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Jhansi News: ये हैं झांसी जिले की बड़ी खबरें, एक क्लिक में जानें पूरा अपडेट
बबीना ब्लॉक के खैलार न्याय पंचायत के खैलार व सिमरावारी ग्राम पंचायत के प्रत्येक मोहल्ले में प्रभात फेरी निकाली गई।
Jhansi News: 75वें स्वतंत्रता दिवस व स्व. राजीव गांधी जन्मदिन के उपलक्ष्य में समस्त उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के आव्हान पर जय भारत महासंपर्क अभियान के अंतर्गत दूसरे दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के मुख्यातिथि में बबीना ब्लॉक के खैलार न्याय पंचायत के खैलार व सिमरावारी ग्राम पंचायत के प्रत्येक मोहल्ले में प्रभात फेरी निकाली गई। इस दौरान प्रधान खैलार प्रियांक गौतम उर्फ गोलू के निवास पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की शुरुआत स्व. राजीव गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित से की गई।
गोष्ठी में पूर्व विधानसभा प्रत्याशी बबीना हरवंश लाल ने स्व. राजीव गांधी के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भेल कर्मचारी यूनियन के नेता कृष्णा सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में ही उद्योगों का निर्माण हुआ था और आम जनता को लाभ मिला, लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद एक भी उद्योगों का निर्माण नहीं हुआ बल्कि सरकारी उद्योगों को बेचने का कार्य वर्तमान सरकार कर रही है। गोष्ठी में मुख्यातिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि भारत का विकास बिना कांग्रेस के सम्भव नहीं है और दूरसंचार क्रांति व पंचायती राज व्यवस्था विकास के पैमाने के मुख्य आधार हैं जो कि कांग्रेस की ही देन है।
गोष्ठी के दौरान नवनिर्वाचित प्रधान खैलार प्रियांक गौतम उर्फ गोलू को कांग्रेस में सम्मिलित किया व कार्यक्रम में हाजी यूनिश खान चाचा व प्यारेलाल वर्मा को माला पहनाकर एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में यूथुप जैन उर्फ पिंकी, शफीक अहमद मुन्ना, अखिलेश गुरुदेव, अरुण रैकवार, जगदीश श्रीवास, फ़िरोज़ खान, रामकिशन कुशवाहा, इरशाद खान, अनुज पांडेय उर्फ रिंकू, शकील अहमद, कमलेश कुमार, दीपक रैकवार, अभिषेक श्रीवास, गोविन्ददास श्रीवास, लक्ष्मन श्रीवास। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कांग्रेसी अमित त्रिपाठी व आभार प्यारेलाल वर्मा ने किया।
शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में शहर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ट के नेतृत्व में महानगर में जय भारत महा संपर्क अभियान के तहत आज दूसरे दिन प्रवास के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने प्रभात फेरी, समाजसेवियों का सम्मान , समरसता भोज , भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती मनाई और चौपाल आदि कार्यक्रम किए गए। इस अवसर पर अखलाक मकरानी,देवी सिंह कुशवाहा, मनीष रायकवार, दिलीप शाक्य, बद्री प्रसाद कोरी, गौरव सोनी आदि उपस्थित रहे।
साइबर फ्रॉड: बायोमीट्रिक की कार्ड क्लोनिंग के जरिए जालसाज बना रहे आम लोगों को अपना शिकार
Jhansi News: साइबर जालसाजी के मामले भी दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। कार्ड क्लोनिंग हो या फिर अकाउंट हैकिंग, रोज किसी न किसी तरीके से जालसाज लोगों की मेहनत की कमाई उड़ा ले रहे हैं। डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर शहर के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले लोगों के खातों से हजारों रुपया पार किए जाने के मामले प्रकाश में आए हैं। इसकी शिकायत पीड़ितों ने साइबर सेल से की है। साइबर सेल ने अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है।
झांसी में आधार और बायोमीट्रिक क्लोनिंग के जरिए खाते से रुपये निकलने के कई मामले सामने आ रहे हैं। आधार और फिंगर प्रिंट बायोमीट्रिक के जरिये रुपये निकाले जाने के करीब आधा दर्जन से अधिक मामले इसी महीने आए हैं। पिछले कुछ महीने से साइबर जालसाज इस तरह लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
