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Bulandshahr News: बुलंदशहर पेड़ो के कातिलों के कुनबे से कोई रिश्तेदारी नहीं, जांच के बाद दोषियों को सस्पेंड कर दूंगा मंत्री
Bulandshahr News: बता दें कि कल आम के बाग के हरे पेड़ो के काटन और लदान।का वीडियो वायरल हुआ तो महकमे में हड़कंप मच गया था, आज राज्य मंत्री की चेतावनी के बाद विभागीय अधिकारी बचाव के तरीके तलाशने में जुट गए है।
Bulandshahr News Today UP Forest Park Environment Minister Dr Arun Saxena
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में वन उद्यान और भू माफियाओं की सांठ गांठ से हरे पेड़ो के काटन के मामले ने तूल पकड़ लिया, आज यूपी के वन उद्यान पर्यावरण मंत्री डा.अरुण सक्सेना ने कहा कि आप लिख कर दो, मामले की जांच करा दूंगा, जांच में कमी निकली तो सस्पेड के दूंगा, बाग के कातिलों से कोई रिश्तेदारी नहीं है मेरी, हालांकि DFO विनीता सिंह ने दावा किया कि 65 पेड़ो को काटने की अनुमति दी गई थी, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि लगभग 50 बीघे से अधिक के बैग को उजाड़ दिया गया, बाकी पेड़ कहां गए, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं। बता दें कि कल आम के बाग के हरे पेड़ो के काटन और लदान।का वीडियो वायरल हुआ तो महकमे में हड़कंप मच गया था, आज राज्य मंत्री की चेतावनी के बाद विभागीय अधिकारी बचाव के तरीके तलाशने में जुट गए है।
बुलंदशहर में कॉलोनी काटने को उजाड़ने जा रहे आम के बाग
नोएडा के बाद बुलंदशहर की तरफ कॉलोनाइजर्स ने रुख किया तो फल पट्टी के नाम से प्रख्यात बुलंदशहर जनपद में आम के बागों को उजाड़ने वाला रैकेट सक्रिय हो गया, कॉलोनी काटने के लिए वन विभाग और उद्यान विभाग के कुछ अधिकारी भूमाफिया से साठगांठ कर बागों को उजाड़ने मे जुटे है, बताया जाता है कि कुछ पेड़ो को बीमार दर्शाकर या बाग को फलदाई न होने का प्रमाण उद्यान विभाग से लेकर वन विभाग अनुमति दे देता है और फिर चंद पेड़ो को काटने को अनुमति की आड़ में।पूरा का पूरा बाग उजड़ दिया जाता है।
पेड़ो के काटन का वीडियो वायरल,65 पेड़ो की अनुमति की आड़ में बाग साफ
दरअसल मामला बुलंदशहर की डीएम रोड के गांव कुडवल बनारस के सामने अकबरपुर की तरफ जा रहे रास्ते पर करीब 250 बीघा में आम के बाग का है । इस बाग में इन दिनों भू माफिया कॉलोनी काटने की तैयारी में है। कॉलोनी काटने के लिए हरे आम के पेड़ो का कटान जरूरी हो जाता है। इसीलिए बकायदा जिला उद्यान विभाग द्वारा 65 पेड़ों के बांझ होने के दावे की रिपोर्ट के आधार पर जिला वन अधिकारी से 65 पेड़ों को काटने की अनुमति ली गई। इस अनुमति पर 100 बीघा के बाग को साफ किया जा रहा है। बताया जाता है कि जिन 65 पेड़ों को बांझ दिखाया गया, उन पर आम का बौर भी आने लगा। बृहस्पतिवार सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही 100 से अधिक पेड़ों को काटकर उनकी लकड़ी को भी ट्रकों में लादकर भेज दिया गया। इसका वीडियो वायरल हुआ तो महकमे में हड़कंप मच गया। अब अधिकारी बाग के बाकी पेड़ कहां गए इस बात को लेकर परेशान बताए जाते है।
पेड़ो के कातिलों के कुनबे को ऐसे पकड़ सकते है मंत्री जी
दरअसल यदि सूबे के वन मंत्री डा.अरुण सक्सेना इस रैकेट को पकड़ना चाहते है तो उन्हें पिछले 5 साल के आम के बागों का रिकॉर्ड खंगालना पड़ेगा, 5 साल पहले जनपद में सड़कों/ हाइवे किनारे कितने आम के बाग थे, कितने पेड़ो को काटने की अनुमति किस आधार पर दी गई, कितने बीघे के बाग में कितने पेड थे, बाकी पेड़ कहां गए। मंत्री जी ने यदि ईमानदार अधिकारी से जांच करा ली तो बुलंदशहर में पेड़ो के कातिलों के कुनबे को पकड़ सकते है।