टाण्डा विधायक प्रतिनिधि पर मारपीट समेत अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उनके विरुद्ध दलित उत्पीड़न समेत अन्य मामलों में मुकदमा पंजीकृत कराया था। अब एक बार फिर अपने कारनामों से वह चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। हालांकि इस मामले पर श्याम बाबू का कहना है कि वह राशन की कम तौल की शिकायत पर वहां  गये थे।

SK Gautam
Published on: 18 April 2020 6:59 AM GMT
टाण्डा विधायक प्रतिनिधि पर मारपीट समेत अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज
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अंबेडकरनगर: अपने कारनामों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले टांडा विधायक संजू देवी के देवर व उनके प्रतिनिधि श्याम बाबू गुप्ता एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। बसखारी के एक कोटेदार ने उन पर पिस्टल की बट से मारने पीटने व मोबाइल छीनने का आरोप लगाया है। कोटेदार जावेद की तहरीर पर बसखारी पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।

विधायक प्रतिनिधि ने कोटेदार के साथ गाली गलौज की

जावेद का आरोप है कि जब वह शुक्रवार को लगभग 3:00 बजे दिन में लोगों को गल्ला बांट रहा था, उसी दौरान पहुंचे विधायक प्रतिनिधि श्याम बाबू गुप्ता के अलावा बसखारी निवासी मोनू अग्रहरी व अभिषेक के साथ लगभग 10 -12 अन्य लोगों ने उसके घर पर पहुंचते ही गाली गलौज देना शुरू कर दिया। उन लोगों ने राशन का वितरण भी बन्द करवा दिया। देखते ही देखते विधायक प्रतिनिधि ने पिस्टल की बट से उसके सिर पर प्रहार कर दिया और जान से मारने की धमकी दी।

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कोटेदार की शिकायत पर बसखारी थाने में दर्ज हुआ मुकदमा

विधायक के साथ रहे लोगों ने उसकी तीन मोबाइल छीन ली। विधायक ने उसे बर्बाद कर देने की धमकी दी। इस घटना के बाद से कोटेदार का परिवार पूरी तरह से डर गया है। कोटेदार की तहरीर पर बसखारी पुलिस ने देर शाम मुकदमा पंजीकृत कर लिया। वहीं कोटेदार जावेद के समर्थन में जिले के कोटेदारों ने कार्यवाही होने तक हड़ताल का ऐलान कर दिया है। कोटेदारों का कहना है कि जब तक श्याम बाबू व उनके गुर्गो की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक वह राशन का वितरण नहीं करेंगे।

अक्सर चर्चा में रहते हैं श्याम बाबू

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी श्याम बाबू राजकीय मेडिकल कालेज में हंगामा करने के मामले में चर्चा में आ चुके हैं। उस समय तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार मिश्र ने उन्हें लगभग 24 घंटे तक पुलिस लाइन में हिरासत में ले रखा था। बाद में शासन स्तर से हस्तक्षेप के बाद उन्हें रिहा किया गया था।

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राशन की कम तौल की शिकायत

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उनके विरुद्ध दलित उत्पीड़न समेत अन्य मामलों में मुकदमा पंजीकृत कराया था। अब एक बार फिर अपने कारनामों से वह चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। हालांकि इस मामले पर श्याम बाबू का कहना है कि वह राशन की कम तौल की शिकायत पर वहां गये थे। उन्होंने मारपीट या अन्य किसी घटना से इंकार किया।

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