुर्थ की कोर्ट द्वारा पूर्व सांसद बलिया हरिनारायण राजभर सहित पांच आरोपियों के खिलाफ चल रहे धोखाधड़ी के मामले में अब तक 53 बार गैर जमानती वारंट जारी करने तथा कुर्की आदेश के बाद भी पुलिस द्वारा उनको हाजिर ना कर पाने पर कोर्ट ने नाराजगी जताई है। विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट विनय कुमार सिंह की कोर्ट ने डीजीपी से स्पष्टीकरण तलब किया है कि आपकी कोर्ट के आदेशों की अवहेलना को सर्वोच्च न्यायालय की अवहेलना क्यों ना माना जाये। बारंबार दलील दी जा रही है कि वह दबिश मे नहीं मिल रहे हैं। नोटिस जारी होने के एक माह अठारह दिन बाद भी अभी तक पुलिस विभाग द्वारा कुछ नहीं किया गया है। क्या थानेदार ही पैरवी कर रहे हैं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसमें कोई रूचि क्यों नहीं ले रहे है। क्या पूर्व सांसद की गिरफ्तारी को कोई विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यूपी डीजीपी को कोर्ट ने 29 जून तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है।
सोशल मीडिया पर छाए भाजपा के पूर्व सांसद पुलिस को नहीं मिल रहे?
दरअसल बुलंदशहर की एमपी - एमएलए कोर्ट द्वारा भाजपा के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर के खिलाफ 22 मार्च 2022 से गैरजमानती वारंट जारी किये हुए हैं। हरिनारायण राजभर की गिरफ्तारी को लेकर अब तक 53 बार एनबीडब्लु के अलावा कुर्की आदेश जारी हो चुके है, यही नहीं गृह सचिव दिल्ली, तीन बार डीजीपी को पत्र लिखा गया तथा नोटिस जारी किया था। छह बार इलाके के एसएसपी को भी पत्र लिखा जा चुका है। किंतु उसके बावजूद भी भाजपा के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर पुलिस पकड़ से दूर है। कोतवाली देहात पुलिस ने भाजपा के पूर्व सांसद हरिनारायण प्रकरण में विनोद कुमार को पहले लखनऊ से पकड़ा था। लेकिन पुलिस हरी नारायण राजभर को न तो बुलंदशहर की विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश कर सकी है और न ही कुर्की कर सकी है।
भाजपा के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर जिन्हें पुलिस पकड़ कोर्ट में पेश नहीं कर पा रही वो सोशल मीडिया पर छाए हुए है। उनके कार्यक्रमों, पत्रकारों को साक्षात्कार देने और विभिन्न मामलों पर प्रतिक्रिया आदि फोटो, वीडियो हरि नारायण राजभर का सोशल मीडिया अकाउंट-काउंट पर देखे जा सकते है। बड़ा सवाल ये है कि सोशल मीडिया पर छाए भाजपा के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर को आखिर पुलिस कोर्ट में क्यों पेश नहीं कर पा रही।
MSMI अध्यक्ष बनवाने का नाम पर 22 लाख रूपये की लेने का है आरोप
भाजपा का पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर आदि के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला बुलंदशहर की एमपी - एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है। परिवादी के अधिवक्ता अनुकृति यादव ने बताया कि परिवादी धर्मेंद्र ने परिवाद दायर कर भाजपा के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर पर एमएसएमआई दिल्ली राज्य का अध्यक्ष बनाने के लिए तीस लाख रूपये की मांग करने का आरोप लगाया था। परिवाद में बताया गया था कि परिवादी ने पूर्व सांसद व उसके साथियों की बातों पर भरोसा कर उन्हें 22 लाख रूपये दिये थे। बदले में पूर्व सांसद द्वारा फर्जी सरकारी दस्तावेज तैयार कर व धोखाधड़ी कर ठगी की गयी। जिसमें कोर्ट द्वारा हरिनारायण राजभर व उसके पुत्र के साथ अन्य लोगों को धारा 420,467,468 व 471 में तलब किया था। अभियुक्तों के खिलाफ समन जारी होने के बाद हाजिर ना होने पर 53 बार गैरजमानती वारंट जारी किये गये हैं। अब प्रकरण को कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है।