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Hamirpur News: जिला अस्पताल में हो सकेगी कोरोना की RTPCR जांच, सीएमओ ने किया लैब का उद्घाटन
Hamirpur News: हमीरपुर के जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा मिलेगी। इसको लेकर लैब में जांच की मशीनें भी लगा दी गई हैं। सीएमओ डॉ.एके रावत ने इस लैब का उद्घाटन किया। वहीं, पहले ही दिन 50 सैंपलों की जांच की गई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई।
Hamirpur: नए साल से पहले ही स्वास्थ्य सेवाओं में एक और बड़ा बदलाव हुआ है। अभी तक कोरोना के आरटीपीसीआर सैंपल (Corona RT PCR sample) की जांच कानपुर मेडिकल कॉलेज (Kanpur Medical College) की लैब में होती थी। इसमें दो से तीन दिन का समय लग जाता था, लेकिन अब जिला अस्पताल में ही आरटीपीसीआर जांच की सुविधा हो गई है | इसके साथ ही कोरोना ग्रसित मरीज की गंभीरता की जांच की मशीनें भी लगा दी गई हैं। जांच रिपोर्ट कुछ घंटे में मिल जाएगी। सीएमओ डॉ.एके रावत (CMO Dr AK Rawat) ने इस लैब का उद्घाटन किया। पहले ही दिन 50 सैंपलों की जांच की गई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई।
कोरोना संभावित मरीजों के आरटीपीसीआर सैंपल (Corona RT PCR sample) लेकर अभी तक जांच के लिए कानपुर मेडिकल कॉलेज (Kanpur Medical College) भेजे जा रहे थे। वहां से तीन दिनों के बाद रिपोर्ट मिलती थी। ऐसे में यदि कोई संक्रमित होता भी था तो वह दो-तीन दिन अन्य लोगों के संपर्क में आ जाता था। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग (health Department) के सामने मरीज के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करने की भी चुनौती आती थी। इन सब समस्याओं को देखते हुए जिला अस्पताल में ही बीएसएल-2 आरटीपीसीआर लैब की स्थापना करते हुए सभी तरह के उपकरण और मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं। इससे सैंपलों की जांच के लिए प्रतिदिन होने वाली कानपुर मेडिकल कॉलेज (Kanpur Medical College) की दौड़-भाग पर पूर्ण विराम लग गया है।
लैब में 50 सैंपल की गई थी जांच: डॉ. रावत
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत (CMO Dr AK Rawat) ने बताया कि लैब ने काम करना शुरू कर दिया है। कल 50 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें किसी में भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। डॉ. रावत (CMO Dr AK Rawat) ने बताया कि लैब के संचालन के लिए दो नॉन मेडिकल साइंटिस्ट, चार एलटी एवं एक कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की गई है। लैब स्थापित हो जाने से अब कोविड-19 को समय से ट्रैक किया जा सकेगा एवं उसको प्रभावी ढंग से रोका जा सकेगा।
तीसरी लहर से निपटने के किए सभी तरह के बंदोबस्त
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विनय प्रकाश (CMS Dr. Vinay Prakash) ने बताया कि लैब में पर्याप्त स्टाफ लगाया गया है। आरटीपीसीआर जांच के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीज की गंभीरता की जांच के लिए डी डायमर मशीन भी लगा दी गई है। हालांकि दो माह से कोई भी केस न मिलने की वजह से अभी मशीन उपयोग में नहीं लाई गई है। इसके अलावा जिला अस्पताल में ट्रूनेट और एंटीजन से भी कोरोना की जांच की व्यवस्था है। संभावित तीसरी लहर से निपटने के सभी तरह के बंदोबस्त किए गए हैं। ऑक्सीजन प्लांट भी चालू हो चुके हैं। चालीस बेड में ऑक्सीजन की सीधी सप्लाई होगी।
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