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मजदूर बेटे का कमाल: बना दी इलेक्ट्रिक शॉक से बचने की डिवाइस, UP के लड़के ने बनाया देश भर में नाम , जाने डिवाइस का डैम

Hamirpur News: सुमेरपुर क्षेत्र के इंगोहटा गांव निवासी अमन धुरिया के पिता मजदूरी करते है। कच्चे घर में रहते हुए अमन ने बारहवीं तक की पढ़ाई की। अब इसे मौदहा स्थित एक महाविद्यालय में बीएससी की पढ़ाई कर रहा है।

Ravindra Singh
Report Ravindra SinghPublished By Divyanshu Rao
Published on: 16 Dec 2021 1:31 PM GMT
Hamirpur News
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इलेक्ट्रिक शॉक से बचने की डिवाइस बनाने वाले युवक की तस्वीर 

Hamirpur News: हमीरपुर जिले के एक छोटे से गांव के मजदूर के बेटे ने पणजी गोवा में आयोजित इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में धमाल किया है। इसने बिजली के करेंट से बचाव के लिए एक डिवाइस तैयार की है। डिवाइस को ट्रांसमीटर कन्ट्रोल वॉच नाम दिया गया है जिसका फेस्टिवल में प्रदर्शन देख वैज्ञानिक भी दंग रह गए है। राष्ट्रीय स्तर पर ये युवा वैज्ञानिक चयनित हुआ है।

सुमेरपुर क्षेत्र के इंगोहटा गांव निवासी अमन धुरिया के पिता मजदूरी करते है। कच्चे घर में रहते हुए अमन ने बारहवीं तक की पढ़ाई की। अब इसे मौदहा स्थित एक महाविद्यालय में बीएससी की पढ़ाई कर रहा है। पढ़ने लिखने की उम्र में ही इसने विज्ञान में तमाम नए-नए आविष्कार किए है। जिसे प्रदेश स्तर पर कई बार सम्मानित भी किया गया है।

यहां के तत्कालीन डीएम उदयवीर सिंह यादव ने भी इस छात्र को युवा वैज्ञानिक का सम्मान देकर उसे आगे बढऩे के लिए मदद की थी। जिला विज्ञान क्लब ने भी विज्ञान के क्षेत्र में आविष्कार करने के लिए मदद की थी। सम्मान देकर उसे आगे बढऩे के लिए मदद की थी। जिला विज्ञान क्लब ने भी विज्ञान के क्षेत्र में आविष्कार करने के लिए मदद की थी।

इंटरनैशनल साइंस फेस्टिवल में राष्ट्रीय स्तर पर छात्र ने बढ़ाया गौरव

पणजी गोवा में आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में अमन धुरिया ने ट्रांसमीटर कन्ट्रोल वॉच डिवाइस का प्रदर्शन किया जिसे देख वैज्ञानिक ने खूब सराहा। इसने अपनी डिवाइस के बारे में बताया कि इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियर सर्किट बोर्ड में काम करते है तो मानव शरीर में विद्युत ऊर्जा का प्रवाह होता है। इससे शरीर पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन ये डिवाइस पहनने से विद्युत ऊर्जा के सम्पर्क में आने के बाद बिजली के करेंट से वह सुरक्षित रहेगा।


फेस्टिवल में पृथ्वी विज्ञान के सुरक्षा मंत्री डॉ.एम रविचंदन और विज्ञान भारती के अध्यक्ष डॉ. विजय पी भटकर ने इस टीम लीडर अमन धुरिया व टीम सदस्य आशीष वर्मा को प्रमाणपत्र व साइंस किट देकर सम्मानित किया। अमन का राष्ट्रीय स्तर पर चयन भी हुआ है। गोवा में तीन दिवसीय इंटरनैशनल साइंस फेस्टिवल में धमाल करने के बाद बुधवार को वापस अपने गांव आए युवा वैज्ञानिक अमन धुरिया का ग्रामीणों ने स्वागत किया। उसने एनबीटी आनलाइन से बातचीत करते कहा कि मात्र साढ़े तीन सौ रुपये में ही ये डिवाइस बनाई गई है।

इसे ट्रांसमीटर कन्ट्रोल वॉच नाम दिया गया है। बताया कि यह डिवाइस पहनकर इलेक्ट्रिक सर्किट में काम करने पर बिजली के करेंट से व्यक्ति सुरक्षित रहता है। युवा वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले छह सालों के अंदर विज्ञान के क्षेत्र में बीस से अधिक डिवाइस बनाकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित फेस्टिवल में प्रस्तुत किया गया जहां कई बार पुरस्कार मिला है। अब इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में भी राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है।

Divyanshu Rao

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