Russia Ukraine War: यूक्रेन से भारत पहुंचे छात्र, घर में खुशी का माहौल, बताया यूक्रेन की स्थिति

Russia Ukraine War : यूक्रेन से वतन वापसी पर छात्रों ने अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन गंगा’ में मोदी सरकार की वजह से हम लोग सुरक्षित वापस अपने देश आ पाए हैं।

Anwar Raza
Report Anwar Raza / Sandeep TayalPublished By Ragini Sinha
Published on: 6 March 2022 5:02 AM GMT
Russia Ukraine War: यूक्रेन से भारत पहुंचे छात्र, घर में खुशी का माहौल, बताया यूक्रेन की स्थिति
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Russia Ukraine War: यूपी के बांदा जनपद के बबेरू कस्बे के मोहले का छात्र घर पहुंचा। घर पहुँचे मेडिकल स्टूडेंट ने बताया कि बस में तिरंगे झंडे की वजह से दोनों देशों की सेना चेकिंग नही करती थी, ऑपरेशन गंगा में मोदी सरकार की वजह से हम लोग सुरक्षित वापस अपने देश आ पाए हैं। रोमानिया के लोग और सरकार बहुत अच्छी है, उन्होंने हमारी हर तरीके से मदद की है।


बगैर बीजा के बॉर्डर क्रॉस करवाया। यूक्रेन में हालात दिन पर दिन खराब होते जा रहे हैं, बस बम, मिसाइल के धमाकों के अलावा कुछ नही सुनाई देता था। हम सभी मेडिकल स्टूडेंट्स बहुत घबराए हुए थे, न तो खाने के लिए कुछ बचा था न कुछ और। हम लोगो को यूनिवर्सिटी से बस द्वारा रोमानिया बॉर्डर पर भेजा गया था। अभी भी बहुत से छात्र यूक्रेन में फसें हुए हैं। मैं इवानो शहर में था। जहां से बॉर्डर लगभग 1500 किलोमीटर की दूरी पर है।

परिजनों ने बेटे का किया स्वागत

भारत वापस लौटने पर जान में जान आयी थी, क्योंकि हम लोग बहुत घबराए हुए थे। परिजनों ने बेटे के घर लौटने पर फूल माला से स्वागत किया और कहा कि हमारा बेटा सरकार के प्रयास बापस लौटा है, हम सरकार को धन्यवाद देते हैं। सरकार इसी तरह सभी बच्चों को सुरक्षित घर वापस लौटाने का कार्य करें।

युक्रेन से लौटे बुलंदशहर के 49 मेडिकल स्टूडेंट

बुलंदशहर। यूक्रेन में सस्ती मेडिकल शिक्षा होने के कारण भारत से हजारों छात्र मेडिकल की शिक्षा प्राप्त करने गए थे इसी क्रम में यूपी के बुलंदशहर से भी दर्शन और छात्र मेडिकल की शिक्षा प्राप्त करने योग क्रोध गए थे जिनमें से यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच 68 मेडिकल छात्र छात्रा यूक्रेन में फंस गए बुलंदशहर के जिला अधिकारी ने चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि भारत सरकार के प्रयासों से अब तक बुलंदशहर के 49 छात्र-छात्राओं की से कुशल स्वदेश वापसी हो गई और वह सभी अपने अपने घर पहुंच गए जबकि शेष बुलंदशहर के 19 छात्र छात्राओं को स्वदेश लाने की सरकार की कवायद जारी है।


दरअसल जनपद बुलंदशहर के विभिन्न कस्बों में रहने वाले सात और मेडिकल छात्र यूक्रेन से शनिवार को वापस अपने घर सकुशल पहुँच गए। अभी तक जिले के 49 छात्र-छात्राओ की ही वापस हुई है। जबकि अभी भी जिला प्रशासन के आकड़ो के अनुसार 19 छात्र छात्राये और युक्रेन में फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन का दावा है कि अन्य छात्रों को भी वापस बुलाने का प्रयास लगातार किए जा रहे हैं।


