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Hamirpur News: महिला के बच्चेदानी से निकला 3 किलो का ट्यूमर, डॉक्टरों ने पाई सफलता
Hamirpur News Today In Hindi: 45 साल की महिला की बच्चेदानी में ट्यूमर की पुष्टि होते ही उसे ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई थी। शनिवार को अस्पताल में सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी की अगुवाई में चार सदस्यीय टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद बच्चेदानी से तीन किलो वजन का ट्यूमर सफलता पूर्वक बाहर निकाल दिया।
Hamirpur News Today In Hindi: मामला उत्तर प्रदेश के जनपद हमीरपुर का है, जहां पर अत्यधिक रक्तस्राव (Bleeding) की वजह से जिला महिला अस्पताल लाई गई। 45 साल की महिला की बच्चेदानी में ट्यूमर की पुष्टि होते ही उसे ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई थी। शनिवार को अस्पताल में सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी (CMS Dr. Fauzia Anjum Nomani) की अगुवाई में चार सदस्यीय टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद बच्चेदानी से तीन किलो वजन का ट्यूमर सफलता पूर्वक बाहर निकाल दिया। इससे कई दिनों से समस्या से जूझ रही महिला और उसके परिजनों ने राहत की सांस ली है।
कानपुर नगर (Kanpur Nagar) के थाना सजेती के धरमंगदपुर गांव निवासी मूलचंद्र की पत्नी राजरानी (45) कई दिनों से बच्चेदानी की समस्या से जूझ रही थी। धनाभाव की वजह से इलाज कराने में भी दिक्कतें आ रही थी। लिहाजा समस्या ज्यादा होने पर प्राइवेट डॉक्टरों से सलाह-मशविरा लेकर दवाएं खाकर काम चलाया जा रहा था। पति मूलचंद्र ने बताया कि बीते सप्ताह अचानक तबियत ज्यादा बिगड़ने पर वह पत्नी राजरानी को लेकर जिला महिला अस्पताल आया। चार बच्चों की मां राजरानी को सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी ने स्वयं देखा और उसकी सीटी स्कैन सहित कई जांचें करवाई।
मरीज की जान को हो सकता था खतरा
सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम ने बताया कि जांच में राजरानी की बच्चेदानी में ट्यूमर की पुष्टि हो गई। उसे तत्काल ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई क्योंकि ब्लीडिंग भी बहुत हो रही थी। ऐसे में देरी करने से मरीज की जान को खतरा हो सकता था। शनिवार को सीएमएस ने महिला अस्पताल की ग्यानोकोलॉजिस्ट डॉ.अंशू मिश्रा, एनेस्थीसिया डॉ.आरटी बनर्जी और स्टाफ नर्स विनीता सचान के साथ राजरानी का ऑपरेशन करना शुरू किया। करीब डेढ़ घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद राजरानी की बच्चेदानी से तीन किलो वजन का ट्यूमर सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया गया।
डॉक्टर ने महिलाओं को दी ये सलाह
सीएमएस ने बताया कि इस तरह के ट्यूमर को बनने में चार से पांच साल का समय लग जाता है और इस दरम्यान मरीज को रुक-रुककर दिक्कतें होती रहती हैं। उन्होंने महिलाओं को सलाह दी कि अगर वह भी ऐसी किसी समस्या से जूझ रही हैं तो बगैर दिए किए जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों से संपर्क करें। राजरानी के पति मूलचंद्र सहित अन्य परिजनों ने ऑपरेशन के सफल होने पर संतोष जताते हुए टीम का आभार व्यक्त किया है।
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