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Jhansi News: जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट का हुआ लोकार्पण, एक क्लिक में पढ़ें झांसी की बड़ी खबरें
झांसी में जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में विधि विधान के साथ ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण हुआ।
झांसी: सांसद झाँसी-ललितपुर अनुराग शर्मा, विधायक सदस्य रवि शर्मा, नगर अध्यक्ष मुकेश मिश्रा द्वारा जिला चिकित्सालय में स्थापित पीएसए0 ऑक्सीजन प्लांट का फीता काटकर लोकार्पण किया गया, इसके अतिरिक्त महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन प्लांट का पूजा अर्चना के साथ सांसद द्वारा लोकार्पण किया गया।
उन्होंने लोकार्पण के अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि कोविड-19 की द्वितीय लहर के दौरान जनपद में जो ऑक्सीजन की कमी हुई उसको पूरा करने हेतु मेडिकल कॉलेज में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर फण्ड द्वारा प्रदत्त किया गया है, जो कि डी0आर0डी0ओ0 द्वारा लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड द्वारा सीआरएस ऑक्सीजन गैस प्लांट स्थापित किया गया है। अब दोनों ऑक्सीजन प्लांट के लग जाने से जनपद व जिला चिकित्सालय पुरूष/महिला चिकित्सालय में ऑक्सजीन की कमी नहीं होगी।सांसद द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए तृतीय लहर से बचने के लिये टीकाकरण जन जागरूकता अभियान चलाकर जनपद में सभी का टीकाकरण अतिशीघ्र कराया जाय। उन्होंने कोविड-19 के कठिन परिस्थितियों में जनपद के प्रशासन, डाक्टरों एवं नर्सों आदि स्टाफ द्वारा किये गये कार्यों की प्रसंशा कर सभी के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जनपद के यह दोनों ऑक्सीजन प्लांट सांसद के विशेष प्रयास एवं सहयोग से पूर्ण हुआ है। आज बड़े हर्ष का दिन है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में स्थापित प्लांट की क्षमता 850 लीटर प्रति मिनट है, यह प्लांट इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड "आईजीएल" द्वारा सीआरएस के तहत स्थापित किया गया है।
महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट गैस पीएम केयर द्वारा स्वीकृत किया गया जिसे डीआरडीओ द्वारा बनाकर स्थापित किया गया है। इस प्लांट की क्षमता 1000 लीटर प्रति मिनट है। उन्होंने बताया कि इन प्लांट द्वारा जिला चिकित्सालय एवं जिला महिला चिकित्सालय में नवनिर्मित पीकू वार्ड में भी आपूर्ति की जायेगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार,एडी डॉ अर्चना बरतारिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.जीके निगम, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ एन एस सेंगर, उप प्राचार्य डॉ अंशुल जैन,सीएमएस डा.हरीश चंद्र,डा.नीरज बरोनिया, डा.आनंद चौबे,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला चिकित्सालय, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी एवं संस्थाओं के अधिकारीगण तथा चिकित्सालय के कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
पंचायत चुनाव सेमीफाइनल, 2022 में विधान सभा का फाइनल भी जीतेंगे: मुकेश मिश्रा
भारतीय जनता पार्टी महानगर जिला अध्यक्ष मुकेश मिश्रा ने सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि यह पंचायत चुनाव विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल था ,इसमें भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी 2022 में होने वाले विधानसभा में चुनाव चुनाव में भारी बहुमत से जीतेगी।
