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Umesh Pal Murder: मुस्लिम हॉस्टल से एक अन्य अभियुक्त अरेस्ट, सदाकत खान को 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) लगातार कार्रवाई कर रही है। मंगलवार को भी एक आरोपी पकड़ा गया। वहीं, अब बुलडोजर भी तैयार है।

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Written By amanReport Syed Raza
Published on: 28 Feb 2023 5:45 PM IST (Updated on: 28 Feb 2023 10:31 PM IST)
Umesh Pal Murder Case
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Umesh Pal (Social Media)

Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार (28 फरवरी) को एसटीएफ ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग छात्रावास से एक अन् छात्र मुबस्सिर हारून (Mubassir Haroon) को उठाया। अभियुक्त से पूछताछ जारी है। दूसरी तरफ, PDA आरोप‍ियों के मकान सहित अन्य ठिकानों को गिराने की तैयारी शुरू कर दी है। आज सुबह जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पीडीए (Prayagraj Development Authority) के अफसरों के साथ इस बारे में बैठक की। उधर, मुस्लिम हॉस्टल से गिरफ्तार सदाकत खान को 14 दिन न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

गौरतलब है कि, राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal murder case) के गवाह उमेश पाल की बीते शुक्रवार शाम दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया। उमेश के साथ उनके गनर की भी मौत हो गई। इस सनसनीखेज वारदात के बाद प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक्शन मोड़ में है। यूपी पुलिस और STF लगातार दबिश दे रही है और आरोपियों की धर-पकड़ में जुटी है। हत्या के बाद पुलिस ने अतीक अहमद गिरोह के अपराधियों के साथ ही अब शरणदाताओं और मददगारों की भी दबोचना शुरू किया है।

शूटरों को शरण देने वाले भी गिरफ्त में

उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया डॉन अतीक अहमद (Atique Ahmed) के मोहल्ले चकिया से भी कई लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों पर गोली मारकर भागने वाले शूटरों को शरण देने के आरोप हैं। वहीं, उमेश पाल हत्याकांड के बाद शूटरों को अपने घरों में ठहराने वाले कुछ लोग भी फरार हैं।

हत्या में इस्तेमाल गाड़ी मालिक को भी उठाया

वहीं, एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG law and order Prashant Kumar) के आदेश पर प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) ने बाहुबली अतीक अहमद गिरोह को संरक्षण तथा आर्थिक मदद देने वालों पर भी नकेल कसना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में पुलिस ने बिरयानी रेस्टोरेंट संचालक नफीस को भी उसके घर से उठाया। आपको बता दें, उमेश पाल की हत्या में इस्तेमाल सफेद क्रेटा कार नफीस की ही थी। जानकारी के अनुसार, नफीस ने एक महिला को ये गाड़ी बेच दी थी। पुलिस नफीस की भूमिका की संदिग्ध मानते हुए छानबीन में जुटी है।

सदाकत अवैध तरीके से रह रहा था मुस्लिम हॉस्टल में

उमेश पाल हत्याकांड को लेकर जैसे-जैसे तफ्तीश आगे बढ़ रही है, इसमें योजनाबद्ध तरीके से कई लोगों के संलिप्त होने की बात सामने आ रही है। अब जानकारी मिली है कि सदाकत खान की गोरखपुर से गिरफ्तारी के दौरान मुस्लिम बोर्डिंग छात्रावास से मुबस्सिर हारून को भी एसटीएफ ने उठाया था। एसटीएफ की टीम मुबस्सिर हारून से पूछताछ में जुटी है। एसटीएफ और पुलिस मुबस्सिर हारून की उमेश पाल हत्याकांड में भूमिका की जांच में जुटी है। जबकि मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के अधीक्षक कहना है कि सदाकत पिछले दो साल से वहां एलएलबी की पढ़ाई करने बाद भी अवैध तरीके से कमरा नम्बर- 57 में टिका हुआ था। हॉस्टल में अवैध तरीके से कमरों में रह रहे लड़कों को हटाने के लिए 3 माह पहले जांच के दौरान सात कमरे सील किए गए थे। बावजूद इसके सदाकत बिना अनुमति के कमरे में लगी सील और ताला तोड़कर रह रहा था।

हॉस्टल खाली करने को कहा, तो दी धमकी

सदाकत की इस हरकत की शिकायत भी अधीक्षक ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन से की थी। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बल्कि, सदाकत के ग्रुप के लोगों ने अधीक्षक को धमकी दी। अधीक्षक का ये भी कहना है कि नोटिस देने के बाद भी अभी करीब 65 लड़के वहां अवैध रूप से रह रहे हैं। उनको इसलिए नहीं हटाया जा पा रहा है, क्योंकि उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन ने सपोर्ट नहीं किया। अगर प्रशासन सपोर्ट करे तो अवैध रूप से रह रहे लड़कों को हटाया जाए। इसमें कुछ अराजक किस्म के लड़कों के रहने की बात भी सामने आई है।

मुबस्सिर LLB का छात्र

हालांकि, मुबस्सिर की भूमिका पर उनका कहना है कि वो देखने में बेहद सीधा लड़का मालूम होता था। एलएलबी का छात्र था और हॉस्टल के कमरा नम्बर- 57 में रहता था, जिसे शनिवार को पुलिस उन्हें बिना जानकारी दिए पूछताछ के लिए उठा ले गई। अब उसकी वास्तव में इस केस में क्या भूमिका है ये पुलिस जांच के बाद ही सामने आयेगा।



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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