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VIDEO : दलित युवक पर टूटा दबंगों का कहर, दिया बिजली का झटका, गई आंख
फतेहपुर: यूपी में पुलिस प्रशासन एक बार फिर कठघरे में है, दबंगों का कहर जारी है। एक तरफ प्रदेश की सरकार कानून व्यवस्था में जीरो टॉलरेंस का दावा कर रही है, तो दूसरी तरफ दबंग थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला फतेहपुर का है, जहां मामूली विवाद में चार दबंग एक दलित युवक को घर से उठा ले गए और बिजली के खंभे से बांध कर उसे करंट के शॉक लगाए। युवक की हालत गंभीर है और उसने पिटाई में अपनी एक आंख की रोशनी खो दी है।
बंधक बना कर दिए शॉक
-परिजनों के अनुसार दबंग मामूली विवाद में युवक को जबरन घर से उठा ले गए और उस पर बेरहमी से टूट पड़े।
-युवक को खंभे से बांध कर पहले उसे बुरी तरह पीटा गया और फिर इलेक्ट्रिक शॉक दिए गए।
-पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि युवक को पीड़ा देकर जान से मारने का प्रयास किया गया।
आंख गंवाई
-सूचना मिलने पर पुलिस ने अधमरे हो चुके युवक को दबंगों के चंगुल से किसी तरह मुक्त कराया।
-युवक को गंभीर हालत में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी आंख की रोशनी खत्म हो जाने का अंदेशा जताया जा रहा है।
-थरियांव थाने की पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी 2 पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
यह भी पढ़ें ... डीएम से सीएम तक लगाई गुहार, अब गांव छोड़ने को मजबूर हुआ परिवार
फतेहपुर के हुसैनगंज थाने के आलमपुर नरही का एक परिवार दबंगों की दहशत की वजह से गांव छोड़ने को मजबूर हो गया है। जिले के आलाधिकारियों से लेकर सीएम की चौखट तक आवाज लगाने के बाद भी इनकी कोई सुनने वाला नहीं है। जब फरियादियों की समस्या के बावत मीडिया ने अधिकारियों से बात करनी चाही तो कैमरे के सामने कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ।
घर में लगाई थी आग
कृष्ण गोपाल तिवारी का गांव के ही एक दबंग से तीन साल पहले विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ा कि घर में आग लगा दी गई। समय-समय पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। नतीजतन कृष्ण गोपाल पत्नी निशा देवी सहित तीन छोटे बच्चों को लेकर गांव छोड़ दिया।
बच्चे पढाई करना चाहते हैं
गांव छोड़ने के कारण कृष्ण गोपाल के बच्चों की पढ़ाई तक रुक गई। बच्चों का कहना है कि वो पढ़ना चाहते हैं। लेकिन दबंगों की दहशत के कारण वो गांव ही नहीं जा पा रहे हैं। तो पढ़ाई कैसे करें।
डीएम से सीएम तक लगाई गुहार
ये परिवार अपनी फरियाद लेकर डीएम से लेकर सीएम कार्यालय तक गया। अपनी आवाज उन तक पहुंचानी चाही। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब ये परिवार दर-दर की ठोकरें खाने की मजबूर है। अब इन हालातों में इस परिवार को कौन न्याय दिला पाएगा।
दबंगों के सामने अधिकारी भी खामोश
हालात ये है कि अब इस मामले पर कोई भी आलाधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। मतलब साफ है कि उस गांव के दबंग शैलेष, अमित, अखिलेश के आगे ऐसा लगता है कि आलाधिकारी भी बौने साबित हो रहे हैं।