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Jhansi News: तेलंगाना एक्सप्रेस में बंदूक-कारतूस से भरे बैग का मामलाः मामले के खुलासे में सामने आई अजब कहानी, तीन आरोपी गिरफ्तार
Jhansi News: एसपी रेलवे के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वह हैदराबाद की एक सिक्योरिटी कंपनी में सशस्त्र गार्ड की नौकरी करते हैं। पकड़े जाने के डर से भागे थे।
Jhansi News : तेलंगाना एक्सप्रेस में मिले लावारिस बैग के अंदर मिले बंदूक व कारतूस मामले में GRP पुलिस ने जम्मू के राजौरी में रहने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास बिना लाइसेंस की बंदूक मिली थी। यह लोग केरल में पकड़े जा रहे सिक्योरिटी गार्डों के डर से नौकरी छोड़कर भाग रहे थे। गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों को अदालत में पेश किया। वहां से उनको जेल भेजा गया।
मामले में पुलिस अधीक्षक (रेलवे) मोहम्मद इमरान ने बताया है कि 10 सितंबर 2021 को ट्रेन नंबर 02723 तेलंगाना एक्सप्रेस के जनरल कोच से आरपीएफ टीम ने दो बैग बरामद कर जीआरपी के हवाले किए थे। इन बैगों में पांच एसबीबीएल बंदूक और 23 कारतूस मिले थे। इसी आधार पर जीआरपी थाना में दो नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए एडीजी रेलवे के निर्देशन, पुलिस महानिरीक्षक रेलवे प्रयागराज/लखनऊ, डीआईजी रेलवे के निर्देशन में टीम गठित की गई थी।
इसके अलावा जनरल कोच में बैठे रेलयात्रियों से उक्त बैगों के मामले में पूछताछ की, मगर किसी ने जवाब नहीं दिया था। सूचना मिली कि उक्त कोच में तीन युवक बैठे हुए थे। इन्हीं युवकों के बैग थे। इसी आधार पर टीम को उन युवकों को पकड़ने के लिए रवाना किया। टीम को युवकों का लुकेशन लुधियाना रेलवे स्टेशन पर मिला, तो टीम ने जाकर उन तीन युवकों को पकड़ लिया। तीनों युवकों को लुधियाना अदालत में पेशकर झाँसी लाया गया।
हैदराबाद की एक सिक्योरिटी कंपनी में करते थे गार्ड की नौकरी
एसपी रेलवे के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वह हैदराबाद की एक सिक्योरिटी कंपनी में सशस्त्र गार्ड की नौकरी करते हैं। इन सभी ने अपने शस्त्र लाइसेंस राजौरी से विभिन्न व्यक्तियों के माध्यम से बनवाए हैं। हाल में उनकी जानकारी में आया कि केरल राज्य की पुलिस द्वारा कुछ सिक्योरिटी गार्ड के शस्त्र लाइसेंस फर्जी पाए जाने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इन व्यक्तियों को यह डर हुआ कि हमारे शस्त्र लाइसेंस भी सही नही हैं और इनका ऑनलाइन पंजीकरण भी नहीं कराया गया है। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद में अपनी कंपनी से छुट्टी ली और अपने लाइसेंस और शस्त्र के साथ राजौरी वापस जाने की योजना बनाई थी। इनके दो अन्य साथी ने भी अपने शस्त्र इन्हें साथ लाने को कहा, जो पहले राजौरी जा चुके थे। इनमें से एक के शस्त्र लाइसेंस की वैधता मई 2021 में समाप्त हो चुकी थी और दूसरे की लाइसेंस की वैधता की जानकारी की जा रही है।
एक अभियुक्त माजिद पर राजौरी में है मुकदमा
शस्त्र लाइसेंस के सत्यापन की कार्यवाही जिला प्रशासन राजौरी के माध्यम से करायी जा रही है। अब तक जानकारी के अनुसार एक नामजद अभियुक्त माजिद के खिलाफ 2005 में 341,452,382 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज है। पुलिस प्रशासन राजौरी के माध्यम से इनके आपराधिक इतिहास की जानकारी ली जा रही है।
इनको किया गिरफ्तार
जम्मू कश्मीर के जिला राजौरी के थाना धर्मशाल ग्राम बरहवी निवासी मोहम्मद रफी, संजय कुमार और संजय का जीजा यशपाल शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। यशपाल शर्मा व संजय कुमार के शस्त्र लाइसेंस भी बरामद किए है।
इस टीम को मिली है सफलता
जीआरपी थाना के निरीक्षक चंद्रभूषण यादव, उपनिरीक्षक संदीप कुमार, मुख्य आरक्षी रमेश शुक्ला, मुख्य आरक्षी मनोज कुमार, प्रमोद कुमार, आरक्षी मनोज कुमार, दीपक कुमार व आलोक यादव शामिल रहे हैं।