यूक्रेन में एमबीबीएस करने के लिए बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा भारत वर्ष के अनेक जनपदो से जाते हैं। बुलंदशहर के एडीएम वित्त एवं राजस्व ने बताया अभी तक प्रशासन की जानकारी के अनुसार युक्रेन में फंसे होने की 68 छात्र-छात्राओं के परिजनों ने ही प्रशासन को जानकारी दी है। शनिवार को बुलंदशहर के शान अली, मुनेंद्र कुमार, प्रियंजना, गुलावठी के हंजला, शिकारपुर के नितिन शर्मा,ख़ुर्जा की आराध्या पंडित, जहाँगीरबाद की हिमानी चौहान सहित सात छात्र छात्राएं सकुशन अपने अपने घरों पर वापस आ गए, जिसके बाद परिवार में खुशियों का माहौल उत्पन्न हो गया परिजनों ने कहीं ढोल नगाड़ों के साथ तो कहीं फूल माला पहनाकर बच्चों का स्वागत किया तो कुछ लोगों ने मिठाईयां खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया


दूतावास को युक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं की भेजी जा चुकी है सूची

भारत सरकार ने नि:शुल्क इन्हें वापस बुलाया है। इसको लेकर छात्र और उनके परिजन सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व विवेक कुमार मिश्र ने बताया कि सात छात्राओं के आने के बाद अब केवल 19 छात्र-छात्राओं सहित अन्य लोगों को भारत बुलाने का प्रयास किया जा रहा है। भारतीय दूतावास को यूक्रेन में फंसे सभी छात्र छात्राओं की सूची उनके फोन नंबर सहित भेजी गई है। दूतावास के अधिकारी यूके में फंसे मेडिकल स्टूडेंट के संपर्क में है।


भारतीय छात्रों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई

जनपद बुलंदशहर के शिकारपुर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले मेडिकल स्टूडेंट अनुज शर्मा ने युक्रेन से एक वीडियो अपने परिजनों को भेजा है, जिसमे यूक्रेन में फंसे छात्र अनुज कुमार शर्मा ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। वायरल वीडियो में अनुज शर्मा दर्जनों छात्रों के साथ सरकार से शीघ्र सभी भारतीय छात्रों को भारत वापसी के लिए कदम उठाने की बात कर रहा है साथ ही दावा कर रहा है कि उन्हें बताया जा रहा है कि रूसी सेना ने सीजफायर रोक दिया है तथा यूकेन का सीजफायर जारी है, ऐसे में वह सरकार से सुरक्षित सब कुशल वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं।


इसका वीडियो वायरल हो रहा है। शिकारपुर क्षेत्र के गांव असावरी के निवासी संजीव कुमार शर्मा का पुत्र अनुज कुमार शर्मा एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गया हुआ था, उसकी अंतिम वर्ष की पढ़ाई चल रही है। यूक्रेन में हुए युद्ध के दौरान अनुज शर्मा भी यूक्रेन में फंस गया है। उसके परिवार के लोग अनुज को सकुशल आने की प्रार्थना कर रहे हैं। संजीव कुमार शर्मा वर्तमान में बीएसएफ में इंस्पेक्टर पद पर तैनात हैं, जिनकी नियुक्ति पश्चिम बंगाल में है। वह अपने परिवार के साथ पश्चिम बंगाल में ही रह रहे हैं। उनका परिवार के अन्य सदस्य शिकारपुर नगर के मोहल्ला चैनपुरा में रह रहे हैं। अनुज की से कुशल वतन वापसी के लिए ईश्वर से लगातार प्रार्थना कर रहे है।

जान पर खेलकर युक्रेन से निकल पहुंचे दूसरे देश के बॉर्डर

यूक्रेन से लौटे गुलावठी के छात्र हंजला सहित युक्रेन में हुए युद्ध की विभितसिका को तो सभी छात्र छात्राएं बया कर ही रहे है। मगर सरकार से वतन लौटे अधिकांश छात्र छात्राएं युक्रेन के अन्दर फसे भारतीय छात्र छात्राओं तक मदद पहचाने की अपील भी कर रहे है, हंजला ने तो दो टूक कहा कि युक्रेन में फंसे भारतीयों को युक्रेन से निकालने के लिये कोई सरकारी मदद नही पहुँच रही, अपनी जान पर खेलकर बामुश्किल यूक्रेन से निकल दूसरे देश के बॉर्डर तक पहुंच रहे हैं, जान जोखिम में डाल दूसरे देश के बॉर्डर पर युक्रेन में फसे छात्र छात्राएं पहुँचने को मजबूर है, दूसरे देश के बॉर्डर से भारत सरकार जरूर उन्हें दिल्ली ला रही है, मगर वहां बड़ी समस्या यही है कि यूक्रेन के अंदर फंसे लोगों को यूक्रेन से निकाला जाए।

Ragini Sinha

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