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Chandauli Tourism: चंदौली है पूर्वांचल का हिल स्टेशन, धान का कटोरा है इसका दूसरा नाम

Chandauli Tourism: चंदौली जिला प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। जलप्रपात, फाउंटेन, ऐतिहासिक रॉक पेंटिंग और प्राकृतिक सौंदर्य इस जिले की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।

Sunil Kumar (Chandauli)
Published on: 4 Jan 2023 4:35 PM IST
Chandauli is the hill station of Purvanchal, its second name is rice bowl
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 चंदौली है पूर्वांचल का हिल स्टेशन, धान का कटोरा है इसका दूसरा नाम: Photo- Newstrack

Chandauli Tourism: चंदौली जिला प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। जलप्रपात, फाउंटेन, ऐतिहासिक रॉक पेंटिंग और प्राकृतिक सौंदर्य इस जिले की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं। प्राकृतिक सुंदरता से भरे हुए इस जिले को धान का कटोरा भी कहा जाता है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों को खोज कर विकसित करने में जुटी है। वाराणसी की सीमा से सटे जिले चंदौली में औरवाटाड़ गांव स्थित नौगढ़ बांध व बड़ी दरी के प्राकृतिक जलप्रपात, दुर्लभ प्रागैतिहासिक शैल चित्र और अन्य प्राकृतिक सौंदर्य से भरी हुई है। जो इको टूरिस्ट की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।औरवाटाड़ के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए चंदौली जिलाधिकारी ने 2 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है।

दो करोड़ से संवरेगा औरवाटाड़ ब्यूटी

योगी सरकार इको टूरिज्म के विकास के लिए सभी संभावनाओं पर तेजी से काम कर रही है। धान का कटोरा कहा जाने वाला चंदौली अपनी संपूर्ण सुंदरता के लिए भी जाना जाता है। प्रकृति का ये अनोखा ख़जाना जंगल में सालों से गुम पड़ा है। इससे लोग इसकी सुंदरता का आनंद नहीं ले रहे हैं। जिलाधिकारी चंदौली ईशा दुहन ने बताया कि चंदौली में सभी प्राकृतिक सौंदर्य की जगह हैं। जो पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि औरवाटाड़ को इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए शासन को दो करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है।

स्थानीय चीजों के प्रयोग से निर्माण होगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा

जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि तीन तरफ से प्राकृतिक रूप से घेरा और लगभग 200 फीट से गिरने वाला वॉटर फाल के आस पास दुर्लभ प्रागैतिहासिक शैल चित्र है। इस क्षेत्र को पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय उत्पाद और तकनिकी से पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने के लिए शासन को भेजे गए प्रस्ताव में स्थानीय अर्थ व्यवस्था को भी बढ़ाने का ध्यान रखा गया है। मचान, जहां से प्राकृतिक सौंदर्य देखने के साथ ही नेचर फोटोग्राफी की जा सकती है। साथ ही एडवेंचर गेम के लिए रॉक क्लाइम्बिंग, ज़िप लाइन, लो रोप कोर्स, कमांडो नेट वाल, टायर नेट वाल आदि होगा, स्थानीय सामग्री और तकनिकी का प्रयोग करके जंप बिल्डिंग, स्थानीय दांव से भव्य औरवाताड़ प्रवेश द्वार का निर्माण, स्थानीय दांव की बिक्री के लिए बॉस से बने दुकाने, प्राकृतिक लकड़ी सौगान से वुड रेलिंग, पार्किंग, क्षेत्र की पूरी जानकारी के साथ साइनेज,सैंड स्टोन से बने बेंच, और क्षेत्र की खूबसूरती बढ़ाने के लिए जुड़ाव की सुविधा मिलेगी।

पूर्वांचल के हिल स्टेशन को चंदौली के रूप में जाना जाता है वाराणसी सहित पूर्वांचल के लिए के लोगों के लिए चंदौली हिल स्टेशन जैसे प्राकृतिक सौंदर्य वाले पर्यटन स्थलों के रूप में शुमार होने वाला है।इससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और नौगढ़ के लोगों को रोजगार मिलने से उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।



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Shashi kant gautam

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