पुलिस की अब तक छानबीन में सामने आया है कि साइबर जालसाज ऐसी वेबसाइट में सेंध लगा रहे हैं, जहां लोगों का आधार, बायोमीट्रिक थम्ब प्रिंट और डेटा रहता है। साइबर जालसाज थर्मल स्कैनर, बटर पेपर, इमेज बूस्टर, थिनर लिक्विड की मदद से बायोमीट्रिक थम्ब प्रिंट का क्लोन तैयार करते हैं। थम्ब प्रिंट का क्लोन एकदम असली जैसा होता है। इसके बाद क्लोन थम्ब प्रिंट को बायोमीट्रिक मशीन पर लगाकर और आधार कार्ड का नंबर डालकर लोगों के खाते से रुपये निकाल लेते हैं।
अधिकतर एईपीएस के जरिए निकाले जाते हैं रुपये
एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी के मुताबिक साइबर जालसाज अधिकतर एईपीएस के जरिए रुपये निकाल रहे हैं। एईपीएस का प्रयोग बहुत ही सावधानी से करना चाहिए। यही नहीं आधार नंबर की भी जानकारी किसी अंजान व्यक्ति को नहीं देनी चाहिए। इसके अलावा जहां भी बायोमीट्रिक फिंगर प्रिंट की आवश्यकता हैं, वहां सावधानी बरतें। बायोमीट्रिक थम्ब प्रिंट कई बार से एक से अधिक बार किसी न किसी बहाने से ले लिए जाते हैं, इसके बाद इन्हें साइबर जालसाजों को बेच दिया जाता है। बताते हैं कि एईपीएस को ग्रामीण इलाकों में बढ़ावा देने के लिए कई प्राइवेट कंपनियों को भी इसकी जिम्मेदारी दी गई है। साइबर जालसाज इन कंपनियों के कर्मचारियों से भी संपर्क में रहते हैं। उनकी मदद से भी गोरखधंधा चलाते हैं।
एसएमएस पर रखें ध्यान
एईपीएस के जरिए एक बार में 10 हजार रुपये ही निकाले जा सकते हैं। रुपये निकालने पर ओटीपी नहीं आता है। इस बात का फायदा साइबर जालसाज उठाते हैं। एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी का कहना है कि बैंक अकाउंट में जिस मोबाइल को रजिस्टर करा रखा है। उस मोबाइल पर आने वाले मेसेज पर अवश्य नजर रखें। क्योंकि एईपीएस से रुपये निकाले जाने पर मेसेज आता है। रुपये निकलने का मेसेज आने पर बैंक से संपर्क करके पैसा बचा सकते हैं।
आधार और फिंगर प्रिंट से निकाली रकम
मोंठ थाना क्षेत्र के मनकपुर निवासी प्रभा देवी के खाते से पांच-छह बार चार से पांच हजार रुपये निकल गए थे। रुपये निकलने का मेसेज आने पर इसकी जानकारी हुई। उन्होंने एसबीआई बैंक में पड़ताल की तो पता चला कि आधार और फिंगर के प्रिंट के जरिए साइबर जालसाजों ने रुपये निकले हैं। करीब 50 हजार रुपया निकाला गया है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
बैंक के खाते से निकल गए 29 हजार
कोतवाली थाना क्षेत्र के नारायणबाग रोड के पास रहने वाले राजेश कुमार वर्मा ने बैंक खाते से 29 हजार रुपये निकल गए थे। पीड़ित ने बैंक के कस्टमर केयर पर कॉल की तो पता चला कि आधार और फिंगर प्रिंट बायोमीटिक क्लोनिंग के जरिए खाते से रुपये निकाले गए हैं। इसकी शिकायत पुलिस से की गई है।
155260 पर कर सकते हैं शिकायत
साइबर सेल का हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसका नंबर 155260 है। इस पर वह व्यक्ति शिकायत दर्ज करवा सकता है जिसके बैंक अकाउंट से पैसा निकाला गया है। शिकायत दर्ज होने के बाद कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
गांवों में जाकर पीड़िताओं का दर्द सुनेंगी वर्दी वाली बेटियां
Jhansi News: झाँसी परिक्षेत्र की आधी आबादी यानी की महिलाओं को अब किसी से डरने और परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब अगर उन्हें किसी ने परेशान किया तो वर्दी वाली बेटियां कार्रवाई करेंगी। मिशन शक्ति के फेज-3 के तहत शनिवार से परिक्षेत्र में यह नई पहल शुरू होने जा रही है। माना जा रहा है कि इससे पीड़ित महिलाओं को समय से इंसाफ मिलेगा और उनकी सुनवाई होगी। इसी मंशा को लेकर यह पहल की गई है। पांच चरणों में चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
जिले के सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत भवन को इसके लिए चुना गया है, जहां पर मिशन शक्ति कक्ष के नाम से एक कमरा होगा। यहीं पर महिला सिपाही सुबह से शाम तक बैठेंगी। पीड़ित महिलाओं की समस्या सुनेंगी और इसके बाद कार्रवाई कराकर उन्हें इंसाफ दिलाएंगी। इसको लेकर जिले में मुख्य सचिव, डीजीपी का पत्र अफसरों के पास आ चुका है। डीआईजी जोगेन्द्र कुमार खुद इस पहल को लेकर बेहद संजीदा हैं। तैयारी पर उनकी नजर बनी हुई है। वह लगातार अपडेट भी ले रहे हैं।
