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Chandauli News: सपा सांसद के शिलापट्ट तोड़ने से गरमाई सियासत,जानिए सांसद ने बताया किसे दोषी
Chandauli News: नौगढ़ तहसील मुख्यालय के दुर्गा मंदिर पोखरे पर सपा सांसद कुंवर छोटे लाल खैरवार द्वारा लगाया गए स्ट्रीट लाइट के साथ लगे बोर्ड को अराजक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया जिसकी सूचना के बाद सपाईयों में आक्रोश देखने को मिला।
Chandauli News: चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील मुख्यालय के दुर्गा मंदिर पोखरे पर सपा सांसद कुंवर छोटे लाल खैरवार द्वारा लगाया गए स्ट्रीट लाइट के साथ लगे बोर्ड को अराजक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया जिसकी सूचना के बाद सपाईयों में आक्रोश देखने को मिला। मामला प्रशासन तक भी पहुंच गया।
एक तरफ विपक्षी सांसद का शिलापट्ट तोड़ दिया गया और दूसरी तरफ नौगढ़ विकास खंड परिसर में भाजपा विधायक कैलाश आचार्य ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को डिजिटल प्रमाणपत्र सौंपे, मनरेगा योजना से हुए कार्यों का शिलापट्ट अनावरण किया और प्रदेश सरकार की उपलब्धियों की तारीफों के पुल बांधे।
भाजपा विधायक कैलाश आचार्य ने जहां विकासखंड परिसर में शौचालय, आवास, और बेरोजगारों को ऑनलाइन नौकरी पत्र वितरित करने की घोषणाएं कीं, वहीं दूसरी ओर सपा नेताओं ने अपने सांसद के शिलापट्ट को तोड़े जाने को "लोकतंत्र पर हमला" बताया है।
सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि "जब भाजपा दिन में अपने विकास कार्यों की चर्चा कर रही थी, उसी दिन रात में सपा सांसद की ओर से कराए गए कार्यों के निशान मिटाने की कोशिश हो रही थी। आखिर यह महज संयोग है या सुनियोजित साजिश?"
भाजपा नेताओं ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि "यह प्रशासन का मामला है और दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। लेकिन कुछ लोग इस घटना को तूल देकर सियासत चमकाने में लगे हैं।"
लोगों का मानना है कि यह घटना राजनीतिक दबाव बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा हो सकती है। आगामी चुनावों से पहले विकास बनाम अराजकता का नैरेटिव गढ़ने की कोशिशें तेज हो गई हैं।
नौगढ़ क्षेत्र चकिया विधानसभा में पड़ता है और चंदौली जनपद का चकिया विधानसभा रावटसगंज लोकसभा में आता है।
इस संबंध में समाजवादी पार्टी के रावटसगंज के सांसद छोटेलाल खरवार ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी को विकास करना और विकास देखना दोनों पसंद नहीं है।इसका नतीजा है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा शिलापट्ट को तोड़ने का कार्य किया गया है। इस संबंध में शासन प्रशासन से मांग करते हैं कि इसकी गंभीरता से जांच की जाए और दोषियों को बेनकाब किया जाए।