TRENDING TAGS :
Chandauli News: त्रिशूल के बाद ब्रह्मास्त्र का परीक्षण, जानिए क्या है पूर्व मध्य रेल का अनूठा प्रयोग
Chandauli News: पहली बार एक साथ चार बॉक्सन रेल का संयोजन कर तैयार किए गए "ब्रह्मास्त्र" लांग हॉल मालगाड़ी का परिचालन किया गया।
Chandauli News: उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के गंज ख्वाजा स्टेशन से चार माल गाड़ियों को जोड़कर लगभग पौने तीन किलोमीटर की ट्रेन का ब्रह्मास्त्र के रूप में सफल प्रयोग कर उसे गंतव्य को भेजा गया।
पूर्व मध्य रेल द्वारा पहली बार एक साथ 04 मालगाड़ियों के रेक को जोड़कर चलाया गया पौने तीन किलोमीटर लंबा लांग हॉल मालगाड़ी "ब्रह्मास्त्र" का प्रयोग किया गया। परिचालनिक दक्षता में वृद्धि को लेकर पूर्व मध्य रेल निरंतर क्रियाशील है । इसी क्रम में पहली बार एक साथ चार बॉक्सन रेल का संयोजन कर तैयार किए गए "ब्रह्मास्त्र" लांग हॉल मालगाड़ी का परिचालन किया गया। लगभग पौने तीन किलोमीटर लंबे "ब्रह्मास्त्र" को पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के लिए रवाना किया गया।
चार मालगाड़ियों को जोड़कर बनाया गया "ब्रह्मास्त्र"
चार मालगाड़ियों को जोड़कर बनाए गए "ब्रह्मास्त्र" की लंबाई लगभग पौने तीन किलोमीटर रही । संयोजन के पश्चात चार मालगाड़ीयुक्त "ब्रह्मास्त्र" को गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के टोरी के लिए रवाना किया गया। लगभग 37.5 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत गति के साथ बीडी सेक्शन होते हुए लगभग 335 किलोमीटर की यात्रा के बाद "ब्रह्मास्त्र" गढ़वा रोड के रास्ते धनबाद मंडल में पहुंचेगी।
माल लदान एवं परिवहन में आएगी तेजी
परिचालन की दृष्टि से पूर्व मध्य रेल का पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल भारतीय रेल के व्यस्ततम रेल मंडलों में से एक है। रेल परिचालन को गतिमान रखने के साथ धनबाद मंडल से कोयला आदि के त्वरित परिवहन हेतु परीक्षण कर लदान हेतु तैयार खाली मालगाड़ियां नियमित उपलब्ध कराने में पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। एक साथ चार मालगाड़ियों को जोड़कर बने "ब्रह्मास्त्र" का सफल परिचालन पूर्व मध्य रेल की परिचालनिक दक्षता का द्योतक है जिससे माल लदान एवं परिवहन में और तेजी लाने में मदद मिलेगी।
विदित हो कि "ब्रह्मास्त्र" के सफल परिचालन के एक दिन पहले,पहली बार एक साथ तीन मालगाड़ियों का संयोजन कर "त्रिशुल" का भी परिचालन किया गया जिसे गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के लिए रवाना किया गया था ।