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Makar Sankranti in Bhadohi: आस्थावानों के लिए बनकर तैयार 125 तंबुओं का कैंप

Makar Sankranti in Bhadohi: गंगा घाट पर भोर से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरु हो गया। मकर सक्रांति का पर्व जिले में दो दिन मनाने का क्रम चलता रहा। गंगा में स्नान करने के बाद भक्तों ने पूजा अर्चन किया।

Umesh Singh
Published on: 14 Jan 2023 8:42 PM IST
Camp of 125 tents ready for devotees on Makar Sankranti in Bhadohi
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भदोही: मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं के लिए बनकर तैयार 125 तंबुओं का कैंप

Makar Sankranti in Bhadohi: गंगा घाट पर भोर से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरु हो गया था। मकर सक्रांति का पर्व जिले में दो दिन मनाने का क्रम चलता रहा। गंगा में स्नान करने के बाद भक्त विधि विधान से तट पर पूजा अर्चन करते रहे। कुंए में विराजमान देवाधिदेव महादेव के दर्शन को आस्थावानों की लंबी कतार लगी रही। हाथ में पूजा सामग्री लिए भक्त कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते है।

हर हर महादेव ओम नम: शिवाय व बोल बम के उद्घोष से पूरा माहौल धर्ममय बना रहा। बाबा के दर्शन को आए श्रद्धालुओं के चेहरे पर खास ही उत्साह देखने को मिला। लाई.गट्टा चिवड़ा लेडु़वा व गुड़.तिलवा का लोग भोग लगाते रहे। मंदिर परिसर के पास सजी दुकानों से बच्चे रंग.बिरंगे खिलौनों की खरीदारी करते रहे। महिलाएं भी सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों से श्रृंगार का सामान खरीद लजीज व्यंजनों से सजी दुकानों का लुप्तफ उठाती रहीं।

चाउमीन, मोमो, छोला, चाट व समोसा की दुकानों पर महिलाओं व युवतियों की लगी भीड़

चाउमीन, मोमो, छोला, चाट व समोसा की दुकानों पर महिलाओं व युवतियों की भीड़ लगी रही। मकर संक्रांति के पावन पर्व पर सेमराधनाथ गंगा में शुक्रवार को भक्तों ने आस्था की डूबकी लगाई। 28वां कल्पवास मेला सेमराधनाथ गंगा तट पर शुरु हो गया है। पहले दिन हजारों भक्तों ने मोक्ष दायनी गंगा में आस्था की डूबकी लगाई। स्नान.ध्यान के बाद गरीबों में अन्नदान भी किया गया।

मकर सक्रांति के पावन पर्व से काशी.प्रयाग के मध्य सेमराधनाथ गंगा तट पर कल्पवास मेला शुरु हो गया है। 14 जनवरी से शुरु हुआ कल्पवास मेला 27 फरवरी तक चलेगा। गंगा में स्नान कर कल्पवासी विधिवत पूजा.पाठ करेंगे। वर्ष 1996 से शुरु हुआ 28 वां कल्पवास मेला है। स्वामी करुणादास जी महराज ने बताया कि काशी.प्रयाग के मध्य मोक्ष दायनी तट पर 26 वर्ष से निरंतर कल्पवास मेला लगता चला आ रहा है।




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Shashi kant gautam

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