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Jhansi News: एनसीआर ने किया कमाल, जानकर आप भी करेंगे जमकर तारीफ

सौर ऊर्जा का एक हरित ऊर्जा स्रोत है अत: न केवल यह पर्यावरण संरक्षण के एक बड़े लक्ष्य की ओर एक कदम है ।

B.K Kushwaha
Report B.K KushwahaPublished By Deepak Raj
Published on: 18 July 2021 10:30 PM IST
Solar power plant
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सोलर पावर प्लांट

Jhansi News: उत्कृष्ट रखरखाव, सौर ऊर्जा संयंत्र के संचालन की बहुत गहन मॉनिटरिंग और सौर मिशन-2021-22 के तहत उठाए गए कई अन्य अभिनव प्रयासों के कारण, उत्तर मध्य रेलवे में सौर संयंत्रों की उत्पादकता में निरंतर वृद्धि हो रही है। उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष में जहां 1 करोड़ यूनिट से अधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन किया, वहीं इस वित्तीय वर्ष के पहले तीन महीनों में ही 37 लाख यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जा चुका है।

सौर ऊर्जा का एक हरित ऊर्जा स्रोत है


सोलर पावर प्लांट


सौर ऊर्जा का एक हरित ऊर्जा स्रोत है अत: न केवल यह पर्यावरण संरक्षण के एक बड़े लक्ष्य की ओर एक कदम है बल्कि इससे राजस्व में भी पर्याप्त बचत हुई है| ज्ञात हो कि सौर ऊर्जा की प्रति यूनिट लगभग रु 5/- है जबकि पारंपरिक ऊर्जा की लागत रु 7.7 प्रति यूनिट होती है। अनुरक्षण में लगे कर्मचारियों की टीम द्वारा किए गए कर्मठ प्रयासों और कड़ी मेहनत के कारण, प्रयागराज मंडल के 15 सौर संयंत्र, झाँसी मंडल के 9 सौर संयंत्र और आगरा मंडल के 10 संयंत्रों को अब "ए श्रेणी" यानी उच्च प्रदर्शन सौर संयंत्र के तहत रखा गया है।

जिन संयंत्रों का क्षमता उपयोग कारक (कैपेसिटी यूटिलाइअजेशन फैक्टर- सीयूएफ) 14% से अधिक है उन्हें ए श्रेणी में रखा गया है। अधिक से अधिक प्लांटों को इस श्रेणी के तहत लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तर मध्य रेलवे की कुल स्थापित क्षमता 11.03 मेगावाट है। इसमें से 120 कीलोवॉट पीक रेलवे द्वारा स्थापित किया गया है तथा शेष 10882.34 kWp क्षमता दो प्रमुख सौर ऊर्जा डेवलपरों Azure और ReNew द्वारा पीपीपी आधार पर स्थापित की गई है।

जिन प्रमुख स्थानों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाए गए हैं उनमें स्टेशन भवन, कार्यशालाएं, प्रशिक्षण विद्यालय, महाप्रबंधक कार्यालय और डीआरएम कार्यालय भवन शामिल हैं। उत्तर मध्य रेलवे ने 2021-22 के लिए 1.3 करोड़ यूनिट सौर ऊर्जा उत्पादन का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। इससे उपरोक्त 'सौर मिशन - उत्तर मध्य रेलवे ' के तहत लगभग 5 करोड़ रुपये की बचत होगी। यह पिछले वर्ष की तुलना में रु 1 करोड़ अधिक है।

सौर मिशन के अंतर्गत झाँसी मंडल की भागीदारी

झाँसी मंडल कार्यालय = 1223799 यूनिट, राजस्व बचत रु.3681760/-

वैगन मरम्मत कारखाना = 3132191 यूनिट, राजस्व बचत रु.13945728/-

CMLR वर्कशॉप = 1140866 यूनिट, राजस्व बचत रु.4919227/-

सिथौली वर्कशॉप = 631442 यूनिट, राजस्व बचत रु.1559662/-

इस प्रकार मंडल द्वारा कुल 6128298 यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया गया तथा राजस्व बचत कुल रु. 24406377/- रही।

भविष्य की योजना


सोलर पावर प्लांट


स्वर्णिम डायगनल एवं स्वर्णिम चतुर्भुज के अंतर्गत आने वाले रेल मार्गों (लगभग 1320 एकड़) के साथ खाली भूमि पर 249 मेगावॉट, रेलवे स्टेशनों (लगभग 185 एकड़) के पास खाली भूमि पर 46.25 मेगावाट, विभिन्न भवनों की छत के ऊपर 1.86 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्रों की उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र मे रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (आरईएमसीएल) द्वारा स्थापना की कार्योजना पहले ही बना ली गई है। "सौर ऊर्जा एक गैर प्रदूषणकारी, पर्यावरण के अनुकूल और कम ऊर्जा लागत स्रोत है। अत: इसे बढ़ाने और मौजूदा सौर संयंत्रों को सर्वोत्तम संभव रखरखाव प्रदान करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। यह जानकारी डॉ शिवम शर्मा मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने दी है।

झाँसी-बबीना रेल खंड के मध्य नयी ब्रॉड गेज तीसरी लाइन पर स्पीड ट्रायल

रेल प्रशासन द्वारा सूचित किया जाता है की मंडल के झाँसी बबीना रेलखंड पर तीसरी लाइन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 19 जुलाई 2021 को उक्त रेलखंड पर इंजन दौड़ाकर इस ट्रैक का स्पीड ट्रायल लिया जाना निर्धारित किया गया है। इस दौरान इंजन को नव संस्थापित तीसरी रेल लाइन पर तीव्र गति से चलाया जायेगा। आम जनता को सूचित किया जाता है कि 19 जुलाई 2021 को झाँसी - बबीना के मध्य नयी बनायी गयी रेल लाइन से उचित दूरी बनाए रखें।

Deepak Raj

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