Bulandshahr News: आनंदा के दूध-दही सहित कई उत्पाद पाए गए घटिया, जांच में हुआ खुलासा

Bulandshahr News: आनंदा डेयरी के दुग्ध उत्पादों के नमूने लगातार अधोमानक मिलने पर फिर से विवादों में घिर गई है। रिपोर्ट ने आनंदा ब्रांड के उत्पादों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं।

Sandeep Tayal
Published on: 26 July 2024 7:28 AM GMT
Bulandshahr News
X

Bulandshahr News (Pic: Social Media)

Bulandshahr News: गोपाल जी डेयरी (आनंदा) की शुरुआत यूपी के बुलंदशहर से हुई, देश भर में आनंदा डेयरी ने भले ही अपना नेटवर्क फैलाया हो और उत्पादों की गुणवत्ता के दावे कर रहा हो, लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी के बाद अलग जनपदों में पूर्व में आई सैंपलिंग रिपोर्ट ने आनंदा ब्रांड के उत्पादों की गुणवत्ता के दावों की पोल खोल डाली। रिपोर्ट्स में आनंदा दूध, दही,पनीर और देशी घी अधोमानक यानी तय मानकों पर खरे नहीं पाए गए। आनंदा के प्रोडक्टस घटिया पाए गए हैं।

वित्त मंत्री को लिखा जा चुका है पत्र

यही नहीं हापुड़ जनपद के प्लांट में आनंदा पाउडर भी पूर्व में अधोमानक पाया जा चुका है। आनंदा उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर अब उपभोक्ता भी सक्रिय हो गए हैं, कुछ उपभोक्ताओं ने वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण को पत्र भेजकर गुणवत्ता रहित आनंदा उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने और उसके संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दरअसल आनंदा दूध में पैकेट पर अंकित फैट और SNF पूरी नहीं पाए जाने के बाद आनंदा विवादों में घिरा है। आगरा प्रशासन द्वारा आनंदा डेयरी पर अर्थदंड की कार्रवाई भी की जा चुकी है।

रायबरेली में आनंदा पर हुई ये कार्रवाई

आनंदा डेयरी के दुग्ध उत्पादों के नमूने लगातार अधोमानक मिलने पर आनंदा डेयरी फिर से विवादों में घिर गई है। राय बरेली की विधि विश्लेषक प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में भी आनंदा डेयरी के दूध और पनीर के नमूने अधोमानक पाए गए हैं। इस मामले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एडीएम प्रशासन के न्यायालय में आनंदा डेयरी के संचालक पर जुर्माना लगाने और कड़ी कार्रवाई करने की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट दाखिल की है। आनंदा डेयरी के संचालक सहित 14 पर FIR दर्ज कराने की तैयारी की भी बात चर्चा में है।

आगरा में भी आनंदा उत्पाद का सप्रेटा दूध -दही भी सबस्टैंडर्ड

बता दें कि अक्टूबर 2023 में आगरा में भी आनंदा मटकी दही अधोमानक तो टोंड दूध निर्मित मटकी दही, पनीर, घी ,पाश्चराइज्ड डबल टोंड मिल्क अधोमानक पाया गया था। आगरा प्रशासन ने आनंद डेरी पर अर्थ दंड की भी कार्रवाई की। यही नहीं आगरा प्रशासन ने बुलंदशहर के डीएम को पूर्व में पत्र भेजकर आनंदा डेयरी के संचालक को नोटिस तामील करवाकर वापस भेजने की कार्रवाई कराने को कहा था।

गजरौला में बाट माप विभाग ने भी की कार्रवाई

जून 2024 में उत्तर प्रदेश के गजरौला में बांट माप विभाग ने भी आनंदा डेयरी और उमंग पर छापे मार कर जब उनके उत्पादों की चेकिंग की तो दूध के पैकेट्स पर मानकों के अनुरूप पूर्ण जानकारी अंकित नहीं पाई गई, जिस पर ₹50000 का जुर्माना आरोपित किया था।

