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लखीमपुर से ललितपुर तक बदहाल है किसान, मृत किसानों के परिजनों से प्रियंका गांधी ने की मुलाकात
ललितपुर पहुंचीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसानों की हालत को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि किसान बिल, महामारी, खाद समस्या और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे किसानों को इस समय मदद और साथ की जरूरत है। लेकिन सरकार उन्हें कुचलने का काम कर रही है।
Lalitpur: कांग्रेस ने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये किसानों को अपना प्रमुख मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने लखीमपुर से ललितपुर तक किसानों की मौत, आत्महत्या, खाद की कालाबाजारी जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर सियासी हमले तेज कर दिये हैं। ललितपुर के पाली में प्रियंका ने किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा कि किसानों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनहीन हैं। भाजपा सरकार ने किसानों को पूरी तरह से नकार दिया है। लखीमपुर से बुंदेलखण्ड के ललितपुर तक किसान की दशा बहुत खराब हो चुकी है। लखीमपुर में किसानों को कार से कुचला जा रहा है और ललितपुर में खाद की लाइन में लगे किसान दम तोड़ रहे हैं या आर्थिक अभाव में आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों की कहीं नहीं सुनी जा रही है।
शुक्रवार को ललितपुर पहुंचीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसानों की हालत को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरते हुए तीखे कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि किसान बिल, महामारी, खाद समस्या और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे किसानों को इस समय मदद और साथ की जरूरत है। लेकिन सरकार उन्हें कुचलने का काम कर रही है।
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव ने कहा सरकार ने किसानों की हालत बद से बदतर कर दी है। सरकार की नीतियों से साफ हो गया है कि उसके पास किसानों के लिए न तो न्याय है और न ही संवेदनाएं ही हैं। भाजपा सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है, उसने किसानों की समस्याओं को पूरी तरह से नकार दिया है। बुंदेलखण्ड भगवान की कृपा से बीते दिनों हुई वर्षा से पानी उपलब्ध हो गया है। ऐसे में किसान रबी की फसलों की बुवाई करना चाह रहे हैं, परंतु उन्हें खाद नहीं मिल रही है। यहां खाद की कालाबाजारी हो रही है। हालात यह हैं कि 50 किलोग्राम की बोरी में 45 किलोग्राम खाद निकल रही है, वह भी दो हजार रुपये की कालाबाजारी में।
प्रियंका गांधी ने कहा बुंदेलखण्ड का किसान वैसे भी आर्थिक रूप से बहुत ज्यादा कमजोर है। यहां अन्ना प्रथा के चलते उसकी खेती बर्बाद हो रही है, जिसकी वजह से उसे रात-रात भर जागकर खेतों की रखवाली करनी पड़ती है। ऐसे में खाद की कमी से किसान परेशान हो चुका है। यहाँ खाद वितरण का पूरा सिस्टम फेल है। किसान कर्ज में डूबा है। सरकार उसे कुचलने का काम कर रही है। सरकार केवल पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। किसानों को आज समर्थन की जरूरत है और कांग्रेस उनकी आवाज के साथ संघर्ष कर रही है।