प्रथम अभियान 21 अगस्त से 15 सितंबर तक चलेगा
पिछले तीन वर्षों में महिला संबंधी अपराधों में गिरफ्तार तथा फरार आरोपियों की सूची तैयार कर उनके सत्यापन का अभियान चलाया जाएगा। फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने, पीड़ित शिकायत कर्ता/ महिलाओं से शक्ति मोबाइल, महिला थाना और महिला चौकी की कर्मियों तथा समस्त थानों में पूर्व में स्थापित महिला हेल्प डेस्क में नियुक्त महिला पुलिस कर्मियों द्वारा संवाद स्थापित किया जाए, जिससे यह जानकारी सुलभ हो कि पीड़िता तथा उसके परिजनों को प्रताड़ित करना शब्दों से और कृत्यों से भय का माहौल बनाना, अनाधिकृत रूप से केस वापस लेने तथा समझौता करने पर दवाब बनाना जैसी शिकायतों को सत्यापित करने, शरारती तत्वों, अपराधियों के खिलाफ विधिक धाराओं के तहत कार्रवाई करने व जमानत निरस्तीकरण की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी अभियान के अंतर्गत ऐसे युवक जिनसे मिशन शक्ति के प्रथम तथा द्वितीय चरण में शपथ पत्र भराया गया था, उनका भी सत्यापन करा लिया जाए।
द्वितीय चरण 15 अगस्त से 15 अक्तूबर तक
ग्रामीण अंचलों पर केंद्रित करके शक्ति मोबाइल के प्रवर्तन का अभियान चलाया जाए। इसमें मुख्यत: अल्पव्यस्क, व्यस्क, बालिकाओं, महिलाओं तथा ग्रामीण क्षेत्रों के नवयुवकों की अलग-अलग काउंन्सिलिंग की व्यवस्था हो।
तृतीय अभियान 21 से 31 अगस्त तक
विभागीय समितियों के द्वारा महिला जेल, नारी निकेतन, नारी संरक्षण गृह, वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण करने, बाल संरक्षण गृह तथा अभिरक्षा में लिए गए बच्चों तथा बच्चियों का भी निरीक्षण करने, प्रोफेशन/ प्रशिक्षित काउन्सलर्स द्वारा इन महिलाओं, बच्चियों की काउन्सिलिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।
चतुर्थ अभियान 27 अगस्त से निरंतर जारी रहेगा
परिक्षेत्र के सभी 61 थानों में स्थापित महिला हेल्प डेस्क के माध्यम से वरिष्ठ एकल महिला नागरिक अथवा एकल महिला अभिभावक की एक सूची बनाने, उनके संवाद करने, उनकी छोटी-छोटी समस्याओं का भी हल करने, जिला प्रशासन का भी सहयोग लेने के निर्देश दिए हैं।
पंचम अभियान 1 सितंबर से 30 सितंबर तक चलेगा
जनपद के नगरीय क्षेत्रों में बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, मंडियों, बाजारों तथा महत्वपूर्ण चौराहों अथवा मार्गों के पास महिलाएं, बच्चे तथा पुरुष विक्षिप्त अवस्था अथवा अन्य उद्देश्य से घूमते नजर आते हैं। इनका सत्यापन कराने, इनका नाम पता लगाने, यदि वह लावारिस हों तो इनके योग्य नारी संरक्षण गृह, बाल संरक्षण गृह तथा पुरुषों के संरक्षण गृह पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
अब शेरनी दस्ता का होगा गठन
डीआईजी ने सभी थानों में महिला संबंधी अपराधों की प्रभावी रोकथाम एवं शरारती तत्वों पर तत्कालिक रूप से कार्रवाई करने हेतु शेरनी दस्ता (शक्ति मोबाइल) का गठन करने के निर्देश दिए हैं।
पीड़िताओं को ऐसे मिलेगा इंसाफ
महिला बीट अफसर पंचायत भवन के मिशन शक्ति कक्ष में बैठकर पीड़िताओं का दर्द सुनेंगी। बातचीत में उनके दिल की बात जानेंगी। इसके बाद वह मामले को रजिस्टर पर दर्ज कर महिला हेल्ड डेस्क तक पहुंचाएंगी। महिला हेल्प डेस्क की सिपाही मामले को कोतवाल, थानेदार के सामने रखेंगी। सीओ के संज्ञान में भी मामला लाया जाएगा। इसके बाद कार्रवाई कर इंसाफ दिलाया जाएगा।
महिलाएं चुप्पी तोड़ खुलकर बोलें
सूत्रों की मानें तो गांव में बहुत सी ऐसी घटनाएं होती है, जो दबकर रह जाती हैं। गांव, समाज के दबाव या फिर जानकारी के अभाव की वजह से पीड़िताएं खुद के साथ घटना होने के बाद चुप्पी साध जाती है। पीड़िता ने एक बार अपराध सह लिया तो उसे बार-बार ऐसा करने के लिए मजबूर किया जाता है। बहुत सी महिलाएं अपने अधिकार के लिए आवाज बुलंद भी करती हैं लेकिन फिर भी कई ऐसी पीड़िताएं होती हैं, जिनकी आवाज दबा दी जाती है। अपराधी इसी का फायदा उठाते हैं। उनका मनोबल बढ़ता है और फिर बड़ी वारदात करते हैं। इसी वजह से ये पहल शुरू की गई है, ताकि महिलाएं चुप्पी तोड़ें और खुलकर बोलें।