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खाकीधारियों पर एक्शन: 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड, मिला पीड़ित परिवार को इंसाफ

गाजीपुर के नूरपूर कांड में पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने कार्यवाई करते हुए उस समय के थानाध्यक्ष रमेश कुमार के साथ एक सब इंस्पेक्टर कृष्णानंद यादव, कांस्टेबल सूरज बिंद, अनुज कुमार और विवेक यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

Newstrack
Published on: 9 Aug 2020 4:13 AM GMT
खाकीधारियों पर एक्शन: 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड, मिला पीड़ित परिवार को इंसाफ
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गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का थाना नगसर हाल्ट क्षेत्र का नूरपूर गांव जो पुलिस बर्बता के कारण काफी चर्चा में रहा है, जहां कार्यवाही के नाम पर नगसर थानाध्यक्ष रमेश कुमार द्वारा पुर्व फौजी के परिवार को थाने में बंद कर उनकी जमकर पिटाई की गई थी। जिसकी गुंज लखनऊ तक सुनाई पड़ी थी, उस समय ये मामला मिडिया की सुर्खियां बन गया था। जो पुरे प्रदेश मे छाया रहा।

बताते चलें की कुछ दिन पुर्व नगसर थानाध्यक्ष रमेश कुमार द्वारा नूरपुर गांव के पुर्व फौजी अजय पान्डेय के परिवार को पुलिस के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने लेकर चले आये। पिड़ित ने आरोप लगाया था कि उनको व उनके परिवार को थाने में बंद कर बर्बर तरीके से पीटा गया था। जिसका फोटोज सोशलमीडिया पर भी वायरल हुई थीं। इस पुरे घटना की जानकारी मुख्यमंत्री आफिस तक पहुंच गया था। अब इस मामले में पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने कार्यवाई करते हुए उस समय के थानाध्यक्ष रहें रमेश कुमार समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

सस्पेंड थानाध्यक्ष रमेश कुमार

पुलिस ने लगाया था आरोप

उस समय नगसर थानाध्यक्ष रमेश कुमार ने आरोप लगाया था कि नगसर थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव मे रात को एक युवक लोडेड असलहा लेकर घुम रहा है।जिसे पकडऩे के लिए पुलिस टीम के साथ नूरपुर गांव पहुंचा जहां आरोपी को पकड़ कर अपने वाहन बैठा लिया, तभी गांव के ही कुछ लोग पुलिस के साथ मारपीट करने लगे और आरोपी वहां से भाग निकला उस दिन पुलिस पुलिस के साथ मारपीट करने के आरोप में नौ लोगों को थाने लेकर चली आई। और चलान कर जेल भेज दिया।

पीड़ित ने लगया था पुलिस पर आरोप

जमानत पर छुट कर आये पुर्व फौजी अजय पान्डेय व उनके परिवार के लोगों ने नगसर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उस दिन एक व्यक्ति असलहा लेकर घुम जरुर रहा था। लेकिन उस व्यक्ति से हम लोगों का कोइ लेना देना नहीं है और ना ही हम लोगों ने पुलिस के साथ मारपीट की है। अजय पान्डेय ने बताया था की हम लोग उस दिन तेरहवीं की तैयारी कर रहें थे। तभी नगसर पुलिस हमारे घर में घुस कर तेरहवीं के लिए रखे सारे समान नष्ट करने के साथ ही हम लोगों को थाने लेकर चली गई, और रात भर हवालात में बंद कर बर्बरता के साथ हम लोगों की पीटाई की गई। थानाध्यक्ष रमेश कुमार के द्वारा अपशब्द भी कहे गये। उस समय पुलिस द्वारा

मंत्री व जिलाधिकारी ने किया था दौरा

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गाजीपुर जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य व गाजीपुर जिले के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने पिड़ित परिवार से मिलने उनके घर भी गये थे। साथ ही जांच कर आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करने की बात भी कही थी। जिसके बाद पुलिस कप्तान ओमप्रकाश सिंह तत्काल ही कार्यवाई करते हुए नगसर थानाध्यक्ष रमेश कुमार को लाईन हाजिर भी कर दिया था। बाद में जिले के सभी पार्टियों के लोग भी पीड़ित परिवार से मिले और इस घटना में जांच कर कार्यवाही करने की मांग की।

थानाध्यक्ष रमेश कुमार के साथ पांच पुलिस कर्मी सस्पेंड

गाजीपुर के नूरपूर कांड में पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने कार्यवाई करते हुए उस समय के थानाध्यक्ष रमेश कुमार के साथ एक सब इंस्पेक्टर कृष्णानंद यादव, कांस्टेबल सूरज बिंद, अनुज कुमार और विवेक यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। बताते चलें की इस पुरे घटना की जांच डीएम ने एसडीएम जमनिया व सीओ को सौपा था। जिसकी जांच एसडीएम व सीओ ने शुरू कर दी थी। हांलाकि मामले की जांच अभी पुरी नहीं हुई है।

रिपोर्ट: रजनीश कुमार मिश्र

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