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दबंगों ने घर में डाला ताला: सर्द रातों में सड़क पर सोने को मजबूर परिवार, पुलिस साधे मौन
शाहजहाँपुर: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान सभा चुनाव से पहले जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे। अब उन वादों की पोल सूबे के शाहजहाँपुर मे खुल गई है। यहां योगी की पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां एक गरीब बूढ़े दंपत्ति को दबंगो के डर से सर्द राते रोड पर सोकर गुजारनी पड़ रही है।
दरअसल, इस दंपत्ति के बेटे ने प्यार तो कर लिया और प्यार जब परवान चढ़ा तो भागकर शादी भी कर लेकिन उसे नही पता था कि उसकी इस शादी की कीमत उसके बूढ़े मां बाप और उसकी बहन को इस तरह चुकानी पड़ेगी। प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी के मां बाप और उसकी बहन को घर से निकालकर घर मे ताला डाल दिया। पिछले 15 दिन से सर्द रातो को सङक के किनारे सोकर ये परिवार गुजार रहा है। हालांकि परिवार की सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिए। लेकिन पुलिस है कि उसने ठान कर रखा हुआ है कि कोर्ट का आदेश उसकी कामचोरी के सामने फीका ही है।
बतादें, थाना जलालाबाद के इंदरानगर मोहल्ले के रहने वाले प्रेमपाल शर्मा का 25 वर्षीय बेटे राहुल का मोहल्ले के रहने वाले सुरेंद्र गुप्ता की बेटी से प्रेम प्रसंग हो गया। दोनो का प्यार परवान चढ़ता जा रहा था लेकिन दोनो के प्यार के बीच जाति बंधन आ गया। जिसके कारण दोनों ये दोनों घर छोड़ कर भाग गए। जिसके बाद प्रेमिका के पिता ने प्रेमी राहुल के खिलाफ थाने मे मुकदमा दर्ज कराया लेकिन इतने मे प्रेमी प्रेमिका ने इलाहाबाद हाईकोर्ट मे कोर्ट मैरिज कर ली। कोर्ट मैरिज करने के बाद प्रेमी ने खुद के और परिवार का जान का खतरा बताया जिसके बाद कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जलालाबाद पुलिस को प्रेमी के परिवार को पूरी सुरक्षा देने के निर्देश दिए। लेकिन लगता है कि योगी पुलिस हाईकोर्ट के आदेश भी नही मानती है। पुलिस ने इस परिवार कोई सुध नहीं ली।
प्रेमी राहुल के पिता ने बताया कि उसके बेटे ने प्रेम प्रसंग के चलते शादी की है। जिसके बाद लड़की के पिता ने उसको पिछले 15 दिन से घर के बाहर रहने को मजबूर दिया है। वह पिछले 15 दिन से घर के बाहर सर्द राते गुजार रहे हैं। क्योंकि लङकी के परिजनों ने दबंगों के साथ मिलकर उसके घर मे ताला डाल दिया है।
पीड़ित दंपत्ति पुलिस से सुरक्षा की दरकार लगा लगा रहा है लेकिन पुलिस हर बार इस बूढ़े दंपत्ति को थाणे से भगा देती है।
अब सवाल उठ रहा है कि 15 से 20 दिन बीत चुके पुलिस के पास हाईकोर्ट के निर्देश आए, उसके बावजूद पुलिस ने दबंगों पर कार्यवाही क्यों नही की? आज जब पीङित परिवार थाने पहुंचा और पुलिस से घर मे प्रवेश कराने के लिए गुहार लगाई तो फिर उसे वहां से बैरंग वापस भेज दिया गया। आखिर इस परिवार को कब तक इसी तरह से घर के बाहर रोड किनारे सोना पड़ेगा?