पिलखुवा प्लांट में मिले थे एक्सपायर्ड मिल्क पाउडर

हापुड़ जनपद के खैरपुर खैराबाद पिलखुवा प्लांट में से तो 2017 में एफडीए और प्रशासन की टीम ने एक्सपायर मिल्क पाउडर बेचे जाने की सूचना पर आनंदा डेरी के प्लाट पर छापे मार कार्रवाई की और आनंदा मिल्क पाउडर के ऐसे कट्टे भारी मात्रा में बरामद किए थे। जिन पर न तो मैन्युफैक्चरिंग डेट थी, न हीं एक्सपायरी डेट, यही नहीं उन पर बैच नंबर भी अंकित नहीं था। आनंदा डेयरी प्रबंधन पर प्रशासन ने मिल्क पाउडर के कट्टे गायब करने का भी आरोप लगाया था, बताया जाता है कि आनंदा डेयरी से बरामद मिल्क पाउडर के कट्टों का सैंपल भी सही नहीं पाया गया था।

डेयरी प्रबंधन ने किया गलत होने का दावा

हालांकि उन आरोपों को आनंदा डेयरी प्रबंधन ने गलत होने का दावा किया था। लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई की। सूत्र बताते हैं कि देवरिया, फिरोजाबाद, हापुड़, हरदोई, बाराबंकी, मुजफ्फरनगर, मथुरा, शामली सहित कई जनपदों में आनंदा डेयरी के उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर खड़े हुए सवालों के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सैंपलिंग भी की थी। दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त ने पूरे प्रदेश के समस्त मंडलीय सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को पत्र भेजकर दुग्ध उत्पादों के फेल होने की स्थिति में जांच और जुर्माने को बढ़ाने का निर्देश दिया है।

निर्देशों के बाद भी कार्रवाई नहीं

भारत सरकार के खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दूध और दुग्ध उत्पादों के सैंपल लगातार फेल आने पर इस प्रतिष्ठान पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त को दिए थे। लेकिन आश्चर्यजनक बात ये है कि अधोमानक उत्पाद पाए जाने के बाद भी आखिर कड़ी कार्रवाई क्यों नही हो पा रही, क्यों अधोमानक दुग्ध उत्पाद बेचने दिए जा रहे हैं।

अधोमानक खाद्य उत्पादों की बिक्री पर होगी कार्रवाई: एसीएफ

जिला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अधिकारी बुलंदशहर विनीत कुमार ने बताया कि पूर्व में आई सैंपलिंग रिपोर्ट पर आनंदा पर विभागीय कार्रवाई हुई थी, बुलंदशहर में 2024 में कोई सैंपल रिपोर्ट नहीं आई है। हालांकि एफ सी एफ वीके वर्मा ने बताया कि शासन स्तर पर प्रकरण की मॉनिटरिंग की जा रही है, आनंदा डेयरी के उत्पादों के कई जनपदों में सैंपल भरे गए थे। पूर्व में कई जनपदों में सैंपल अधोमानक होने की जानकारी भी प्रकाश में आई। कुछ सैंपल रिपोर्ट आनी बाकी भी है। इलाके में अधोमानक खाद्य उत्पादों की बिक्री करने वालो पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सैंपलिंग होती रहती है कोई बड़ी बात नहीं :आनंदा डेयरी

आनंदा डेयरी के प्रतिनिधि हरीश मित्तल ने बताया कि आनंदा डेयरी के उत्पादों की अक्सर सैंपलिंग होती रहती है, यह कोई बड़ी बात नहीं है। अलग-अलग स्थान पर कंपनी के दूध, दही, पनीर, घी की जांच हुई थी। अभी रिपोर्टस देखी नही जा सकी है, पूर्व में कुछ जनपदों में हुई कार्रवाई को लेकर आनंदा डेयरी गंभीर है, दूध पाउडर कट्टे मामले को लेकर वो चुप्पी साध गए। हरीश मित्तल ने दावा किया कि आनंदा डेयरी मानकों के अनुरूप गुणवत्तायुक्त उत्पाद बेचने के लिए कटिबद्ध है ।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

Next Story