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UP News: मुख्तार अंसारी और ओमप्रकाश राजभर आए साथ, क्या अब यूपी में बनेगा नया समीकरण
UP Breaking News: यूपी विधान सभा चुनाव 2022 (UP Election 2022) को लेकर ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) से जेल में मुलाकात की।
UP Breaking News: यूपी से बड़ी खबर आ रही है। यहां बांदा जेल में सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) से मुलाकात की है। ये मुलाकात आगामी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhan Sabha Chunav 2022) को लेकर काफी अहम बताई जा रही है। दोनों के बीच चुनावी चर्चा ही हुई। इस दौरान मुख्तार अंसारी और ओम प्रकाश के बीच करीब 1 घंटे तक लगातार बातचीत हुई।
यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सपा से गठबंधन के बाद अब बाहुबलियों को भी साधने में लग गए हैं। ओपी राजभर आज (मंगलवार) को बांदा पहुंचे और जेल जाकर मऊ से बाहुबली विधायक (Bahubali Vidhayak) मुख्तार अंसारी (Mukhtar se Mile OM Prakash Rajbhar) से मुलाकात की। जेल में दोनों के बीच करीब 1 घंटे की मुलाकात हुई।
अब कयास यह लगाए जा रहे हैं कि राजभर विधानसभा चुनाव पर चर्चा के लिए पहुंचे थे। क्योंकि पिछले दिनों मऊ में उनकी महापंचायत हुई थी जिसमें अखिलेश यादव ने शिरकत कर उनसे गठबंधन का ऐलान किया था।
बीएसपी से निष्कासित मुख्तार अंसारी मऊ से ही विधायक हैं और उनकी बाहुबली छवि का फायदा उठाने के लिए अब राजभर उनको भी साथ लाने की कोशिश में लगे हैं। मऊ और उसके आसपास के जिलों की सीटों पर मुख्तार और उनके परिवार का प्रभाव काफी है।
राजभर सपा का गठबंधन हो चुका है फाइनल
बता दें ओमप्रकाश राजभर और अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद सपा-सुभासपा के बीच विधानसभा चुनाव साथ लड़ने का तालमेल बैठ गया है, लेकिन आज मुख्तार अंसारी से राजभर की मुलाकात के बाद अब यह कयासों का दौर शुरू हो गए है कि मुख्तार को भी वह अपनी पार्टी या गठबंधन में शामिल कर सकते हैं। क्योंकि मुख्तार के परिवार की सपा से नजदीकियां बढ़ीं हैं।
हालांकि मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर से बीएसपी के टिकट पर ही सांसद हैं लेकिन 2022 के चुनाव में बन रहे नए समीकरण के बीच ओपी राजभर की मुख्तार से मुलाकात अब अब आने वाले दिनों में यह दिखाई दे सकता है कि मुख्तार भले ही जेल में हैं लेकिन वह जेल से भी चुनाव जीतने की हैसियत रखते हैं।
इसीलिए ओपी राजभर उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश कर सकते हैं और उन्हें पता है कि मुख्तार के आने से उनकी सीट तो निकलेगी उन्हें भी सियासी तौर पर फायदा हो सकता है। जिससे वह मुस्लिम, राजभर मतदाताओं के साथ ही सपा के वोट बैंक के जरिए विजय रथ पर सवार हो सकते हैं।
बांदा पुलिस ने राजभर की तलाशी ली
बांदा पहुंचने पर पुलिस ने ओपी राजभर को रास्ते में रोक लिया और उनके वाहन को चेक किया इस पर ओपी राजभर के साथ समाजवादी पार्टी ने आपत्ति जताई ओपी राजभर ने ट्वीट कर कहा कि 'आज बाँदा के तिंदवारी में मुझे अपमानित करने के उद्देश्य के सीएम योगी जी की पुलिस ने गाड़ी रोक ली और मेरे गाड़ी को अपराधियों की तरह तलाशी लेकर बदसलूकी की। पिछड़ों को बीजेपी वाले भैंसा कहते हैं और अब गाड़ी की तलाशी कर रहे हैं। भाजपा के लोडर केशव मौर्या जी,स्वतंत्र देव जी जवाब दो?
सपा ने भी साधा निशाना
जाहिर है सपा और बसपा का गठबंधन हो चुका है लिहाजा बांदा में रोके जाने के बाद समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट कर कहा पिछड़ों और वंचितों को अपमानित करने में नए नए कीर्तिमान स्थापित करने वाली भाजपा ने बांदा में सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर जी से सीएम के इशारे पुलिस द्वारा बदसलूकी घोर निंदनीय!
हर अपमान का जवाब सूद समेत सभी वंचित, शोषित, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक वर्ग मिलकर देंगे जवाब।