पत्रकार वार्ता महानगर अध्यक्ष ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 75 में से 67 जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के निर्वाचित हुए हैं, वही प्रदेश के 825 ब्लॉक प्रमुख में से 648 ब्लाक प्रमुख भारतीय जनता पार्टी के जीते हैं। यह जीत उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार की नीतियों कार्यक्रम व जन कल्याणकारी योजनाओं पर जनता की मोहर है। प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं गांव तक पहुंच रही है जिसका लाभ समाज के सभी वर्गों के लोगों तक पहुंच रहा है, इसी के परिणाम स्वरूप गांव गांव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। उन्होंने दावा किया कि जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पूरी पारदर्शिता के हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में विजय गाथा का एक नया अध्याय लिखा है । झाँसी सहित पूरे प्रदेश में भाजपा ने विजय पताका फहरा कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रदेश जनता ने भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पर विश्वास की मोहर लगाकर यह प्रमाणित कर दिया है कि यह सरकार जनता की कसौटी पर शत प्रतिशत खरी उतरी है जनता के आशीर्वाद से आज जिला पंचायत एवं ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भा ज पा ने भारी बहुमत हासिल कर लिया है यह जीत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व व गांव गरीब किसान दलित शोषित लोगों के विकास के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के बदले में उत्तर प्रदेश की जनता ने गांव-गांव में भाजपा की सरकार स्थापित किया है ।पत्रकार वार्ता में जिला अध्यक्ष जमुना कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम, नगर विधायक रवि शर्मा, बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा, विशेष रूप से मौजूद रहे।
पति-पत्नी के रिश्तों में जहर घोल रहा 'मोबाइल'
शादी के सात फेरों को सात जन्मों तक निभाने में पति और पत्नी दोनों ही बड़े मतभेदों की भी अनदेखी करते थे, मगर आज के भौतिकवादी जमाने में मामूली बातों पर भी दांपत्य के रिश्तों में दरार आ रही है। प्रेमनगर थाना प्रभारी रणविजय सिंह चौहान बताते हैं कि दांपत्य जीवन में कड़वाहन की ढेरों शिकायतें उनके पास आती हैं। ऐसे अधिकांश मामले पति-पत्नी दोनों के बीच विश्वास की कमी से जुड़े होते हैं। पति का मोबाइल फोन बिजी मिली तो पत्नी को पति के चरित्र पर शक हो जाता है और पत्नी के फोन पर अनजान नंबर से मिल कॉल आई तो पति को पत्नी के चरित्र पर शक पैदा हो जाता है। यहां तिलक-दहेज के लिए प्रताड़ित करने के मामले काफी समय और रिश्तों में अविश्वास से जुड़े मामले अधिक दर्ज हो रहे हैं।
हर साल कई परिवारों को उजड़ने से बचा रही हेल्पलाइन
दांपत्य के रिश्तों के इन्हीं दरारों की गांठों को महिला हेल्पलाइन मजबूती प्रदान कर रहा है। पति-पत्नी के बीच विवाद को सुलझाने के लिए सरकार ने महिला हेल्पलाइन की स्थापना की थी। तब से यह संस्था अपनी सकारात्मक पहल से रिश्तों की गांठ को मजबूती प्रदान करने में लगा हुआ है। इस वर्ष में अब तक पति से प्रताड़ित एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने यहां अपनी शिकायत रजिस्टर्ड कराई है। इसमें से कई मामलों में पति-पत्नी के बीच वैधानिक रुप से सुलह कराकर इन लोगों को घर उजड़ने से बचा लिया गया।
काउंसिलिंग के साथ मिलती है कानूनी मदद भी
प्रेमनगर थाना प्रभारी रणविजय सिंह चौहान का कहना है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना, एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी और सीओ सदर ए के चौरसिया के निर्देशन में महिला हेल्पलाइन में शिकायतकर्ता को कानूनी मदद के साथ उनकी काउंसिलिंग भी की जाती है। यहां पर महिला हेल्पलाइन में महिला आरक्षी जौली यादव, रिंकी यादव व प्रियंका तिवारी तैनात है। यह लोग महिला हेल्पलाइन में आने वाली महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता से सुनती है। इसके बाद उस शिकायती पत्र का निदान करने में पूरी मदद करती है। उनका कहना है कि महिला और पुरुष दोनों के लिए अलग- अलग काउंसलर हैं। कानूनी सलाह और मदद के लिए अधिवक्ता की मदद लेते हैं। महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने पर उसके पति को यहां बुलाकर दोनों के बीच पैदा हुए मतभेद भी समाप्त किया जाता है। यहां मामला नहीं सुलझने पर पुलिस कार्यवाही की मदद ली जाती है।