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Bulandshahr News: पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए की थी IB कांस्टेबल की हत्या, आरोपी गिरफ्तार
Bulandshahr News: एसएसपी ने बताया कि स्वाट टीम व थाना सलेमपुर पुलिस सूचना के आधार पर शिवाली-भैंसरौली मार्ग पर चैकिंग के दौरान एक बाइक पर 02 संदिग्ध व्यक्ति आते दिखाई दिए, जिनको रूकने का इशारा किया गया तो बदमाशों द्वारा बाइक को तेजी से मोड़कर सलेमपुर की तरफ भागने लगे।
Bulandshahr News (Pic:Newstrack)
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में पुलिस ने 2 भाईयो को गिरफ्तार कर आईबी के रिटायर हेड कांस्टेबल रामभूल हत्याकांड का चौकाने वाला खुलासा किया है। एसएसपी श्लोक कुमार ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हत्यारोपी 2 भाईयों से पूछताछ के बाद बताया कि दोनो भाइयों ने अपने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए 30 साल से चली आ रही खूनी रंजिश का बदला लेने के लिए 30 अक्टूबर को सलेमपुर थाना क्षेत्र में रामपुर की गोलियां की वर्षा कर हत्या की।
मुठभेड़ में हत्यारोपी शिवकुमार हुआ लंगड़ा
एसएसपी ने बताया कि स्वाट टीम व थाना सलेमपुर पुलिस सूचना के आधार पर शिवाली-भैंसरौली मार्ग पर चैकिंग के दौरान एक बाइक पर 02 संदिग्ध व्यक्ति आते दिखाई दिए, जिनको रूकने का इशारा किया गया तो बदमाशों द्वारा बाइक को तेजी से मोड़कर सलेमपुर की तरफ भागने लगे। पुलिस टीम द्वारा बदमाशों का पीछा किया गया तो ग्राम भैंसरौली गेट के पास सड़क किनारे लगे एक हैण्डपंप से टकराकर बाईक अनियंत्रित होकर गिर गयी, जिस पर बदमाशों द्वारा अपने आपको पुलिस से घिरता देख पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग की गई। पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग में एक बदमाश गोली लगने से घायल हुआ, जिसकों गिरफ्तार किया गया तथा दूसरे बदमाश के भागने पर उसका पीछा करते हुए गिरफ्तार किया गया।
दूसरा भाई भी गिरफ्तार
गिरफ्तार/घायल बदमाश की पहचान शिवकुमार पुत्र स्व0 मीर सिंह निवासी ग्राम भैंसरौली थाना सलेमपुर जनपद बुलन्दशहर के रूप में हुई हैं। शिव कुमार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है तथा दूसरे बदमाश की पहचान मुकेश पुत्र स्व: मीर सिंह निवासी ग्राम भैंसरौली थाना सलेमपुर जनपद बुलन्दशहर के रूप में हुई है। उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्त शातिर किस्म के बदमाश हैं जिनके द्वारा अपने साथियो के साथ मिलकर 30 अक्टूबर को धान बेचकर ट्रैक्टर से वापस लौट रहे आईबी के रिटायर्ड कांस्टेबल रामभूल की गोलियां मारकर हत्या कर दी गयी थी। जिसके सम्बंध मे थाना सलेमपुर पर नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
जानिए 2 भाईयो ने क्यों की हत्या
एसपी श्लोक कुमार ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए शिवकुमार और मुकेश से पूछताछ के बाद बताया कि सन 1992 में हुई हत्या के मामले में रामभूल वादी था और मीर सिंह के परिजन आरोपी थे, जिसका बदला लेने के लिए दूसरे पक्ष के लोगों ने 1993 में हत्या की वारदात को अंजाम दिया। दोनों ही पक्षों के बीच 30 साल से खूनी रंजीश चली आ रही है। खूनी रंजिश के चलते ही मीर सिंह को 30 साल पहले अपने बच्चों के साथ मजबूर होकर गांव छोड़ना पड़ा और जहां तहां छुपकर रह रहे थे। तीन माह पूर्व मीर सिंह की मौत हुई।
मृत्यु से पूर्व मीर सिंह ने रामभूल और उसके परिवार से चली आ रही खूनी रंजिश की जानकारी अपने पुत्र शिवकुमार और मुकेश को दी तथा मरने से पूर्व अपने बच्चों से खूनी रंजिश का इंतजाम लेने की इच्छा जताई। अपने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए 30 अक्टूबर 2023 को शिव कुमार और मुकेश ने राम भूल की हत्या की साजिश रच वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने हथियारों को गिरफ्तार कर आला कत्ल भी बरामद किया है।