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UP Election 2022: सातवें चरण के चुनाव में दिग्गजों के पीछे लगी है महारथियों की बड़ी ताकत

UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में एक से एक दिग्गज चुनाव मैदान में हैं। वहीं इन दिग्गजों के पीछे कई महारथियों की ताकत लग रही है।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 4 March 2022 8:30 PM IST
UP Election 2022: सातवें चरण के चुनाव में दिग्गजों के पीछे लगी है महारथियों की बड़ी ताकत
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UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में एक से एक दिग्गज चुनाव मैदान में हैं। वहीं इन दिग्गजों के पीछे कई महारथियों की ताकत लग रही है। आखिरी और अंतिम चरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अनुप्रिया पटेल के साथ ही विपक्ष की तरफ से कांग्रेस से प्रियंका गाँधी, राहुल गाँधी, अजय कुमार लल्लू के साथ समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, जया बच्चन, डिंपल यादव, मायावती, सतीश चंद्र मिश्रा, संजय निषाद, ओम प्रकाश राजभर आदि ने जमकर प्रचार किया है। इन सभी महारथियों को अपनी ताकत का अहसास भी इस माध्यम से कराना है।

इस चरण के चुनाव में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे राम बिलास चौहान भी चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में इस चरण के चुनाव में इन सभी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। योगी सरकार के मंत्रियों में रवीन्द्र जायसवाल, नीलकण्ठ तिवारी, गिरीश यादव की भी परीक्षा होनी होनी है। इसके साथ ही बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी, धनन्जय सिंह, पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान, ओम प्रकाश राजभर, दीनानाथ भास्कर, शादाब फातिमा और ओम प्रकाश राजभर स्वयं चुनाव मैदान में हैं।

वाराणसी जिलें की नौ सीटें

सातवें चरण की 54 विधान सभा सीटों में वर्ष 2017 में 29 सीटें भाजपा के खाते में थीं, जबकि सपा के पास 11 और बसपा के पास 6 सीटें थीं। भाजपा के सहयोगी पार्टी अपना दल ने यहां से चार सीटें और सपा के सहयोगी दल ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी तीन सीटें जीतीं थीं।

अब देखना होगा कि क्या यह पार्टियां अपने पुराने आंकड़े वाराणसी जिलें की नौ सीटें हैं। यहां वाराणसी उत्तरी सीट से योगी सरकार के मंत्री रवीन्द्र जायसवाल चुनाव मैदान में हैं। वाराणसी कैन्ट सीट भाजपा के पास पिछले बीस वर्ष से रही है। सबसे अहम बात यह कि इसपर एक ही परिवार का कब्जा रहा है।

भाजपा ने कायस्थ समाज से आनेवाले हरीश जी के परिवार को ही हर बार यहां से टिकट दिया है। भाजपा के दिग्गज और संस्थापक नेताओं में रहे हरीश चंद्र श्रीवास्तव हरीश जी के बेटे सौरभ श्रीवास्तव 2017 में यहां से जीते थे और इस बार भी भाजपा ने उन्हीं को टिकट दिया है।

वाराणसी की शिवपुर सीट से कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर चुनाव मैदान में हैं। जबकि सपा गठबन्धन में यह सीट सुभासपा के खाते में आयी और यहां से सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभरके बेटे अरविन्द राजभर प्रत्याशी हैं। वाराणसी दक्षिणी से मंत्रियों नीलकण्ठ तिवारी और जौनपुर से गिरीश चन्द्र को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है।

घोसी सीट से पूर्व मंत्री एवं हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ भाजपा छोड़कर सपा में आये दारा सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया गया है। मऊ से पांच बार विधायक रह चुके माफिया मुख्तार अंसारी की सीट से उनके बेटे अब्बास अंसारी चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला भाजपा के अशोक सिंह से है।

मधुवन सीट से बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे राम बिलास चौहान चुनाव मैदान में है। इनका मुकाबला बसपा के विधायक रह चुके उमेश पाण्डेय दल बदलकर सपा से है। बसपा ने यहां नीलम कुशवाहा को और कांग्रेस ने अमरेशचन्द्र पाण्डेय को प्रत्याशी बनाया है।

अजगरा सीट पर पिछली बार भाजपा-सुभासपा के गठबन्धन ने कैलाश सोनकर के रूप में जीती थी लेकिन इस बार सुभासपा का गठबन्धन सपा के साथ है और वह अपनी इस सीट को बरकरार रखने की कवायद में लगी है। सपा गठबन्धन के बाद यहां से सुनील सोनकर प्रत्याशी हैं। भाजपा ने यहां से टी राम को प्रत्याशी बनाया है। जो इससे पहले बसपा में थे।

मिर्जापुर जिले पांच सीटें-छानवे, मिर्जापुर, मझावां, चुनार और मडिहान शामिल हैं। यहां चार सीटें भाजपा और एक सीट अपना दल के पास थी। जिससे केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। चंदौली जिले से सांसद और केन्द्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। यहां मुगलसराय, सकलडीहा, सैयद राजा, चकिया और पिंडारा सीट आती है। इसमें से सकलडीहा पर सपा ने जीत दर्ज करायी थी, जबकि बाकी सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज करायी थी।

गाजीपुर जिले में सात सीटें हैं। सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं। पिछली बार वे भाजपा के साथ गठबन्धन से जीते थे लेकिन इस बार उनकी पार्टी का गठबन्धन सपा के साथ है।

भाजपा ने यहां से कालीचरण राजपूत को प्रत्याशी बनाया है। आजमगढ़ की निजामाबाद से सपा ने अपने विधायक आलमबदी को फिर टिकट दिया है। भाजपा ने उनके खिलाफ मनोज यादव को उतारा है। फूलपुर पवई से रमाकान्त यादव को सपा ने टिकट दिया है।



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Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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