Chhath Puja 2024: छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य, 8 नवंबर को उगते सूर्य की होगी पूजा

Chandauli News: पर्व पर चंदौली जिले के पश्चिमी वाहिनी बलुआ घाट, चंदौली, मुगलसराय, चकिया, सैयदराजा, सकलडीहा सहित विभिन्न स्थानों पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।

Sunil Kumar (Chandauli)
Published on: 7 Nov 2024 12:59 PM GMT
Chhath Puja 2024: छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य, 8 नवंबर को उगते सूर्य की होगी पूजा
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छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य  (photo: social media ) 

Chandauli News: हाथों में जल, सूर्य पर नजरें, भक्ति का भाव, ये नजारा गुरुवार की शाम नगर सहित जिले के सभी छठ घाटों पर था। जहां सैकड़ों छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य देकर देश, समाज और परिवार की सुख शांति व समृद्धि तथा पुत्र प्राप्ति की मंगलकामना कर रहे थे। सभी व्रती भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पुनः छठ गीत गाते, सर पर टोकरी लेकर वापस घर की तरफ चल दिये।

कल यानी शुक्रवार आठ नवंबर की सुबह उदयाचल सूर्य को अ‌र्घ्य देकर छठी व्रती 36 घंटे के कठिन निर्जला व्रत का पारण करेंगे। गुरुवार को छठ व्रतियों ने हर्षोल्लास के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। इससे पूर्व सुबह स्नान ध्यान के बाद छठ व्रती महिलाएं छठ पूजा की तैयारी में जुट गईं। छठ गीत गुनगुनाते हुए मिट्टी के चूल्हे में आम की लकड़ी जलाकर गेहूं, गुड़ व खजूर से ठेकुआ एवं चावल के आटे गुड़ व नारियल की गरी से कचौनी तैयार की गई। भोग सामग्री तैयार होने के बाद पूजा सामग्री से बांस की टोकरी सजाई गई और दोपहर बाद साज श्रृंगार के साथ मुख्य आयोजन स्थल छठ घाट पहुंची। बैंड बाजे के साथ आगे परिवार के पुरुष सदस्य सिर पर पूजा की टोकरी लेकर छठ मैया का जयकारा लगाते हुए चल रहे थे। तो उसके पीछे-पीछे छठ व्रती महिलाएं छठ मैया के गीत केलवा जे फरेला घवद से,ओह पर सुगा मेड़राय, उ जे खबरी जनइबो अदिक से सुगा देले जुठियाए....,कांच ही बांस के बहंगिया, बंहगी लचकति जाए....बात जे पुछेले बटोहिया बहंगी केकरा के जाय? ... गीत गाते हुए चल रही थी। हर छठ घाट पर आस्था का सैलाब नज़र आया।

पर्व पर चंदौली जिले के पश्चिमी वाहिनी बलुआ घाट, चंदौली, मुगलसराय, चकिया, सैयदराजा, सकलडीहा सहित विभिन्न स्थानों पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। शाम होने से पहले ही व्रती तालाबों व नदियों पर डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए पहुंचने लगे। नौगढ़ में भी पर्व की धूम रही।नौगढ़ के बाघी, शमशेरपुर, बजरडीहा, तिवारीपुर, मलेवर सहित अन्य गांवों में रह रहे लोगों ने तालाबों में बने अस्थायी घाट पर डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। नौगढ़ व बाघी गांव के अलावाआस-पास के निवासियों ने दुर्गा मंदिर परिसर में बने तालाब की अस्थाई घाट पर सूर्य देव व छठ मैया की पूजा की। जहां एडीओ पंचायत मनोज कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में सफाई कर्मी सत्येंद्र कुमार श्रीवास्तव व उनकी टीम ने साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा। तालाब को रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है। जिसने माहौल को और भी रंगीन बना दिया। ग्राम पंचायत बाघी नौगढ़ की प्रधान नीलम ओहरी व प्रधान प्रतिनिधि आशीष कुमार उर्फ दीपक गुप्ता ने लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अस्थाई घाट बनवाई। जहां पूरे परिवार के साथ व्रती डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य देने पहुंचे।


पानी में खड़े होकर सूर्य देव को दिया अ‌र्घ्य

बड़ी संख्या में छठ व्रती अपने पूरे परिवार एवं गाजे-बाजे के साथ छठ घाट पर पहुंचे। शाम को पूरे विधि- विधान से छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य एवं छठ माता की आराधना की। बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि व अन्य लोग भी व्रतियों को पर्व की शुभकामनाएं देने छठ घाटों पर पहुंचे। सूर्य देव की उपासना का यह पर्व शुद्धता,स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला है। सूर्य देव के साथ-साथ छठी मैया की पूजा का विधान है। इस व्रत में सूर्य और षष्ठी माता दोनों की उपासना होती है। इसलिए इसे सूर्यषष्ठी भी कहा जाता है। दिन में छठी व्रतियों ने गेहूं,घी व शक्कर का ठेकुआ,चावल,घी और शक्कर का लड्डू प्रसाद के लिए बनाया। बांस के बने सूप डाला,दौरा, टोकरी में प्रसाद को रखा गया। इसके साथ ही सेब,केला,अमरूद,नींबू सहित अन्य फल प्रसाद के रूप में रखे गए।


अपने गांव जाने के बजाय जो जहां रहे वहीं मनाया पर्व

बिहार, झारखंड व पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश व दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी छठ पर्व मनाया जाने लगा है।चंदौली जिला बिहार प्रांत व वाराणसी,सोनभद्र,मिर्जापुर व गाजीपुर जिले से सटे होने के कारण वहां के लोग यहा बड़ी तादाद में रहते हैं। छठ घाटों पर जनसैलाब को देखकर यह अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता था कि छठ पर अपने घर जाने के बजाय जो जहां रहे वहीं पर छठ मनाना ज्यादा पसंद करने लगे हैं।


कल होगी उगते सूर्य की पूजा

कल यानी शुक्रवार को तड़के उगते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाएगा। उगते हुए सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए छठ व्रती सूर्य उदय से पहले ही घाट पहुंचने लगेंगे।उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के बाद 36 घंटे का कठिन व्रत का पारण होगा।

गूंजते रहे छठी मैया के गीत

घरों से लेकर घाटों तक भक्तिपूर्ण माहौल बना रहा। छठ महापर्व की तैयारियां घरों में कई दिनों से चल रही थी। घरों से लेकर घाटों तक भक्ति के गीत गूंजते रहे।मुगलसराय,चकिया, चंदौली और नौगढ़ में छठ महापर्व पर भव्य कार्यक्रम गूंजते रहे।भक्तिमय गीतों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।पर्व पर सार्वजनिक अवकाश घोषित होने के बाद लोगों में खूब उत्साह देखा गया।

पर्व को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

उप जिलाधिकारी कुंदन राज कपूर व क्षेत्राधिकारी आपरेशन कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि छठ महापर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। द्वय अधिकारियों ने वनांचल के लोगो से पर्व को हर्ष और उल्लास के साथ मनाने की अपील की।प्रभारी निरीक्षक कृपेंद्र प्रताप सिंह ने भी वनांचल के लोगो से अपील कि सभी प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।न अफवाह फैलाए और न ही अफवाहों पर ध्यान दे।किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर संबंधित अधिकारी या स्वयं सेवक से संपर्क करें।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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