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UP Police: अब कैमरे की नजर में यूपी पुलिस, थानों में लगेंगे सीसीटीवी, भ्रष्टाचार और शिकायतों पर शासन की नजर

UP Police: प्रदेश भर में थाने के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाने की तैयारी है। जिसके फुटेज थानेदार से लेकर जिले के कप्तान तक देख सकेंगे।

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Newstrack Network
Published on: 29 Nov 2022 4:18 AM GMT
CCTV cameras up police stations
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थानों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे (photo: social media )

UP Police News: सूबे का पुलिस महकमा धीरे धीरे पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली की तरफ बढ़ रहा है। जिसमें क्रमशः थानों को इसमें शामिल किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब थानों और सभी चौकियों को हाईटेक सीसीटीवी कैमरे से लैस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे पूरे यूपी के थानों पर शासन की नजर रहेगी।

जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में थाने के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाने की तैयारी है। जिसके फुटेज थानेदार से लेकर जिले के कप्तान तक देख सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कैमरे लगाने की ये प्रक्रिया शुरू की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने मानवाधिकारों के संरक्षण और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे। प्रदेशभर के लगभग 1700 थानों को तीन श्रेणियों में बांटकर कैमरे लगाने की योजना है। बड़े थानों में 16 कैमरे, मध्यम श्रेणी के थानों में 12, और छोटे थानों में 8 कैमरे लगाए जाने है। इस साल के अंत तक सभी थानों में कैमरे लगाने का काम होगा पूरा हो जाने की उम्मीद है। इस पर करीब 100 करोड़ से अधिक का खर्च आएगा।

सूत्रों के मुताबिक पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया है क्योंकि बाहरी थाने ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और जिला मुख्यालय से काफी दूर हैं। साथ ही ये थाने कानून व्यवस्था और शिकायतों के निस्तारण के मामले में काफी बदनाम भी हैं। ऐसे में मुख्यालय से ही थानों और चौकियों के कामकाज पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

व्यवस्था पुलिस थानों और कमिश्नरेट की प्रमुख चौकियों में मौजूद

हालांकि यह व्यवस्था पुलिस थानों और कमिश्नरेट की प्रमुख चौकियों में पहले से मौजूद है। इन हाईटेक कैमरों की स्थापना से थाने की पूरी बातचीत सुनी जा सकेगी। इससे जनता, खासकर थानों और चौकियों में शिकायतकर्ताओं के प्रति पुलिस के व्यवहार के बारे में आसानी से पता चलेगा। अगर वे (पुलिस) मारपीट या परेशान करते हैं तो आवाज के साथ वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाएगा। इससे थानों और चौकियों में फरियादियों से पुलिस के दुर्व्यवहार की शिकायतें कम होंगी।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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